Home Lifestyle Health & Fitness Oats क्या है? जानिए ओट्स खाने के बेहतरीन फायदे

Oats क्या है? जानिए ओट्स खाने के बेहतरीन फायदे

About Oats in Hindi: आज के समय में ओट्स दिन व दिन काफी प्रचलित हो रहे हैं। फिल्मी कलाकार हो या योगा टीचर सभी ओट्स खाने की ही सलाह देते दिख रहे हैं। तो अब मन में प्रश्न आता है कि आखिर ये ओट्स (Oats) क्या? अगर आप भी यही जानने की इक्षा से आये हैं तो आपको बता दें दोस्तों ओट्स पूरे विश्व में पाया जाने वाला सबसे लाभकारी और स्वास्थ्यप्रद अनाज है। इसलिए आज के समय में ओट्स पौष्टिक खाने के रूप में सबसे चर्चित नाम बन गया है। खाने के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला ओट्स को ओटमील के नाम से जाना जाता है।

कुछ जगह oats को जई का दलिया भी कहते हैं। जई दलिया या ओट्स दलिया अत्यधिक पौष्टिक और प्रोटीन युक्त होता है। ओट्स ऊर्जा का मुख्य घटक है इसलिए कई लोग ऊर्जा प्राप्ति के लिए ओट्स को अपने नास्ते में शामिल करते हैं। सुबह एक प्लेट ओट्स का नास्ता व्यक्ति को ना सिर्फ दिन भर ऊर्जा प्रदान करता है बल्कि यह कई रोगों से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है। ओट्स शरीर को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ त्वचा का सौंदर्य निखारने में भी कमाल का काम करता है। ओट्स के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं। अगर आप अब तक ओट्स और इसके फायदों से परिचित नहीं हैं तो ये पोस्ट को पूरा पड़ें। इसमें हम आपके साथ ओट्स से जुड़ी तमाम जानकारी साझा करने वाले हैं।

 

ओट्स क्या होते हैं | What is Oats in Hindi

ओट्स एक ऐसा आनाज है जिसको पहले सिर्फ पशु खाते थे लेकिन इसके गुणों का पता लगने के बाद ओट्स के दानों से तरह-तरह के भोज्य पदार्थ तैयार करके इसे मानव के खाने योग बनाया गया है। ओट्स को हिंदी में “जई” के नाम से जाना जाता है। ओट्स का वैज्ञानिक नाम “एवेना सटाइवा” (Avena sativa) है। यह काफी हद तक जौ की तरह दिखाई देता है। बता दें कि ओट्स अपने बीजों के लिए जाना जाता है जो कि Poaceae परिवार का आनाज है। ओट्स काफी पौष्टिक और गुणकारी अनाज है जिसका उपयोग मानव और पशु दोनों के आहार के लिए किया जाता है। भारत में जई की मुख्यतः ऐवना सटाइवा और ऐवना स्टेरिलिस नामक दो प्रजातियां पाई जाती हैं।

 

ओट्स के प्रकार | Types of Oats in Hindi

types of oats ओट्स बाजार में कई तरह के फ्लेवर में उपलब्ध होते हैं लेकिन फ्लेवर युक्त ओट्स इतना गुणकारी नहीं होता है जितना कि फ्लेवर मुक्त ओट्स होता है। फ्लेवर मुक्त ओट्स में अत्यधिक मात्रा में प्राकृतिक गुण और पौष्टिक तत्व की प्रधानता पाई जाती है इसलिए हमेशा फ्लेवर मुक्त ओट्स का ही उपयोग करना चाहिए। अब हम आपको ओट्स के कुछ महत्पूर्ण और प्रचलित प्रकारों के बारे में विस्तार से बताते हैं। ओट्स के ये वह महत्पूर्ण प्रकार हैं जो हेल्थ और स्किन को स्वस्थ बनाते हैं।

 

1. रोल्ड ओट्स (Rolled Oats)

रोल्ड ओट्स सबसे पुराना ओट्स है। यह उच्च गुणवत्ता वाला ओट्स है जिसमें भरपूर मात्रा में अनेक प्रकार के विटामिन्स पाए जाते हैं। रोल्ड ओट्स एक प्रकार का आटा है जिसका आकार चपटा और अनियमित गोल होता है। रोल्ड ओट्स का इस्तेमाल सामान्यतः कुकीज़, दलिया, ब्रेड आदि के रूप में किया जाता है।

 

2. इंस्टेंट ओट्स (Instant Oats)

इंस्टेंट ओट्स या क्विक ओट्स को हिंदी में त्वरित ओट्स भी कहा जाता है। यह ओट्स अन्य प्रकार के ओट्स की तुलना में जल्दी पक जाता है इसलिए इस ओट्स को इंस्टेंट ओट्स कहा जाता है। इंस्टेंट ओट्स क्रीम रंग के होते हैं तथा पोहा की तरह नरम और पतले होते हैं। यह ओट्स रोल्ड ओट्स की अपेक्षा पानी को कम अवशोषित करते हैं। इसलिए इंस्टेंट ओट्स का इस्तेमाल अधिकतर सुबह के समय सूप के रूप में किया जाता है।

 

3. स्टील कट ओट्स (Steel Cut Oats)

यह ओट्स छोटे-छोटे टुकड़ों में पाया जाता है। स्टील कट ओट्स को ओट ग्रोट के छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर तैयार किया जाता है। इंस्टेंट ओट्स और रोल्ड ओट्स की तुलना में स्टील कट ओट्स को पकने में अधिक समय लगता है। स्टील कट ओट्स को आप अपने स्वादानुसार मीठा, नटी स्वाद या नरम बनाकर इसका उपयोग कर सकते हैं। बता दें कि ओट्स का यह प्रकार बेहद फायदेमंद होता है।

 

4. ग्रोट्स ओट्स (Groats Oats)

ग्रोट्स ओट्स मुख्य ओट्स होता है इस ओट्स में कैलोरी सर्वाधिक मात्रा पाई जाती है। ओट्स का यदि कोई मूल रूप है तो वह ग्रोट्स ओट्स ही है। हालाँकि इस ओट्स को पाकाने से पहले इसके बाहरी छिलका को हटाने के बाद खाया जाता है। दलिया या खिचड़ी बनाकर ग्रोट्स ओट्स का सेवन किया जा सकता है।

 

ओट्स का उत्पादन कहाँ होता है | Where did Oats found

oats field

ओट्स की खेती सबसे पहले स्कॉटलैंड में की गई थी। लेकिन इसके फायदों को देखते हुए आजकल इसका उत्पादन विश्व के सभी देशों में होने लगा है। कनाडा, पोलैंड, चीन, रूस, ऑस्टेलिया, यूएसए, फ्रांस और भारत में ओट्स का उत्पादन काफी मात्रा में किया जाता है। भारत में ओट्स की सबसे अधिक पैदवार हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा उड़ीसा में होती है।

 

ओट्स में पाए जाने वाले विभिन्न तत्व | Nutrients of Oats in Hindi

ओट्स में प्रोटीन और विटामिन तो पाए जाते ही हैं इसके आलावा इसमें और भी कई तत्व पाए जाते हैं जैसे कि मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, जिंक, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, सोडियम, फाइबर, प्रोटीन, थाइमिन, नियासिन, राइबोफ्लेविन, फोलेट, विटामिन बी 6, विटामिन बी 12, फास्फोरस, फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड, फैटी एसिड टोटल पोलीअनसैचुरेटेड, फैटी एसिड टोटल मोनोसैचुरेटेड आदि। साथ ही साथ ओट्स में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं जो कि बेहद लाभकारी होते हैं। यदि आप ग्लूटेन फ्री भोजन करना पसंद करते हैं तो आपको जानकारी दे दें कि ओट्स पूर्णतः ग्लूटेन फ्री आहार है अर्थात ओट्स में ग्लूटेन की मात्रा नहीं पाई जाती है।

 

ओट्स के जबरजस्त फायदे | Benefits of Oats in Hindi

benefits of oats ओट्स एक आनाज है लेकिन यह कोई सामान्य आनाज नहीं बल्कि यह एक विशिष्ट आनाज है। इसमें कई तरह के विटामिन, मिनरल्स एवं खनिज आदि तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को कई बिमारियों से मुक्ति दिलाने में मदद करते हैं। अब आपके मन में यह विचार अवश्य ही आ रहा होगा कि यह लाभकारी ओट्स कौन-कौन सी बीमारी में फायदेमंद है। तो आइये आपको बताते हैं कि ओट्स खाने से कौन-कौन से फायदे होते हैं।

 

1. ओट्स करे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल

किसी भी व्यक्ति का सामान्य ब्लड प्रेशर 140-159/90-99 होता है जबकि युवाओं का सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 तक होता है। हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। कभी कभी तो इस समस्या के कारण व्यक्ति को हार्ट अटेक आ जाता है जिससे जान भी चली जाता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं जैसे टेंशन, नींद पूरी नहीं होना या गलत खान पान के कारण भी यह समस्या हो जाती है। ओट्स एक पौष्टिक आहार है जिसमे पोटैशियम, विटामिन सी, घुलनशील फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो इन्सुलिन यानी रक्तचाप को नियंत्रित करके ब्लड प्रेशर को कम करता है।

 

2. ओट्स का सेवन कैंसर रोग में है उपयोगी

कैंसर रोगियों की संख्या में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है इसलिए कैंसर रोग से बचने के लिए हमें संतुलित और पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। शोधकर्ताओं के मुताबिक ओट्स में फाइटोकैमिकल्स पाए जाते हैं जो कई तरह के कैंसर को रोकने में सहायता करते हैं। इसके आलावा ओट्स में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं जो कि कैंसर को जन्म देने वाली कोशिकाओं को नष्ट करता है तथा स्वस्थ कोशिकाओं को बनाये रखता है अतः ओट्स का सेवन कैंसर रोग में भी उपयोगी और कारगर है।

 

3. वजन को करना है कम तो खाएं ओट्स

स्वस्थ रहने के लिए वजन को नियंत्रित रखना अति आवश्यक है क्योंकि वजन के बढ़ते रहने से मोटापा बढ़ाता है और मोटापे को बीमारियों का घर कहा जाता है। इसलिए आजकल अधिकतर लोग अपना वजन कम करने के लिए योगा, व्यायाम और जिम जैसे अनेकों प्रयत्न करते हैं लेकिन सही डाइट ना लेने के कारण वजन कम नहीं कर पाते हैं। बता दें कि वजन कम करने के लिए ओट्स एक बेहतर डाइट है क्योंकि ओट्स में प्रोटीन और फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से पेट भरा हुआ लगता है और इसी वजह से व्यक्ति अपनी भूख पर नियंत्रण बनाये रखने में कामयाब हो जाता है। बता दें कि ओट्स में बीटा ग्लूकॉन भी अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है जो भोजन को तो आसानी से पचाता ही है साथ ही शरीर की ऊर्जा भी बनाये रखता है। यदि आप अपने वजन को कम करना चाहते हैं तो सुबह एक प्लेट ओट्स का नास्ता आपके वजन को कम करने का बेहतरीन विकल्प है।

 

4. ओट्स से करे मधुमेह पर नियंत्रण

असंतुलित खाद्य पदार्थ के सेवन से शरीर के रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है जिसकी वजह से मधुमेह रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ओट्स में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो इंसुलिन के प्रभाव को सक्रिय बना देते हैं जिससे रक्त में शुगर की मात्रा को संतुलित बनाये रखने में सहायता मिलती है। ओट्स में फाइबर एवं बीटा ग्लूकॉन तत्व पाए जाते हैं। ये तत्व घुलनशील होते हैं जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करते हैं और मधुमेह को नियंत्रित रखने में लाभकारी होते हैं।

 

5. कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोके ओट्स

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से ह्रदय से संबंधित कई रोग उत्पन्न हो जाते हैं इसलिए बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करना बेहद जरुरी होता है। कोलेस्ट्रॉल अधिक तली चीजें खाने से या अधिक मिर्च मसाले खाने के कारण बढ़ जाता है यदि आप कोलेस्ट्रॉल को कम करना चाहते हैं तो रोज नास्ते में ओट्स का उपयोग कीजिये क्योंकि ओट्स में घुलनशील फाइबर पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।

 

6. ओट्स से पाचन तंत्र को बनाये मजबूत

ओट्स एक नहीं बल्कि स्वास्थ संबंधी कई समस्याओं का निदान करता है। इन्ही समस्याओं में से एक है खराब पाचन तंत्र। खराब पाचन तंत्र सम्पूर्ण शरीर के लिए नुकसान दायक होता है। यदि किसी व्यक्ति का पाचन तंत्र खराब है तो वह व्यक्ति कितना भी पौष्टिक अहार का सेवन कर ले तो भी उस अहार के पौष्टिक तत्व उसके शरीर तक नहीं पहुंच पाते हैं इसलिए पाचन तंत्र का स्वस्थ और सुचारु रूप से कार्य करना अत्यंत आवश्यक है। ओट्स में एन्टीऑक्सीडेंट, एन्टीबैक्टीरियल और फाइबर जैसे तत्व मुख्य रूप से पाये जाते हैं जो पाचन तंत्र को ठीक करके मजबूत बनाते हैं।

 

7. ओट्स से बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता

मानव शरीर में प्रकृति दूारा एक ऐसी व्यवस्था बनाई गई है जिससे मानव शरीर कई बाहरी बिमारियों से स्वयं लड़ सकता है। जिस व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वह व्यक्ति जल्द ही कई बिमारियों की चपेट में आ जाता है। इसलिए डॉक्टर भी लोंगो को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की सलाह देते हैं। ओट्स में विटामिन सी, विटामिन-ए, विटामिन-बी2, विटामिन-ई, विटामिन-डी आदि तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। यदि आप भी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमत को बढ़ाना चाहते हैं तो आपके लिए ओट्स का सेवन करना बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।

 

8. ओट्स दिलाये मुहासों से छुटकारा

अनियमित जीवन शैली और हार्मोंस बदलाव के कारण अक्सर लोंगो को मुंहासों की समस्या हो जाती है। ओट्स में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये तत्व त्वचा पर मौजूद मुंहासों को उत्पन्न करने वाले वेक्टीरिया को खत्म कर देते हैं। जिसकी वजह से मुंहासों की समस्या से जल्द ही छुटकारा मिल जाता है।

 

9. ओट्स से पाएं नींद की समस्या से निजात

पहले नींद नहीं आने की बात केवल बुजुर्ग लोगों से ही सुनने को मिलती थी लेकिन आजकल कम उम्र के लोगों में नींद नहीं आने की समस्या एक आम बात हो गई है। नींद नहीं आने के कई कारण होते हैं जैसे तनाव, नकारात्मक सोच, अनियमित दिनचर्या आदि। नींद नहीं आने की वजह से याददाश्त कमजोर होने लगती है एवं व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है इसलिए डॉक्टर कम से कम आठ घंटे की भरपूर नींद लेने की सलाह देते हैं। यदि किसी व्यक्ति को नींद नहीं आने की समस्या है तो उसके लिए ओट्स का सेवन करना लाभकारी होता है। बता दें कि ओट्स में सेरोटोनिन नामक तत्व पाया जाता है जो नींद की समस्या से छूटकारा दिलाने में कारगार होता है।

 

10. हड्डियों को मजबूत बनाता है ओट्स

हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए दूध और विटामिन-D मुख्य अवयव हैं। परन्तु आज कल कई लोग वजन बढ़ने के डर से दूध का सेवन नहीं करते तो कुछ लोगों को दूध पसंद ही नहीं होता है। वही विटामिन डी भी जो की मुख्यता धुप से मिल जाता है यह ज्यादातर लोगों के शरीर में कम हो जाता है क्यूंकि आजकल की व्यस्त जिंदगी में धूप ले पाने का समय कहाँ है। यही कारण है कि बच्चों से लेकर बूढों तक सभी की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। बता दें कि ओट्स में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, विटामिन डी, मैग्नीशयम, सिलिकॉन, प्रोटीन एवं आयरन पाया जाता है। ये सभी वे तत्व है जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं अतः आप रोज नास्ते में ओट्स का सेवन करके अपनी हड्डियों को मजबूत बना सकते हैं।

 

11. ओट्स है ऊर्जा का मुख्या घटक

शरीर के लिए पर्याप्त ऊर्जा का होना अत्यंत आवश्क होता है क्योंकि ऊर्जा रहित व्यक्ति स्वयं को कमजोर समझता है। किसी भी काम को करने के लिए ऊर्जा की आवश्कता होती है और ऊर्जा की कमी से कोई भी व्यक्ति किसी भी काम को ठीक तरीके से नहीं कर सकता। बता दें की ओट्स खाने से आपके शरीर को भरपूर मात्रा में ऊर्जा मिल सकती है। अतः कहा जा सकता है कि ओट्स ऊर्जा का मुख्य घटक है। इसलिए प्रतिदिन सुबह के समय ओट्स का सेवन करें जिससे की आपका शरीर थकवाहट ना महसूस करते हुए दिनभर ऊर्जावान रहे।

 

12. ओट्स शिशुओं के लिए है फायदेमंद

हर माँ अपने शिशु का सही विकास करने के लिए चिंतित रहती है इसलिए वह शिशु के लिए पौष्टिक आहार की खोज करती रहती है। दोस्तों ओट्स एक ऐसा आहार है जो न सिर्फ बड़ों के लिए फायदेमंद है बल्कि बच्चों के लिए भी बेहद लाभकारी है। लगभग छह माह के उपरांत डॉक्टर से परामर्श लेकर आप छोटे बच्चों को भी ओट्स का सेवन करवा सकते हैं। ओट्स में वह सभी पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो किसी भी शिशु के विकास के लिए आवश्यक होते हैं।

 

13. चिकन पॉक्स में ओट्स है लाभकारी

ओट्स का उपयोग चिकन पॉक्स जैसी समस्या में भी लाभकारी होता है। चिकिन पॉक्स हो जाने पर पूरे शरीर में दाने निकल आते हैं जिससे सूजन और खुजली होने लगती है। इस समस्या से बचने के लिए आप ओट्स का उपयोग फेस पैक की तरह कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त ओट्स के पाउडर को नहाने के पानी में मिलकर स्नान करने से इसमें पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट तत्व सूजन और खुजली को कम करने में मदद करता है।

 

14. ओट्स बालों के लिए है फायदेमंद

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने खाने पीने का ठीक से ध्यान नहीं रख पाते हैं जिससे हमें वह पोषक तत्व नहीं मिल पाते जिनकी हमें जरुरत होती है। यही वजह है कि आजकल महिला हो या पुरुष सभी को बालों में रुसी, बालों का झड़ना एवं असमय बालों का सफ़ेद होने जैसी समस्याएं होने लगी हैं। इसके आलावा बालों के अस्वस्थ होने के और भी कई कारण होते हैं जैसे हार्मोन्स का असंतुलन, लम्बे समय तक किसी बीमारी का होना या केमिकल युक्त चीजों के उपयोग करने से भी बालों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। दोस्तों आपको बता दें कि ओट्स में प्रोटीन, विटामिन के आलावा मैग्नीशियम, पोटेशियम, ज़िंक एवं आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बालों सम्बन्धी सभी समस्यायों का निवारण करते हैं।

 

15. कब्ज को करना है दूर तो खाएं ओट्स

गलत खान पान के कारण कब्ज एक ऐसी समस्या हो गई है जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी में देखने को मिलती है। कब्ज बहुत सारी बीमारियों की जड़ होती है। इसके कारण माइग्रेन (सिर दर्द), पेट फूलना, हाथ पैरों में दर्द, चक्कर आना, भूक ना लगना, खट्टी डकारें तथा बदहजमी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। बता दें कि ओट्स में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है। फाइबर गुणों में घुलनशील होता है जो हमारे भोजन को पचाता है और भोजन से आवश्यक तत्वों को अवशोषित कर शरीर को दे देता है। साथ ही मल को पूरी तरह बाहर निकालने में मदद करता है जिससे कब्ज की समस्या ख़त्म हो जाती है।

 

ओट्स के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Oats in Hindi

1. ओट्स में विटमिन ई और विटामिन सी पाया जाता है। इन विटामिनों का प्रयोग त्वचा में रंग लाने के लिए किया जाता है। यदि आप अपने रंग को निखरना चाहते हैं तो ओट्स का पाउडर बना लें और उस पाउडर को दूध में घोल कर स्क्रब के रूप में चहरे पर उपयोग कर सकते हैं।

2. ओट्स का सेवन करने से आमाशय रोग में आराम मिलता है।

3. ओट्स के सेवन से याददाश्त तेज होती है क्योंकि ओट्स में वह सभी विटामिन और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो दिमाग को पोषण देते हैं।

4. ओट्स में विटामिन बी, विटामिन बी-6 एवं फोलेट जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मानसिक तनाव से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।

5. ओट्स में फाइबर और विटामिन ई पाया जाता है जो रूखी त्वचा में नमी प्रदान कर त्वचा को कोमल बनाता है।

ओट्स के फायदे जानने के बाद यह तो समझ आ गया होगा कि ओट्स हमारे स्वस्थ के लिए कितना महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ है। अब प्रश्न आता है कि इतने उपयोगी ओट्स का उपयोग किस प्रकार करना चाहिए। तो आइये बताते हैं।

 

ओट्स का उपयोग कब और कैसे करें | How to use Oats in Hindi

oats food

जई (Oats) में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए तभी फायदेमंद होते हैं जब इनका सेवन सही तरीके से और सही मात्रा में किया जाये। ओट्स का गलत तरीके से सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है। तो आइये जानते है कि ओट्स का उपयोग कैसे किया जा सकता है।

1. ओट्स को हरी सब्जी के साथ खूब अच्छे से पकाकर सुबह नास्ते में सेवन कर सकते हैं।

2. ओट्स में दाल चावल मिलकर खिचड़ी की तरह पका कर दोपहर को खाने में भी खा सकते हैं।

3. ओट्स को दूध के साथ मीठा पका कर सुबह नास्ते में या रात को भी इसका सेवन कर सकते हैं।

4. ओट्स का सूप बनाकर सेवन कर सकते हैं।

5. जई के दानों को अंकुरित करके स्प्राउड सलाद बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं। यह काफी हेल्दी होता है।

नोट : ओट्स का सेवन करने से पहले सबसे जरुरी है कि आप जिस ओट्स का उपयोग कर रहे है उस पैकेट पर उसकी एक्सपाइरी डेट देख लें उसके बाद ही इसे बनायें। यदि आप पहली बार ओट्स का सेवन करने जा रहें हैं तो पहले दिन बहुत कम मात्रा में ले और बहुत अच्छे से पका कर ही इसका सेवन करें। बता दें की ओट्स का सेवन आप सुबह, दोपहर, शाम या रात कभी भी कर सकते हैं।

 

ओट्स से होने वाले नुकसान | Side Effects of Oats in Hindi

ओट्स के लाभ अत्यधिक हैं जबकि इसके नुकसान ना के बराबर हैं। फिर भी हमें एक बार ओट्स से होने वाले नुकसान पर नजर जरूर डाल लेनी चाहिए। तो आइये ओट्स से होने वाले नुकसान को भी जान लेते हैं।

1. कहा जाता है कि किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती है उसी प्रकार ओट्स का भी अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पाचन तंत्र और आंत को नुकसान पहुँच सकता है।

2. ओट्स को ठीक से पका कर नहीं खाने पर पेट को नुकसान पहुँच सकता है या उल्टी जैसी समस्या भी हो सकती है।

 

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तो दोस्तों ये थी जई (Oats in hindi) की कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप ओट्स खाने के फायदे समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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