Rajasthani lokgeet

राजस्थान की यूं तो कई चीजें प्रसिद्ध हैं लेकिन अगर विशेष रूप से राजस्थानी लोकगीत की बात करें तो यहाँ के कई ऐसी क्षेत्रीय गाने हैं जो काफी लोकप्रिय हुए हैं। यही वजह है कि बॉलीवुड फिल्म इंडसट्री में भी राजस्थानी गाने और यहाँ के पहनावे को दिखाया जाने लगा है।

हर क्षेत्र में वैसे तो लोकगीत का अपना अलग ही महत्त्व होता है लेकिन जब उस क्षेत्र से बाहर भी वे गीत प्रसिद्ध होने लगें तो समझ लेना चाहिए की वे संस्कृति लोगों के दिल को छू गयी है। राजस्थानी लोकगीत का भी कुछ ऐसा ही है। राजस्थान के इन क्षेत्रीय गानों में यहाँ की भाषा और शैली की छाप लोगों के दिल और दिमाग पर गहरा प्रभाव डालती है।

राजस्थान के लोकगीतों में यहाँ की संस्कृति का सुन्दर चित्रण बड़ा मनमोहक लगता है। अगर आप भी राजस्थानी लोकगीत सुनने का शौक रखते हैं तो आज की पोस्ट में हम आपको राजस्थान के कुछ ख़ास लोकगीत बताएँगे।

 

प्रसिद्ध राजस्थानी लोकगीत | Popular Rajasthani Lokgeet

 

1. क्षेत्रीय लोकगीत

राजस्थान भारत का एक बहुत बड़ा राज्य है। ऐसे में यहाँ के अलग अलग क्षेत्रों में आपको विविध परम्पराएं देखने को मिल जाएँगी, साथ ही हर एक मौके के लिए एक अलग गीत भी रहता है। तो अगर आप राजस्थान में गाए जाने वाले लोकगीत तलाश रहे हैं तो चलिए आपको सबसे पहले क्षेत्रों के अनुसार यहाँ के कुछ लोकप्रिय गीतों के बारे में बात देते हैं।

लोकगीत क्षेत्र
पीपली मारवाड़ / शेखावटी
हालरिया जैसलमेर
पंछीड़ा हाड़ौती क्षेत्र
हरणी मेवाड़ क्षेत्र
मूमल जैसलमेर
झोरावा जैसलमेर
हिचकी गीत अलवर / मेवात
मरसिया मारवाड़
ढोला मारु सिरोही
लांगुरिया करौली क्षेत्र
बादली गीत शेखावाटी / मेवाड़ / हाडौती
बिछिया राजस्थान पर्वतीय क्षेत्र
फतमल हाड़ौती
हीड मेवाड़ क्षेत्र
धुंसो/धुंसा मारवाड़
कामण राजस्थान ग्रामीण क्षेत्र
धुड़ला मारवाड़
रतन राणा राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र
हमसीढ़ो उत्तरी मेवाड़
लालर राजस्थान पर्वतीय क्षेत्र
बिछूड़ो गीत हाड़ौती क्षेत्र
सुवटिया उत्तरी मेवाड़
जीरो गीत जालौर
रसिया गीत भरतपुर / ब्रज / धौलपुर
पटैल्या राजस्थान पर्वतीय क्षेत्र
हरजस शेखावाटी क्षेत्र

 

2. विवाह वाले राजस्थानी लोकगीत

शादी में तमाम रस्में रिवाज होते हैं और कई समारोह होते हैं। ऐसे में पुराने समय से ही विवाह के हर रस्मों रिवाज और मौके पर गीत गाने की परंपरा चली आ रही है। गाने बाजने के बिना तो जैसे माहौल ही नहीं बनता इसलिए शादी के ऊपर तमाम गाने बनाये गए हैं।

अब शादी के ऊपर बनाये गए बॉलीवुड हिंदी गाने तो आपने सुने ही होंगे परन्तु क्या आपने विवाह में गाये जाने वाले राजस्थानी लोकगीत सुने हैं? अगर नहीं सुने हैं तो चलिए आपको विवाह में गाये जाने वाले प्रमुख राजस्थानी गानों के नाम बताते हैं।

विवाह में गाये जाने वाले राजस्थानी लोकगीतों में सबसे अधिक प्रचलित हैं बन्ना-बन्नी, समथूणी, फलसड़ा, तलोटो, कुकड़लू, परणेत, झूलरिया, पहरावणी, तम्बोळण, ओळ्यूं, दांतण, पीठी, कांकण, सींठणा/सीठणी, नन्दोई, आम्बो, कूकडालों, डोरड़ी, झलमल, छिवकी, मींजलिया, घुड़लो आदि।

अगर आप और गानों के नाम जानना चाहते हैं तो चलिए हम आपको लगन, सगाई, मेहंदी, हल्दी से लेकर विदाई तक में बजने वाले राजस्थानी गीत बताते हैं।

लोकगीत समारोह
म्हारी हल्दी रो रंग हल्दी का गीत
बन्नी हुई पराई फेरे वाला गीत
बन्ना के सासरा सै जी सगाई वाला गीत
बनी तू सीख मान लीजे विदाई
जलो और जलाल बरात वाला गीत
बनी रा दादासा सगाई वाला गीत
बन्ना चंवरी चढ़्या फेरे वाला गीत
मेहंदी राचणी मेहंदी वाला गीत
मोरिया थाईं रे थाईं वरमाला के समय का गीत
घोड़ी म्हारी चन्द्रमुखी सगाई वाला गीत
जद र नवल बना बरात वाला गीत
सुहागन चून्दड़ी फेरे वाला गीत
किण संग आज सिधाई रे विदाई
थांका सासरिया से जी सगाई वाला गीत
बन्नी ले चाल्या जी फेरे वाला गीत
आटा री हल्दी हल्दी का गीत
घोड़ी म्हारी चतुर सुजान सगाई वाला गीत

 

3. प्यारभरे गीत

प्यार के ऊपर सबसे ज्यादा गाने बने हैं। राजस्थानी लोकगीतों में भी प्यारभरे कई गीत आपको सुनने को मिल जायेंगे। किसी गीत में दो जोड़ों की प्रेमगाथा बताई गई है तो किसी गीत को प्रेमिका ने अपने प्रेमी की याद में गया है। विभिन्न मौकों पर ये प्यार वाले गीत बजाये जाते हैं। अगर आप भी कुछ ऐसे ही गानों की तलाश कर रहे हैं तो कुछ ख़ास प्यारभरे राजस्थान के लोकगीत नीचे बताये गए हैं।

(i) निहालदे (x) बींजा सोरठ
(ii) पणिहारी (xi) लहरियो
(iii) पोमचो (xii) मूमल
(iv) काछवो (xiii) चीनोटियो
(v) गूजरी (xiv) मरवण
(vi) फतमल (xv) आखमति
(vii) काँचोड़ी (xvi) काछबा
(viii) परवानो (xvii) दिवलो
(ix) ढोलामारु (xviii) इंद्राणी

 

4. अन्य राजस्थानी लोकगीत

ऊपर आपने राजस्थान में गाए जाने वाले क्षेत्रीय लोकगीत देखे, विवाह में बजने वाले गीत और प्यारभरे गीत भी देखे। इसके अतिरिक्त भी आपको बता दें कि कई गाने होते हैं जैसे की धार्मिक लोकगीत, त्यौहार वाले गीत, कृषि सम्बन्धी गीत, जात मेलों के अवसर पर गाए जाने वाले गीत, स्वागत सत्कार पर गाए जाने वाले गीत आदि।

इन सब के अतिरिक्त आज कल यूट्यूब पर भी कई राजस्थानी लोकगीत सुनने को मिल जाएंगे जो काफी लोगों द्वारा पसंद भी किए जा रहे हैं। अगर अभी ये लोकगीत सुनना चाहते हैं तो कुछ खास चुनिंदा गानों के नाम हम आपको नीचे बता देते हैं।

(i) उदियापुर से मंगावो रे भोग – Udiyapur Se Mangavo
Singer : Neelam Mali
Digital Partner : RDC Banna Banni Geet

(ii) रेश्मानी घाघरे में लाग री पाति – Reshmaani Ghagre Me
Singer – Seema Mishra ,Rajiv Butolia
Digital Partner : Chetak Cassettes

(iii) मोरिया – Moriya
Singer : Sikandar Khan
Digital Partner : RDC MEDIA

(iv) रनलियो लोकगीत – Ranliyo LokGeet
Singer :Babulu Khan
Digital Partner : SAV Rajasthani

(v) चिरमी – Chirmi
Singer : Twinkle Vaishnav
Digital Partner : PRG Music And Film Studio

(vi) Kunwar Sa – कवँर सा
Singer : Veenu Sain & RS Rawat Ajmer
Lyrics : RS RAWAT & Kan Singh Rawat
Digital Partner : RDC MEDIA

(viii) म्हारो गोरबंद नखरालो – Mharo Gorband Nakhralo
Singer – Seema Mishra
Digital Partner : Veena Music

(ix) कुआ पर एकली – Kuva Par Ekli
SINGER :- Bindu Kumawat
Digital Partner : RDC MEDIA

 

दोस्तों ये थे कुछ प्रसिद्ध राजस्थानी लोकगीत। इन सब के अतिरिक्त राजस्थान के और भी कई गाने हैं जो विभिन्न मौकों पर आपको इस राज्य में सुनने को मिल जाएंगे। अगर आपको भी राजस्थान का कोई लोकगीत पता है तो उसे हमें नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए।

हमारी यह पोस्ट आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ watsapp और सोशल मीडिया पर शेयर करिए ताकि अन्य लोगों को भी राजस्थान के इन लोकगीतों के बारे में मालूम चल सके।
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