operating system in hindi

About Operating system in hindi : कंप्यूटर चलाते समय हम अक्सर windows की बात करते हैं, मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए भी android कौनसा है इसका जिक्र होता है, विंडोज और एंड्राइड को रोजाना इस्तेमाल करने के बाद भी जब बात आती है operating system की तो अक्सर लोग यही पूछते हैं की ऑपरेटिंग सिस्टम आखिर ये क्या होता है।

सालों से उपयोग होते आ रहे ऑपरेटिंग सिस्टम की सटीक जानकारी से आज भी कई लोग वांछित हैं। ये वाकई दुर्भाग्य की बात है परन्तु अब ऐसा नहीं होगा क्युकी आज इस लेख के माध्यम से हम आपको इस विषय (Operating system in Hindi) से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी बड़े विस्तार से बताएंगे।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम किसे कहते हैं | Operating System in Hindi

सबसे पहले तो आपको बता दें की ऑपरेटिंग सिस्टम को शार्ट फॉर्म में OS कहते हैं। इसे कई लोग system software, executive system तथा control system के नाम से भी जानते हैं।
Operating system प्रोग्राम का एक समूह है जो की कंप्यूटर हार्डवेयर तथा कंप्यूटर प्रयोक्ता के मध्य एक पुल (Bridge) का कार्य करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम को आप एक सॉफ्टवेयर कह सकते हैं इसे कंप्यूटर या जिस भी डिवाइस में ये इनस्टॉल रहता है उसकी विभिन्न इकाइयों में सामंजस्य स्थापित करने तथा उन्हें नियंत्रित करने के लिए बनाया गया है।

Operating system कंप्यूटर और उपयोगकर्ता के बीच की कड़ी है। वास्तव में यह प्रोग्राम किसी कंपनी के मैनेजर की तरह किसी भी डिवाइस को दक्षता से चलाने का दायित्व निभाता है। यह सॉफ्टवेयर जिस भी डिवाइस में इनस्टॉल रहता है उस डिवाइस के सभी programs को संचालित करने की जिम्मेदारी operating system की ही होती है। सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में यह बड़ा महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर है जिसका कंप्यूटर या किसी मोबाइल पर कार्य करते समय उसकी मेमोरी में होना अतिआवश्यक है।

Operating system कंप्यूटर की सभी input तथा output इकाई को control करता है। कंप्यूटर या मोबाइल पर कोई भी key दबाते ही हमें वह अक्षर स्क्रीन पर दिखता है। बता दें की यह अपने आप नहीं होता इसके लिए एक प्रोग्राम होता है और इस प्रोग्राम का संचालन operating system के जरिये ही होता है।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम की परिभाषा | Definition of Operating System

Operating system के बारे में इतना कुछ जानने के बाद मन में ये सवाल उठता है की अगर अब ऑपरेटिंग सिस्टम किसी को परिभाषित करना हो तो इसे किस तरह करेंगे। तो बता दें की व्यावहारिक रूप से ऑपरेटिंग सिस्टम को आप इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं –

एक ऐसा प्रोग्राम जो कंप्यूटर व मोबाइल के input-output को नियंत्रित करता है, उच्च स्तरीय भाषा का मशीन भाषा में अनुवाद करता है तथा CPU के कार्यों को संचालित करता है Operating system कहलाता है।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य | Functions of Operating System in Hindi

ऑपरेटिंग सिस्टम एक डिवाइस में निम्नलिखित कार्य करता है।

1. निर्देश | Instruction

ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर द्वारा दिए गए विभिन्न निर्देशों व हार्डवेयर के मध्य परस्पर समझ स्थापित करता है।

 

2. इनपुट / आउटपुट मैनेजमेंट | Input/Output Management

यूजर द्वारा दिए गए input का क्या output आएगा इस प्रोग्राम का संचालन भी ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है। इस मैनेजमेंट के अंतर्गत विभिन्न input तथा output device का समन्वय तथा उन device का कार्य सौंपा जाना सम्मिलित है जब एक या एक से अधिक प्रोग्राम क्रियान्वित होते हैं।

 

3. मेमोरी मैनेजमेंट | Memory Management

किसी भी डाटा, सिस्टम प्रोग्राम तथा यूजर प्रोग्राम को मेमोरी में स्टोर करने की जिम्मेदारी भी ऑपरेटिंग सिस्टम ही निभाता है। ऑपरेटिंग सिस्टम का यही फंक्शन Memory management कहलाता है।

 

4. फाइल मैनेजमेंट | File Management

Operating system स्टोर की गई files में परिवर्तन करने उनकी जगह बदलने व उन्हें हटाने में भी सहायक होता है। यह विभिन्न files को एक डिवाइस पर हस्तांतरित करने में भी महत्पूर्ण भूमिका निभाता है।

 

5. जॉब प्राथमिकता | Job Priority

यहाँ कार्य की प्राथमिकता का निर्माण तथा उसको बढ़ावा दिया जाता है। यह निर्धारित करता है की एक कंप्यूटर सिस्टम में कौनसा कार्य पहले किया जाना चाहिए।

 

6. विशेष कण्ट्रोल प्रोग्राम | Special Control Program

Operating system कुछ विशेष कण्ट्रोल प्रोग्राम द्वारा टास्क में आटोमेटिक परिवर्तन भी लाते हैं। इन्ही प्रोग्राम्स को अंग्रेजी में Special Control Program कहा जाता है।

 

7. प्रोसेसर मैनेजमेंट | Processor Management

इसके अंतर्गत विभिन्न कार्य प्रोसेसर को सौंपे जाते हैं जो की एक कंप्यूटर सिस्टम द्वारा पूर्ण किये जाते हैं।

 

8. संसाधनों और कार्यों की अनुसूची बनाना | Scheduling of resources and jobs

कंप्यूटर प्रणाली की डिवाइस के लिए किये जाने वाले कार्यों की सूची operating system तैयार करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम यह निर्णय करता है की किस डिवाइस का उपयोग किस कार्य के लिए होना है। यह क्रिया तब जटिल हो जाती है जब अनेक कार्य कंप्यूटर सिस्टम को एक साथ करने हों। ऑपरेटिंग सिस्टम के scheduling programs कार्यों को सम्पन्न होने का क्रम निर्धारित करते हैं। User द्वारा दी गई कार्यों को करने की प्राथमिकता के आधार पर ओपरेटिंग सिस्टम इन्हे सम्पन्न करता है यह कार्यों को डिवाइस की प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करता है।

 

9. सुरक्षा | Security

Operating system डाटा की security और integrity की देखभाल करता है। वह यह सुनिश्चित करता है की विभिन्न programs तथा data के बीच कोई मतभेद ना हो।

 

10. गतिविधियों का संचालन | Monitoring activities

विभिन्न प्रक्रियों के दौरान ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर सिस्टम की गतिविधियों का ध्यान रखता है। यह प्रोग्राम में त्रुटि होने पर उन्हें निरस्त करता है। इसी प्रक्रार input/output डिवाइस में आने वाली किसी भी अप्रत्याशित त्रुटि के लिए user को तत्काल संदेश भी operating system ही भेजता है। जब अनेक users द्वारा संचालित सिस्टम में ऑपरेटिंग सिस्टम प्रयुक्त किया जाता है तो यह सिस्टम को सुरक्षा भी प्रदान करता है। जिससे अवैध यूजर सिस्टम से data को प्राप्त ना कर सकें।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम की विशेषताएं | Characteristics of Operating System in Hindi

Operating system के बारे में पढ़ कर आप अब तक इस बात से तो अवगत हो ही गए होंगे की यह कंप्यूटर और मोबाइल जैसे उपकरणों के लिए कितना उपयोगी है। बात करें अगर ऑपरेटिंग सिस्टम की कुछ और विशेषताओं की तो बता दें की ऑपरेटिंग सिस्टम में ये निम्नलिखित विशेषताएं मौजूद हैं।

 

1. उपकरण प्रबंधन | Device Management

किसी उपकरण में गड़बड़ी होने पर operating system उसे अन्य उपकरणों में बदल सकता है। उद्धरण स्वरुप किसी प्रोसेसिंग के दौरान यदि printer अचानक किसी कारणवश रुक जाए तो ऑपरेटिंग सिस्टम प्रोसेसिंग रोकने के बाजए परिणामों को किसी अन्य उपलब्ध आउटपुट उपकरण पर स्थानांतरित कर देगा।

 

2. फाइल प्रबंधन | File Management

यह operating system की मुख्या विशेषता है। कंप्यूटर पर कार्य करते समय हम कई Files बनाते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम हमारे बनाई गई Files को स्टोर करने, जरुरत पड़ने पर पुनः मेमोरी में रूपांतरित करने आदि का कार्य करता है।

 

3. प्रयोग | Experiment

एक ऑपरेटिंग सिस्टम विभिन्न प्रकार की संरचना वाले कम्प्यूटर्स पर भी प्रयोग किया जा सकता है।

 

4. संसोधन | Amendment

कंप्यूटर पर किये जाने वाले कार्यों में परिवर्तन होने पर उस कार्य के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम में संशोधन किये जा सकते हैं।

 

5. प्रोग्राम क्रियान्वन | Program Execution

जब कोई कार्य कंप्यूटर के द्वारा करना होता है तब operating system उस कार्य के लिए उपयुक्त प्रोग्राम को कंप्यूटर की secondary memory से primary memory में tranfer कर execute करता है।

 

6. भाषा रूपांतरण | Language conversion

जब कोई प्रोग्राम बनाकर हमें उससे परिणाम प्राप्त करने हों तो तो सर्वप्रथम हमें उसे मशीन भाषा में रूपरान्तरित करना होता है। जो की एक विशेष program compiler अथवा assembler के द्वारा किया जाता है। इस भाषा रूपरंतरण के लिए जब प्रोग्राम को कंप्यूटर में डाला जाता है तो operating system उपयुक्त compiler अथवा assembler की सहायता से हमारे प्रोग्राम को मशीन भाषा में change कर देता है।

 

7. गड़बड़ी का विश्लेषण | Analysis of Disturbances

कंप्यूटर के किसी भी हिस्से में उत्पन्न गड़बड़ी जैसे की keyboard का ना चलना या memory chip का ख़राब हो जाना आदि का विश्लेषण कर operating system उसकी रिपोर्ट यूजर को दे देता है।

 

8. उपयोग का लेखा जोखा | Utilization Account

ऑपरेटिंग सिस्टम प्रयोक्ता द्वारा कंप्यूटर के इस्तेमाल का सम्पूर्ण विवरण दिखा सकता है। किस प्रयोक्ता ने किस तारिख को किस समय से किस समय तक किस कार्य हेतु कंप्यूटर का इस्तेमाल किया है यह सभी जानकारी हम ऑपरेटिंग सिस्टम से प्राप्त कर सकते हैं।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार | Types of Operating System in Hindi

अलग अलग कंप्यूटर प्रणाली के आधार पर operating system विकसित किये जाते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकारों की बात की जाए तो बता दें की इसके निम्नलिखित प्रकार हैं।

Single user system

Single user operating system वह होता है जिसमें एक बार में एक ही प्रोग्राम execute होता है। एक समय था जब ज्यादातर सिस्टम single user होते थे। आज भी ज्यादातर माइक्रो कम्प्यूटर्स में तो सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम का ही प्रयोग होता है।

जिस डिवाइस में single user system होता है उसमे सिस्टम प्रोग्राम को तुरंत मान्यता नहीं देता है जब तक की उसके साथ कोई पहचान न हो। इसके सूचनाओं का साथ होना बहुत जरूरी है जिससे की उस प्रोग्राम को पहचाना जा सके। अन्य peripheral device भी प्रोग्राम execute करने के लिए इन सूचनाओं की मांग करते हैं। यह सारे निर्देश एक स्पेशल job control language में लिखे जाते हैं जिसे की operating system समझता है।

 

Multi programming system

आज कल कई ऑपरेटिंग सिस्टम अनेक कार्य एक साथ करने की सुविधा देते हैं जिसे Multi programming कहते हैं। अन्य शब्दों में दो या दो से अधिक प्रोग्राम का एक ही समय में एक ही कंप्यूटर द्वारा क्रियान्वित होना Multi programming कहलाता है।

कुछ Multi programming system में कुछ निश्चित कार्य ही क्रियान्वित (execute) किये जाते हैं उन्हें multi programming with fixed task कहते हैं तथा जहां कार्यों की संख्या अनिश्चित होती है वहां उसे multi programming with variable task कहते हैं। एक multi programming system के लिए large memory, memory protection और proper job mixing जैसे कई हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर विशेषताओं की आवश्यकता पड़ती है।

 

Multi processing system

Multi processing शब्द का प्रयोग एक प्रोसेसिंग दृष्टिकोण को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। यहाँ पर दो या दो से अधिक प्रोसेसर एक साथ जुड़े रहते हैं। इस प्रकार के सिस्टम में भिन्न तथा स्वतंत्र programs के निर्देश एक ही समय में एक से अधिक processors द्वारा execute किये जाते हैं। यह processors द्वारा विभिन्न निर्देशों का क्रियान्वयन एक के बाद एक किया जाता है जो की एक ही प्रोग्राम से प्राप्त हुए हों। यह operating system का ही कार्य है की वह input-output तथा प्रोसेसिंग क्षमताओं के बीच अच्छा तालमेल स्थापित करे।

Multi processing से कंप्यूटर की कार्य क्षमता में वृद्धि होती है। यह तकनीक parallel processing को सहायता प्रदान करती है तथा इस तकनीक में CPU ख़राब होने पर कार्य दूसरे CPU द्वारा किया जा सकता है। Multi processing system का सबसे अच्छा उद्धरण सुपर कंप्यूटर हैं। सुपर कंप्यूटर में कई प्रोसेसर एक साथ कार्य करते हैं और जटिल गणनाओं में ज्यादा मात्रा में डाटा की प्रक्रिया करने में सक्षम होते हैं।

 

Batch processing system

प्रारम्भ में punchcard के प्रयोग से Batch processing द्वारा कार्य सम्पन्न होते था। Batch processing एक बहुत पुराना तरीका है जिसके माध्यम से विभिन्न प्रोग्राम्स को क्रियान्वित किया जा सकता है और इसका प्रयोग विभिन्न डाटा प्रोसेसिंग सेंटर पर कार्यों को क्रियान्वित करने के लिए किया जा सकता है। ऑपरेटिंग सिस्टम की यह तकनीक automatic job change के सिद्धांत पर निर्भर है।

यही सिद्धांत ज्यादतर operating system द्वारा प्रदान किया जाता है। इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रत्येक यूजर अपने प्रोग्राम को ऑनलाइन तैयार करता है और कार्य हो जाने पर उसे Data processing centre पर जमा करा देता है। एक कंप्यूटर ऑपरेटर उन सारे programs को एकत्रित करता है जो की एक कार्ड पर punch रहते हैं।

जब ऑपरेटर प्रोग्राम के batch को एकत्रिक कर लेता है तब वह उसे कंप्यूटर में load कर देता है। तथा फिर उन प्रोग्राम को एक-एक करके क्रियान्वित (execute) किया जाता है। आखिर में ऑपरेटर उन कार्यों के प्रिंटेड आउटपुट को प्राप्त करता है तथा उन आउटपुट को सम्बंधित users को प्रदान कर दिया जाता है।

इस प्रक्रिया को हम serial, sequential, offline तथा stacked job processing भी कहते हैं। जब कंप्यूटर इस तकनीक के लिए प्रयोग किया जाता है तथा इनपुट डाटा को क्रियान्वित करने के लिए ऑपरेटर के हस्तक्षेप की जरुरत नहीं होती है तो यह कार्य अपने आप ही हो जाता है। इसमें बहुत से अलग अलग कार्य एक ही समय में एक-एक करके क्रियान्वित किये जाते हैं परन्तु इसमें program execution के दौरान ऑपरेटर के हस्तक्षेप की जरुरत नहीं पड़ती। जनगणना जैसे कार्यों में Batch processing का सिद्धांत प्रयुक्त किया जाता है।

 

कुछ प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टम | Some Popular Operating System in Hindi

आज के समय के सबसे ज्यादाता पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम्स की बात की जाए तो जुबान पर नाम आता है। windows, Mac OS, Android, Linux और Unix जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम्स का। बता दें की ये वो operating systems है जो अधिकांश लोग इस्तेमाल करते हैं। चलिए एक एक करके आपको इन सभी operating systems के बारे में विस्तार से बताते हैं।

 

1. Windows Operating System in Hindi

Windows operating system कंप्यूटर एवं उपयोगकर्ता के मध्य एक GUI (Graphical User Interface) है। Windows operating systems की एक शृंखला है जिसके अब तक कई संस्करण आ चुके हैं। यह अमेरिका की एक कंपनी ‘Microsoft Corporation’ द्वारा विक्सित किया गया एक सॉफ्टवेयर है। आरम्भ में आये windows के सभी संस्करण एप्लीकेशन पैकेज थे जिन्हे क्रियान्वित होने के लिए Dos operating system चाहिए था। विंडोज का पहला संस्करण सन 1985 में रिलीज किया गया था।

Windows का पहला संस्करण, केवल एक GUI था जिसे माइक्रोसॉफ्ट के मौजूदा Disk operating system, या MS-Dos के विस्तार के रूप में पेश किया गया था। पूर्व में उपलब्ध ऑपरेटिंग सिस्टम जहाँ character आधारित थे अर्थात इन ऑपरेटिंग सिस्टमों में निर्देश कुछ अक्षरों को टाइप कर दिए जाते थे। वहीं windows operating system के तहत निर्देश टाइप नहीं करने होते हैं। निर्देशों को मात्र चयन कर माउस को क्लिक करने से ही वह निर्देश प्रचलित होकर तदनुसार कार्य सम्पादित कर देता है।

पहले संस्करण के बाद आये सभी संस्करण स्वयं operating system की तरह कार्य करते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम होने के कारण यह कई अन्य सॉफ्टवेयर जैसे microsoft office, font paint, pagemaker आदि पर कार्य करने के लिए वातावरण उपलब्ध करता है। जिन एप्लीकेशन सॉफ्टवर्स से हम विंडोज पर कार्य करते हैं वे सभी स्क्रीन पर एक आयातकार क्षेत्र में प्रदर्शित होते हैं। इसी आधार पर इस सॉफ्टवेयर का नाम Windows पड़ा है।

Windows ने रिलीज होने के कुछ ही समय में पर्सनल कंप्यूटर के मार्किट को कैप्चर कर लिया था। आज भी windows सभी operating system में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। सन 1985 से अब तक विंडोज के कई versions जैसे की windows 98, windows 2000, windows xp, windows 7 आदि लांच हो चुके हैं। ऐसे में वर्तमान में आने वाला windows का लेटेस्ट अपडेट वर्शन windows 10 है।

 

2. Mac Operating System in Hindi

Mac Os ग्राफिकल ऑपरेटिंग सिस्टम की एक सीरीज है जिसे पहले Macintosh operating system के नाम से जाना जाता था। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को Apple कंपनी द्वारा बनाया गया है। मैकिनटोश ऑपरेटिंग सिस्टम सर्वप्रथम सन 1984 में लांच किया गया था। यह दुनिया का प्रथम ऑपरेटिंग सिस्टम था जिसमें GUI (Graphical user interface) का इस्तेमाल किया गया था। इस ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल एप्पल के कंप्यूटर में वर्ष 2001 तक हुआ। इसके बाद मैकिनटोश को Mac operating system के नाम से लांच किया गया।

Mac Os एक Unix बेस्ड operating system है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम BSD codebase और XNU kernel का उपयोग करता है और इसके घटकों का मुख्य भाग Apple के ओपन सोर्स डार्विन ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित है। आज एप्पल के कंप्यूटर और लैपटॉप्स में Mac operating system इनस्टॉल किया जाता है। यह Windows operating system के बाद दूसरा सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला desktop operating system है। मैक ऑपरेटिंग सिस्टम के अब तक कई संस्करण लांच हो चुके हैं। ऐसे में वर्तमान में आने वाला सबसे अपडेटेड मैक ऑपरेटिंग सिस्टम Mac Os 10.15 Catalina है।

 

3. Android Operating System in Hindi

एंड्राइड को Android inc नाम की एक कंपनी जिसके संस्थापक Andy Rubin थे द्वारा विक्सित किया गया था। वर्ष 2005 में Android inc को गूगल द्वारा खरीद लिया गया। इसके बाद एंड्राइड के विकास के लिए गूगल ने कुछ अन्य कंपनियों के साथ मिल कर एक संगठन बनाया जिसका नाम Open Handset Alliance रखा। एंडॉयड का विकास अब Open Handset Alliance द्वारा ही किया जाता है।

एंड्राइड मुख्या रूप से लिनक्स कर्नेल पर बेस्ड एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे मुख्या रूप से टच स्क्रीन सेल फ़ोन और टेबलेट जैसे devices के लिए बनाया गया है। एंड्राइड के अब तक कई संस्करण (versions) रिलीज किये जा चुके हैं। एंड्राइड का पहला वर्शन 2008 में रिलीज किया गया था। वही वतमान में आने वाला एंड्राइड का लेटेस्ट वर्शन एंड्राइड 10 है। जब भी Open Handset Alliance एंड्राइड का कोई वर्शन लांच करती है तो इसका नाम किसी dessert (खाने के पकवान) के नाम पर रखा जाता है जैसे की donut, cup cake, आइस cream sandwich, lollipop आदि।

वर्ष 2010 में एंड्राइड मोबाइल और टेबलेट में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला operating system बन गया। एंड्राइड में हर साल कुछ नई विशेषताएं जोड़ कर इसे पहले से और बेहतर बना कर इसका एक नया संस्करण (version) लांच किया जाता है। इस तरह एंड्राइड को पहले से और अच्छा बनाने की पहल हमेशा जारी रहती है।

 

4. Unix Operating System in Hindi

Unix एक प्रभावशाली ऑपरेटिंग सिस्टम है। इसमें एक साथ कई कार्य करने की सुविधा है। अतः इसे multi user, multi tasking ऑपरेटिंग सिस्टम कहते हैं। यह सर्वाधिक प्रयोग में आने वाला operating system है। unix का इतिहास 1969 से आरम्भ होता है। जब अमेरिका की प्रतिष्ठित बैल प्रयोगशाला में मेनफ़्रेम कम्प्यूटर्स के लिए मुल्टिक्स नाम का ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया गया। यह पहला operating system था जिसमें निर्देश कमांड के टाइप करते ही तुरंत उसके अनुरूप कार्य आरम्भ हो जाता था। 1969 में केन थॉमसन ने मुल्टिक्स को आधार मानकर एक नया operating system का निर्माण किया और उसे Unix नाम दिया।

 

5. Linux Operating System in Hindi

linux एक ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसका विकास लिनस टोरवाल्ड ने 1991 में किया था। लिनक्स एक बहु प्रयोक्ता प्रणाली (Multiuser system) पर आधारित एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। अर्थात कई प्रयोक्ता अपने अपने टर्मिनल से linux वातावरण पर आधारित केंद्रीय कंप्यूटर को प्रयोग में ले सकते हैं।

यह unix ऑपरेटिंग सिस्टम का ही एक नया वर्शन है जो की ग्राफिकल यूजर पद्धति पर आधारित है। लिनक्स एक खुले डॉक्यूमेंट मॉडल (open document) पर आधारित है। जिसके अनुसार लिनक्स कर्नेल को इंटरनेट के जरिये मुफ्त प्राप्त किया जा सकता है तथा आवश्यकता अनुसार बदला भी जा सकता है।

लिनक्स को जनरल पब्लिक लइसेंस के अंतर्गत ही वितरित किया गया, जिससे इसके वितरकों तथा इसे और आगे विक्सित करने वालों के लिए यह आवश्यक हो गया की वे इसे आगे source program के तरह ही बाजार में उपलब्ध कराएंगे। इस लइसेंस के अंतर्गत प्रत्येक प्रयोक्ता को यह छूट है की वह linux की एक कॉपी खरीद कर उसे अपने कितने ही कम्प्यूटर्स में चला सकता है। लिनक्स कंप्यूटर नेटवर्किंग तथा इंटरनेटवर्किंग में काफी सहायक operating system है जिसकी सहायता से स्थानीय इंट्रानेट भी बनाये जा सकते हैं।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम का महत्त्व | Importance of Operating System

ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर का एक महत्पूर्ण अंग है क्युकी यह अन्य सभी एप्लीकेशन प्रोग्राम को कंप्यूटर में execute करता है। अन्य सभी प्रोग्राम कंप्यूटर मशीन के संपर्क में आने से पहले ऑपरेटिंग सिस्टम के संपर्क में आते हैं। आप इसीलिए ऑपरेटिंग सिस्टम को master control program भी कह सकते हैं। जो ना सिर्फ कंप्यूटर का संचालन करता है बल्कि एक नियंत्रक की भूमिका भी निभाता है।
यह CPU से प्राप्त संकेतों के फ्लो को कंप्यूटर के अन्य भागों तक नियन्त्रिक करता है। कंप्यूटर के सक्रिय होते ही ऑपरेटिंग सिस्टम ही सबसे पहला प्रोग्राम है जो सेकेंडरी स्टोरेज में से कंप्यूटर की मेमोरी में स्टोर्ड हो जाता है।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम से लाभ | Advantages of Operating System in Hindi

1. Operating system डिवाइस के सारे input और output devices को मैनेज करता है। इसमें कुछ गड़बड़ आने पर यह यूजर को indicate भी करता है।

2. ऑपरेटिंग सिस्टम एक डिवाइस में मेनू, आइकन और बटन के रूप में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) प्रदान करता है। जिससे की यूजर बिना एक्सपिरिएंस के भी इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकता है।

3. ऑपरेटिंग सिस्टम मेमोरी मैनेजमेंट टेक्निक्स जैसे की डिस्क सेगमेंटेशन, पेजिंग, स्वैपिंग आदि के जरिये डिवाइस की मेमोरी को मैनेज करता है।

4. Operating system एक ऐसा वातावरण प्रदान करता है जहां उपयोगकर्ता आसानी से कोई भी प्रोग्राम चला सकता है।

5. ऑपरेटिंग सिस्टम डिवाइस की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेता है। ये कई हानिकारक फाइल्स को डिटेक्ट कर उसे स्वतः ही रिमूव कर देता है।

 

तो ये थी दोस्तों Operating system से जुड़ी कुछ महत्पूर्ण जानकारी। हम आशा करते हैं की आपको ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है समझ आ गया होगा। दोस्तों आपको ये जानकारी (Operating system in Hindi) कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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2 COMMENTS

  1. अनस सिद्दीकी

    काफी सारी जानकारी आपने प्रदान की है. काफी कुछ जानने को मिला. इस लेख के लिए बहोत धन्यवाद्.

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