About Encryption in Hindi: आज के समय में जब मनुष्य अपना अधिकांश समय कंप्यूटर और इंटरनेट पर बिताने लगे हैं तो ऐसे में हैकर्स द्वारा डाटा चोरी की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। पहले एक समय था जब चोर घरों में चोरियां करते थे परन्तु अब तो ज्यादातर चोरियां, फ्रॉड और स्कैम सब कंप्यूटर के द्वारा किया जा रहा है। चोर आपका डाटा चोरी करके इसका इस्तेमाल कई गलत तरीकों में कर सकते हैं और आपको हानि पहुंचा सकते हैं। बता दें की डाटा चोरी की समस्या से बचने के लिए ही Encryption की तकनीक का जन्म हुआ है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको यही बताएंगे की एन्क्रिप्शन क्या होता है (Encryption meaning in hindi) और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है।
एन्क्रिप्शन का हिंदी में क्या मतलब है | Encryption meaning in Hindi
सबसे पहले आपको बताते हैं की अंग्रेजी शब्द Encryption का हिंदी में क्या मतलब होता है। तो दोस्तों एन्क्रिप्शन को हिंदी में कहते हैं कूट लेखन। आसान भाषा में समझाएं तो एन्क्रिप्शन का मतलब किसी भी डाटा फाइल या इनफार्मेशन को कोड के जरिये सुरक्षित करना होता है।
Encryption = कोड भाषा में परिवर्तित करना
एन्क्रिप्शन क्या होता है | What is Encryption in Hindi
Encryption वह प्रोसेस है जिसमें एक alogorithm का इस्तेमाल करके इनफार्मेशन या किसी भी डाटा फाइल को unreadble फॉर्म में ट्रांसफॉर्म किया जाता है जिससे की unauthorise यूजर उसे ना पढ़ सकें। आसान शब्दों में समझाएं तो किसी भी डाटा को कोड के जरिये प्रोटेक्ट करना encryption कहलाता है। किसी भी इनफार्मेशन या डाटा फाइल के एन्क्रिप्ट होने के बाद सिर्फ वही व्यक्ति इसे पढ़ सकता है जिसके पास इसकी decryption key या पासवर्ड होता है। एन्क्रिप्शन के पहले की डाटा फाइल या इनफार्मेशन को Plaintext कहा जाता है जबकि encryption के बाद जानकारी या डाटा फाइल को Ciphertext कहते हैं।
एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन की इस पूरी प्रक्रिया को क्रिप्टोग्राफी (cryptography) कहा जाता है। कोई भी दो व्यक्तियों द्वारा किसी भी फाइल या जानकारी को साझा करते वक़्त कोई तीसरा व्यक्ति इस जानकारी को चुरा कर ना पढ़ पाए इसी लिए क्रिप्टोग्राफी की तकनीक को लाया गया है। बता दें की क्रिप्टोग्राफी भी कई तरह की होती है और आज क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के नम्बरों को प्रोटेक्ट करने के लिए भी क्रिप्टोग्राफी तकनीक का ही इस्तेमाल किया जाता है।
एन्क्रिप्शन के प्रकार | Types of Encryption in Hindi
एन्क्रिप्शन के मुख्या रूप से दो प्रकार होते हैं। एक Symmetric Encryption और दूसरा Asymmetric Encryption। चलिए आप इनके बारे में विस्तार से बताते हैं।
1. Symmetric Encryption in hindi
Symmetric Encryption में डाटा को एन्क्रिप्ट करने की और डाटा को डिक्रिप्ट करने की दोनों की एक ही key होती है। एक ही key होने के कारण एन्क्रिप्शन की इस प्रोसेस में डाटा को एन्क्रिप्ट करने वाले यूजर को Encryption key हर उस यूजर के साथ शेयर करनी पड़ती है जिसे वह ये डाटा भेजना चाहता है। इसी वजह से एन्क्रिप्शन की इस प्रोसेस को Shared Encryption भी कहा जाता है।
2. Asymmetric Encryption in hindi
Asymmetric Encryption की प्रोसेस में दो key होती है एक key से डाटा को एन्क्रिप्ट किया जाता है तो दूसरी key से डाटा को डिक्रिप्ट किया जाता है। ऐसे में एन्क्रिप्शन करते वक़्त एक key यूजर अपने पास रखता है जबकि decryption वाली key publicly उन लोगों के साथ शेयर करता है जिसे वह डाटा भेजना चाहता है। एन्क्रिप्शन की इस प्रोसेस को Public key Encryption भी कहा जाता है। वेबसाइट के Url में Http को Https में बदलने वाली SSL (Secure socket layer) में भी इसी Encryption key का इस्तेमाल होता है।
एन्क्रिप्शन का महत्व | Importance of Encryption in Hindi
आज के युग में जब scamming और फ्रॉड होने के case दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं और कई हैकर्स डाटा को चोरी करने के लिए घात लगाए बैठे रहते हैं तो ऐसे में अपनी जानकारी को सिक्योर करने के लिए Encryption बहुत ही जरूरी हो गया है। एन्क्रिप्शन के महत्त्व को विभिन्न मुद्दों पर दृष्टि डालकर समझा जा सकता है।
1. डाटा की सुरक्षा | Security of Data
किसी भी डिवाइस में जानकारी को सुरक्षित करने की बात हो तो इस लिहाज से encryption सबसे उपयोगी तकनीक है। अगर एन्क्रिप्शन तकनीक का इस्तेमाल किया है तो आपका डिवाइस खो जाने की स्थिति में भी आपकी फाइल्स और जानकारी सुरक्षित रहती है। इतना ही नहीं दो लोगों के बीच डाटा ट्रांसफर करने की स्थिति में भी कोई तीसरा व्यक्ति डाटा को बीच में से ना चुरा ले इस लिहाज से भी encryption तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
2. डेटा की गोपनीयता | Privacy Of Data
अगर आपका डिवाइस कई लोगों द्वारा एक्सेस किया जाता है तो ऐसे में किसी विशेष डाटा या फाइल को गोपनीय रखने के लिए आप उसे एन्क्रिप्ट कर सकते हैं। इस तकनीक का इस्तेमाल करके आपको पूरे डिवाइस को लोक करने की जरुरत नहीं पड़ेगी जबकि आपकी निजी फाइल्स की गोपनीयता भी बनी रहेगी।
3. डेटा की अखंडता | Integrity of Data
Encryption प्रोसेस ना सिर्फ डाटा की सुरक्षा प्रदान करता है बल्कि यह इस बात का भी प्रमाणीकरण करता है की एक यूजर द्वारा दूसरे व्यक्ति को भेजी गई फाइल्स original हैं व इनमें कोई भी बदलाव नहीं किया गया है।
एन्क्रिप्शन के उदहारण | Examples of Encryption in Hindi
इन्क्रिप्शन के कई उदहारण मौजूद हैं। ऐसे में आज हम आपको एन्क्रिप्शन के कुछ उदहारण बताते हैं।
1. Field-level Encryption
किसी भी specific (विशिष्ट) फील्ड को एन्क्रिप्ट करने के लिए Field level Encryption का इस्तेमाल किया जाता है। कभी भी ऑनलाइन लॉगिन करते समय आप पासवर्ड के स्थान पर Field-level Encryption को ही देखेंगे। इसी तकनीक की वजह से पासवर्ड डालते ही आपका पासवर्ड कोड फॉर्म में ट्रांफॉर्म हो जाता है। इतना ही नहीं वेबसाइट के पेज पर किसी भी विशिष्ट महत्पूर्ण जानकारी जैसे की क्रेडिट कार्ड या बैंक अकाउंट नंबर के स्थान पर भी फील्ड लेवल एन्क्रिप्शन ही इस्तेमाल किया जाता है।
2. End-to-end encryption (E2EE)
End-to-end Encryption मुख्या रूप से Asymmetric एन्क्रिप्शन का ही एक प्रकार है। इस तकनीक में मैसेज को ऐसे एन्क्रिप्ट किया जाता है की इसे सेन्डर और रिसीवर के अलावा कोई भी नहीं पढ़ पाए चाहे वह फिर उस मैसेज को भेजने वाली कंपनी हो या सरकार। End-to-end encryption मैसेज भेजने की सबसे सुरक्षित प्रणाली है। End-to-end encryption का सबसे बड़ा उदहारण watsapp messenger है।
3. Network-level encryption
Network-level Encryption में डाटा को इस तरह एन्क्रिप्ट किया जाता है की उसे एक पर्टिकुलर नेटवर्क के लोग ही डिक्रिप्ट कर सकें। इस प्रोसेस में कई टूल्स और तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं इसमें एन्क्रिप्शन के दो या दो से ज्यादा algorithm का भी इस्तेमाल होता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की भेजी गई जानकारी ठीक से एन्क्रिप्ट हो और रिसीवर को बिना किसी नुक्सान के पहुंचाई जा सके। किसी भी IP बेस्ड नेटवर्क में इसी encryption का इस्तेमाल किया जाता है।
एन्क्रिप्शन के लाभ | Advantages of Encryption in Hindi
1. किसी भी महत्पूर्ण जानकारी को एक स्थान से दुसरे स्थान तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए एन्क्रिप्शन एक कारगर तकनीक है।
2. किसी भी डिवाइस में फाइल्स की प्राइवेसी के लिए encryption का इस्तेमाल किया जा सकता है।
3. किसी भी डाटा या जानकारी की authenticity (सत्यता) को बरकरार रखने के लिए encryption सबसे उपयोगी तकनीक है।
4. डाटा करप्शन, इंटीग्रिटी अटैक और ransomware से बचने के लिए एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
एन्क्रिप्शन से हानि | Disadvantages of Encryption in Hindi
1. किसी भी डाटा को एन्क्रिप्ट करने के बाद उसे decryption key के माध्यम से ही खोला जा सकता है। ऐसे में key गुम हो जाने या भूल जाने के case में यूजर अपना डाटा खो सकता है।
2. End-to-end Encryption का इस्तेमाल करके कोई भी व्यक्ति अपनी खुफिया जानकारी एक स्थान से दुसरे स्थान तक पंहुचा सकता है। अब क्युकी यह जानकारी मैसेज भेजने वाली कंपनी, सरकार या कोई भी अन्य यूजर नहीं पढ़ सकता तो ऐसे में इस तकनीक का इस्तेमाल आतंकवादी भी कर सकते हैं।
तो ये थी दोस्तों Encryption से जुड़ी कुछ महत्पूर्ण जानकारी। हम आशा करते हैं की आपको एन्क्रिप्शन क्या है समझ आ गया होगा। दोस्तों आपको ये जानकारी (Encryption meaning in Hindi) कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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