Mussoorie In Hindi : उत्तर पूर्वीय भारत में घूमने के लिए एक से एक शानदार जगहें हैं इन्ही में से एक है मसूरी। बता दें की मसूरी को ‘पहाड़ों की रानी’ भी कहा जाता है। इसी बात से आप मसूरी की खूबसूरती का अंदाजा भी लगा सकते हैं। मसूरी ऐसी जगह है जो हमेशा अपने चारों ओर हरियाली की चादर ओढे रहती है। इस शहर को गंगोत्री और यमनोत्री का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। इस सुन्दर हिल स्टेशन की खोज ब्रिटिश अधिकारी लेफ्टिनेंट ‘फ्रेडेरिक यंग’ ने की थी। यंग प्रकृति प्रेमी थे और उन्हें हिल स्टेशन पर रहना बेहद पसंद था। यंग को मसूरी की जलवायु इंग्लैंड की जैसी लगी इसलिए यंग ने अपने जीवन का कुछ समय मसूरी में बिताया।
मसूरी के प्रमुख पर्यटन स्थल | Mussoorie tourist places in hindi
मसूरी में हिमालय की ऊचाइयों से टकराते बादल, वृक्षों की सुन्दर-सुंदर टहनियो की सांय-सांय करती हुई मधुर धुन और पक्षियों का मनमोहक संगीत हर पर्यटक को अपना दीवाना बना लेता है। अपनी सुंदरता और विशेष गुणों के कारण ना सिर्फ भारत से बल्कि विश्व के कौन-कौन से पर्यटक मसूरी घूमने के लिए आते हैं। मसूरी में अगर घूमने के स्थान (Mussoorie tourism in hindi) की बात करें तो बता दें की मसूरी में एक नहीं बल्कि घूमने के लिए कई स्थान हैं। चलिए एक एक करके आपको सभी मसूरी में घूमने की सभी जगहों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
1. गनहिल | Gunhill In Mussoorie In Hindi
गनहिल समुद्र तट से 2024 मीटर की ऊचाई पर स्थित है। गनहिल मसूरी की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है। गनहिल से सूरज की झलक दिखाई देती है। यहाँ से देखने पर बर्फ से ढके हुए पेड़ बहुत ही मनभावन लगते है। गनहिल का लोकप्रिय वर्णन गनहिल के इतिहास से जाना जा सकता है। बता दें की प्रचीन काल में जब घड़ी नहीं होती थी उस समय गनहिल चोटी पर गन चलाई जाती थी। जिससे यहाँ के निवासियों को समय का ज्ञान हो जाता था। तभी से इस चोटी का नाम गनहिल पड़ गया।
पर्यटकों के लिए क्यों खास है गनहिल :
- गनहिल के द्रश्य दूरबीन से देखने पर बहुत ही रोमांचित लगते हैं।
- यंहा पर पर्यटक लजीज स्ट्रीट फ़ूड का स्वाद ले सकते हैं।
- गनहिल पर एक जलाशय है जो देखने में बड़ा ही मनोहर है।
- गनहिल से हिमालय की शृंखलाओं को देखा जा सकता है।
2. कैंप्टी फॉल | kempty fall In Mussoorie In Hindi
कैंप्टी फॉल मसूरी का सबसे बड़ा जलप्रपात है। कैंप्टी फॉल चकराता मार्ग पर स्थित है। इसका झरना 40 फिट की ऊंचाई से जमीन पर गिरता है। इसको अंग्रेजों के समय मे ब्रिटिश अधिकारी जॉन मेकिनन ने पिकनिक स्थल के रूप में विकसित किया था। कैंप्टी फॉल का नाम ‘कैंप’ यानि की शिविर और ‘टी’ यानि की चाय से लिया गया है। यहाँ अंग्रेजों के शासन काल में अक्सर चाय पार्टियां हुआ करती थीं। इसलिए इसका नाम कैंप्टी फॉल रख दिया गया। यह बारह महीने अपने झरने से पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहाँ बड़ी संख्या में पर्यटक हर साल इस झरने के मनोरम द्रश्य को देखने के लिए आते हैं।
3. क्लाउड ऐंड | Cloud end In Mussoorie In Hindi
क्लाउड एंड वह जगह है जहां बादलों को बड़े ही करीब से देखा जा सकता है। यह जगह मसूरी लाइब्ररी रोड से लगभग 7.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मसूरी की अन्य जगहें जहां हमेशा पर्यटकों की चहल पहल दिखाई देती है वहीं क्लाउड एंड आ कर आपको शहर की भीड़ भाड़ से दूर एकदम शांति का एहसास होगा। क्लाउड ऐंड नवविवाहितों की भी पसंदीदा जगह है। क्लाउड ऐंड पर इसी नाम से एक होटल भी है जो कि चारों ओर से घने जंगलों से घिरा हुआ है। जंगलों की हरियाली और प्राकर्तिक मनोहर हर युगल को यंहा आने के लिए मजबूर करती है। पर्यटक यहाँ गाड़ी से या फिर हैप्पी वैली से हथिपाओन रोड पर ट्रेकिंग का लुफ्ट उठाते हुये आ सकते हैं।
4. लाल टिब्बा | Laal tibba In Mussoorie In Hindi
मसूरी की सबसे ऊंची चोटी की बात करें तो लाल टिब्बा का नाम सबसे पहले आता है। बता दें की यहाँ के पहाड़ का रंग लाल होने के कारण इसका नाम लाल टिब्बा रख दिया गया है। कुछ लोग इसे डिपो हिल के नाम से भी जानते हैं। एक समय जब भारत मे अंग्रेजों का शासन था तब यहाँ से अंग्रेज़ पूरे क्षेत्र पर नजर रखते थे। लाल टिब्बा पर अब भारतीय सेना दल भारी मात्र मे मौजूद रहता है। आज यहाँ पर दूरदर्शन का ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन और ऑल इंडिया रेडियो का टावर मौजूद है। लाल टिब्बा की ऊंचाई इतनी है की यहाँ की चोटी से आप दूरबीन की सहयता से गंगोत्री, बद्रीनाथ, नंदादेवी ओर श्रीकंता की चोटियों को भी देख सकते हैं।
5. ज्वाला मंदिर | Jwala Mandir In Mussoorie In Hindi
ज्वाला मंदिर हिंदुओं की देवी माँ दुर्गा का मंदिर है यह मंदिर मसूरी से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बता दें की माँ ज्वाला को समर्पित यह मंदिर एक पहाड़ पर बना हुआ है जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई 2100 मीटर है। इस मंदिर में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। ज्वाला मंदिर घने जंगलो से घिरा हुआ है। हिमालय की गोद में स्थित इस मंदिर के एक तरफ देहरादून तो दूसरी तरफ यमुना की घाटियां हैं। श्रद्धालु इस मंदिर में आ आकर ना सिर्फ माता के दर्शन करते हैं बल्कि प्राकर्तिक सौन्दर्य से घिरे इस मंदिर के आस पास के अनुपम द्रश्यों को भी निहारते हैं।
6. मसूरी झील | Mussoorie Lake In Mussoorie In Hindi
मसूरी झील एक कृतिम झील है जिसे सिटी बोर्ड एवं देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार किया गया है। यह झील मसूरी से 7 किलो मीटर दूर देहरादून मार्ग पर निर्मित है। परिवार के साथ पिकनिक मानने के लिए यह बहुत ही अच्छी जगह है। मसूरी झील में वोटिंग करने के लिए पैडल वोट की सुविधा उपलब्ध है। पर्यटक यहाँ आकर नौका विहार का आनंद लेते हैं। मसूरी झील से दून की घाटी और अन्य गांव का सुन्दर नजारा भी देखा जा सकता है। यह मसूरी का बहुत ही आकर्षक पर्यटन स्थल है।
7. नाग टिब्बा | Nag tibba In Mussoorie In Hindi
नाग टिब्बा सर्प की चोटी के रूप में जाना जाता है। यह जगह समुद्र तल से 3022 मिटर की ऊंचाई पर स्थित है। नाग टिब्बा मुख्य रूप से एक ट्रेकिंग स्थल है जो की मसूरी से लगभग 75 किलोमीटर दूर है। नाग टिब्बा की चोटी पर पहुँच कर आप केदारनाथ की बर्फ से ढ़की पहाड़ियों को आसानी से देख सकते हैं। नाग टिब्बा का आकर्षित केंद्र गंगोत्री पीक भी है। ट्रेकिंग प्रेमी नाग टिब्बा आकर ट्रेकिंग का भरपूर आनंद ले सकते हैं।
8. धनोल्टी मसूरी पर्यटन स्थल | Dhanaulti In Mussoorie In Hindi
धनोलती मसूरी से 24 किलोमीटर दूर स्थित एक हिल स्टेशन है। यहाँ आपको बर्फ से ढंके पहाड़ों के सुंदर द्रश्य और लम्बी जंगली ढलानों का अनुपम सौन्दर्य देखने को मिलेगा। धनोल्टी के आस पास भी घूमने की कई जगहें हैं जैसे की कनाताल, सुकंदा देवी टैम्पल, देवगढ़ आदि। सबसे अच्छी बात ये है की यहाँ रुकने की सुविधा भी उपलब्ध है। यहाँ आ कर युगल कुछ दिन एकांत मे प्रकर्ति के बीच क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं।
9. झड़ीपानी झील | Jhadipani In Mussoorie In Hindi
झड़ीपानी झील का नजारा प्राकृतिक रूप से बेहद ही मनमोहक व रोमांचित करने वाला है। झड़ीपानी के चारों ओर शिवालिक पर्वतमाला की चोटियां दिखाई देती हैं। यहाँ के शानदार झरने एवं जंगली पहड़ियों का सुन्दर नज़ारा मन को प्रफुल्लित कर देता है। झाड़ीपानी से सूर्ये को उदय होते और अस्त होते हुए देखना भी दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। झड़ीपानी झील बार्लो गंज में स्थित है। अगर आपको पानी वाली जगह पर जाना पसंद है तो आपको अपने परिवार के साथ झड़ीपानी झील घूमने निश्चित ही जाना चाहिए।
10. कैमल बेक रोड | Camel’s Back Road In Mussoorie In Hindi
कैमल रोड ऊंट की तरह दिखाई देता है इसलिए इसको कैमल रोड कहते हैं। कैमल रोड तीन किलोमीटर लम्बी है। यह कुलेरी बाजार और लाइब्ररी के मध्य स्थित है। कैमल रोड पर घुड़सवारी करना और पैदल चलना पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। कैमल रोड में जब सूर्यास्त होता हैं तब डालते हुए सूरज का दृश्य सभी को अपनी ओर लुभाता है।
कैमेल रोड में क्या है खास :
- कैमल रोड की आकृति ऊंट की भांति है।
- यहाँ से हिमालय में ढलता हुआ सूर्या का दृश्य देखना बहुत ही रोमांचित लगता है।
11. वन चेतना केंद्र | Van Chetana Kendra In Mussoorie In Hindi
वन चेतना केंद्र पिकनिक स्पॉट है जो देवदार के जंगलो और सुन्दर फूलों की झाड़ियों से घिरा हुआ है। यह जगह मसूरी मे टेहरी रोड से 2 KM की दूरी पर स्थित है। वन चेतना केंद्र में कई वन्य प्राणी जैसे की मोर, घुरार, मोननल आदि अपनी अनोखी छठा बिखरते हैं। यहाँ पर चारों ओर घाना जंगल है और इस जंगल के जंगली जानवर बच्चों और बड़ो को अपनी ओर बड़ा आकर्षित करते हैं। लाखों की संख्या में प्रति वर्ष पर्यटक वन चेतना केंद्र घूमने के लिए आते हैं।
12. म्यूनिसिपल गार्डन | Muncipal Garden In Mussoorie In Hindi
यह गार्डन मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड से महज 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। म्यूनिसिपल गार्डन की देखभाल मसूरी के गार्डन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा की जाती है। यही वजह है की इस गार्डन को कंपनी बाग के नाम से भी जाना जाता है। इसके जनम दाता 20वी शताब्दी के भू-वैज्ञानिक डॉ एच फाकनार थे इस गार्डन में देखने के लिए विभिन्न पेड़ पौधों के साथ साथ एक झील और झरना भी है। यहाँ बच्चे कई प्रकार की मजेदार राइड का लुफ्त भी उठा सकते हैं।
13. भट्टा फॉल | Bhatta fall In Mussoorie In Hindi
भट्टा फॉल मसूरी में पिकनिक मानाने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है भट्टा फॉल एक झरना है जो की मसूरी से 7 किलोमीटर दूर भट्टा गांव में स्थित है। भट्टा फॉल पानी से भरा हुआ मनोहर स्थल है। यंहा पर लोग पानी से होने वाली गतिविधियों का लुफ्त उठाने आते हैं। यंहा आकर पर्यटक झरने व तालाब में स्नान का आनंद लेते हैं।
14. सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस | Sir George Everest House In Mussoorie In Hindi
सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस 18वी शताब्दी में भारत के सर्वेयर जनरल रहे सर जॉर्ज एवरेस्ट का घर था। यहाँ रहते हुए ही जॉर्ज ने भारत की कई ऊंची चोटियों की खोज की और उन्हें मानचित्र पर उकेरा। माउंट एवेरेस्ट की सबसे ऊँची चोटी की खोज भी सर जॉर्ज ने ही की थी, इसके बाद ही इस पर्वत का सर जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर रख दिया गया। मसूरी में गांधी चौक से महज 6 km की दूरी पर स्थित सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस आज पर्यटकों के लिए एक रेस्टॉरेंट के रूप में बदल दिया गया है। यहाँ से पहाड़ों के बहुत ही मनोरम दृश्य पर्यटकों को दिखाई देते हैं। इसे कई लोग ‘पार्क एस्टेट’ के नाम से भी जानते हैं।
15. लंढोर बाजार | Landour market In Mussoorie In Hindi
लंढोर बाजार मसूरी मे खरीदारी करने वाले प्रमुख बाज़ारों मे से एक है। लंढोर बाजार की कई दुकानों पर अंग्रेजों के जमाने की वास्तुशैली को देखा जा सकता है। इस बाजार में बहुत ही अकर्षित करने वाली एंटीक वस्तुएं पाई जाती हैं। लंढोर बाजार रोमन जूतियो के लिए भी जाना जाता है। पर्यटकों को लंढोर बाजार आ कर मसूरी के भूतकाल का चित्रण दिखाई देता है।
16. तिब्बती मंदिर | Tibetan temple In Mussoorie In Hindi
तिब्बती मंदिर बोद्ध सभ्यता का अनुपम उदहारण हैं। यह मंदिर पर्यटकों को दूर से ही अपनी ओर आकर्षित करता है। कहा जाता है की तिब्बत से भारत आने के बाद बौद्ध गुरु दलाई लामा ने मसूरी की इसी स्थान पर आ कर शरण ली थी। मसूरी मे स्थित इस तिब्बती मंदिर के बारे में कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति यहाँ आकर लगे ड्रम को बजाता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।
17. द मॉल | The Mall In Mussoorie In Hindi
यह मसूरी के मुख्य बाज़ारों मे से एक है। इसे लोग मॉल रोड के नाम से भी जानते हैं। मसूरी के अधिकांश फेमस मुख्य स्टोर माल रोड पर ही स्थित है। आपको कपड़ों से लेकर बिजली के उत्पाद तक हर प्रकार की चीज यहाँ मिल जाएगी। यही वजह है की यहाँ हर समय पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। इस रोड पर शाम का नजारा तो दिल को छू लेता है। यह बाजार लाइब्ररी पॉइंट से शुरू होकर पिक्चर पैलेस तक जाता है। यह बाजार करीब 2 किलोमीटर लंबे क्षेत्र मे फैला हुआ है।
18. बेनोग वन्यजीव अभयारण्य मसूरी | Benog wildlife sanctuary In Mussoorie In Hindi
बेनोग वन्यजीव अभयारण्य उन लोगो के लिए दिलचस्प है जो वाइल्ड लाइफ देखना पसंद करते हैं। चारों ओर घने वन से घिरा बेनोग वन्यजीव अभयारण्य में आप कई ऐसे पक्षियों को देख सकते हैं जो की विलुप्त होने की कगार पर हैं। विभिन्न पक्षियों के अलावा यहाँ आपको तेंदुआ, हिरण, भालू और हिमालयन बकरियां देखने को मिलेंगी। यह स्थान मसूरी से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ आने से पहले आपको जानकारी दे दें की यह जगह सुबह 5 बजे से शाम को 4 बजे तक ही खुलती है साथ ही बता दें की यहाँ पालतू जानवरों को लाना सख्त मना है।
19. संतला देवी मंदिर | Santala devi temple In Mussoorie In Hindi
यह मंदिर संतौर नामक गढ़ की ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। कहते हैं की यहाँ कई शताब्दियों पहले माता संतला ओर उनका भाई रहा करते थे। वे हिन्दू धर्म को मानते थे और लोगों को ईश्वर की भक्ति मे लीन रहने की प्रेरणा देते थे। फिर एक दिन अचानक मुग़लों ने यहाँ आक्रमण कर दिया और सभी को जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन करने को कहा, परंतु इससे पहले मुग़ल माता संतला पर आक्रमण कर पाते वे अपने भाई के साथ ईश्वर की आराधना करते हुये यहाँ पत्थर की मूर्ति मे बादल गईं। इतना ही नहीं, ये भी कहते हैं की जो भी मुग़ल यहाँ आक्रमण करने के उद्देश से आया था वो अंधा हो गया था। आज आलम ये है की हर साल श्रद्धालु इस मंदिर मे भारी मात्र में माता संतला के दर्शन करने आते हैं।
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कैसे पहुंचे मसूरी | How to reach mussoorie
मसूरी जाने के लिए हवाई जहाज, ट्रैन या गाड़ी तीनों में से किसी भी संसाधन का उपयोग किया जा सकता है। चलिए आपको एक एक करके तीनो संसाधनों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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हवाई जहाज से पहुंचिए मसूरी | Reach mussoorie by Aeroplane
फ्लाइट से देहरादून का जोली हवाई अड्डा मसूरी जाने के लिए निकटतम हवाई अड्डा है। यह हवाई हड्डा नई दिल्ली और इंद्रागांधी अन्तर्राष्टीय हवाई अड्डे से जुड़ा हुआ है। आप इसकी मदद से मसूरी कम समय में पहुँच सकते है।
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ट्रैन से पहुंचिए मसूरी | Reach mussoorie By Train
मसूरी जाने के लिए सबसे पास का रेलवे स्टेशन देहरादून का है जो की लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये रेलवे जक्शन भारत के कई हिस्सों से जुड़ा हुआ है। आप दिल्ली या मुंबई से देहरादून के लिए ट्रेन पकड़ कर मसूरी आसानी से पहुँच सकते हैं।
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सड़क से पहुंचिए मसूरी | Reach mussoorie By car or By Bus
बस के द्वारा भी मसूरी पंहुचा जा सकता है यहाँ सरकारी बसे और निजी बसे भी चलती है, दिल्ली और नैनीताल से बस का सफर नजदीक एवं पास का रहता है।
मसूरी जाने का उचित समय | Best time to visit mussoorie
मसूरी जाने का सबसे सही समय गर्मियों का मौसम है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में पड़ती भीषण गर्मी से बचने के लिए मसूरी जाया जा सकता है। बरसात के मौसम में यहाँ जाना थोड़ा जोखिम भरा है। भारी वर्ष की वजह से मसूरी के सभी पहाड़ी रास्ते इतने फिसलन भरे हो जाते हैं कि यहाँ रोड पर गाड़ियां अक्सर स्लिप हो जाती हैं और दुर्घटना हो जाती है।
ठण्ड के मौसम में स्नोफॉल का मजा लेने भी मसूरी आया जा सकता है। परन्तु बता दें की कभी कभी ज्यादा हिमपात के कारण यहाँ रास्ते बंद हो जाते हैं। तो अगर आप बिना किसी परेशानी के मसूरी घूमना चाहते हैं तो आपके लिए मार्च से जून तक का समय मसूरी घूमने के लिए सबसे उपयुक्त रहेगा।
तो दोस्तों ये थी मसूरी से जुड़ी कुछ जानकारी (About mussoorie in hindi)। हम आशा करते हैं की आपको मसूरी में घूमने वाली जगहें (mussoorie tourism in hindi) का पता चल गया होगा। अगर आपको जानकारी पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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Ek dum deep and jhakkash janakari . Bahut badhiya