About Taro Root in Hindi: आज कल कई बीमारियां फैल रहीं हैं। ऐसे में यदि सही दिनचर्या और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाए तो शरीर को कई रोगों से बचाया जा सकता है। अब यूँ तो हम सभी प्रतिदिन कई चीजें खाते हैं ऐसे में कौनसी पौष्टिक है और कौनसी नहीं ये कहना मुश्किल है। तो दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं जो गुणों का भण्डार है और हर सब्जी मंडी में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। जी हाँ आज हम आप से अरबी की बात कर रहे हैं।
यदि आप अरबी के फायदों से अनजान हैं तो आज का लेख आपके लिए ही है। इस लेख में हम आपको अरबी से होने वाले फायदों से तो रूबरू करवाएंगे ही साथी इस अरबी से जुड़ी कुछ और बेमिसाल जानकारी प्रदान करेंगे।
क्या होती है अरबी | What is Taro Root in Hindi
अरबी ग्रीष्म ऋतू में मिलने वाली एक प्रचलित सब्जी है जो पकने के बाद आलू की तरह दिखती है। जिसका सम्बन्ध ऐरेसी (Araceae) कुल से है। अरबी का वैज्ञानिक नाम Colocasia esculenta है। आपको बता दें कि अरबी का पौधा एक सदाबाहर जड़ी-बूटी वाला पौधा होता है जो अधिकांश उष्ण क्षेत्रों में उगाया है।
अरबी के पौधे लगभग 1 से 2 मीटर तक लम्बे होता हैं जिसमें जमीन के आरुणि भाग में जड़ के रूप में अरबी लगती हैं एवं बहरी भाग में हरे रंग के बड़े-बड़े पत्ते लगे हुए होते हैं। खास बात यह है कि अरबी के पौधा का प्रत्येक उपयोग खाने के लिए किया जा सकता है। यही वजह है कि कई लोग अरबी के पत्तों की सब्जी का सेवन बड़े चाव से करते हैं।
अरबी की तासीर :
अरबी मुख्या रूप से गर्मी के मौसम में आने वाले है सब्जी है जिसका उपयोग करना आपके के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि अरबी की तासीर ठंडी होती है।
अरबी में पाए जाने वाले पोषक तत्व | Nutrients of Taro Root in Hindi
अरबी में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों से अधिकांश पाठक अनजान होंगे इसलिए आपको बता दें कि अरबी में मुख्य रूप से आयरन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटमिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी, विटामिन बी6, विटामिन के, मैंगनीज, नियासिन, सेलेनियम, लोहा, फॉस्फोरस, सोडियम, कॉपर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट सहित एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं।
अरबी के विभिन्न नाम | Some Other Names of Arbi (Taro Root)
अरबी भारतवर्ष में पाई जाने वाली एक ऐसी सब्जी है जिसको विभिन्न प्रांतों की अलग-अलग भाषाओं में विभिन्न नामों से जाना जाता है। यदि आप अरबी के समस्त नामों से अवगत नहीं हैं तो अब हम आपको बताने वाले हैं अरबी के ये नाम कौनसे हैं।
अरबी का हिंदी में नाम – घुइयां, कच्चु, अरवी
अरबी का संस्कृत में नाम – आलुकी
अरबी का अंग्रेजी में नाम – तारो रुट
अरबी का तमिल में नाम – शमाकीलंगू
अरबी का तेलगु में नाम – चम्मडुम्पा
अरबी का गुजराती में नाम – अलवी
अरबी का कन्नड़ में नाम – केसवे
अरबी का बंगाली में नाम – अशुकुचू
अरबी का मलयालम में नाम – चेम्पकीझन्ना
अरबी के स्वास्थ्यवर्धक फायदे | Benefits of Taro Root in Hindi
अरबी केवल एक सब्जी नहीं बल्कि आपके लिए एक लाभकारी औषधि साबित हो सकती है। दरअसल अरबी में एक से बढ़कर एक खनिज, विटामिन्स व एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को सेहतमंद बनाने में असरकारक होते हैं। इसलिए अरबी का उपयोग आयुर्वेद में एक औषधि के रूप में किया जाता है। यदि आप अभी तक अरबी के फायदों से अनजाने है तो चलिए आपको इससे होने वाले स्वास्थवर्धक फायदों से रूबरू करवाते हैं।
1. शारीरिक कमजोरी को दूर करने में अरबी है असरदार
कई लोग ऐसे होते हैं जिनको कम कार्य करने के उपरांत भी थकान का अनुभव होने लगता है। इस वजह से वह ऑफिस, घर या अन्य किसी भी प्रकार के कार्य को ठीक से सम्पन्न नहीं कर पाते हैं। शारीरिक कमजोरी की वजह से शरीर में दर्द रहने लगता है, कई लोगों की सीढ़ियां उतरने-चढ़ने में साँस फूलने लगती हैं, मौसमी बिमारियों का शरीर जल्दी शिकार हो जाता है, अत्यधिक नींद आने लगती हैं आदि।
यदि आप भी शारीरिक कमजोरी से पीड़ित हैं तो आप अरबी का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि अरबी में प्रोटीन, आयरन व विटामिन ए पाया जाता है जो शारीरिक कमजोरी को दूर करने में असरदार होता है। शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए आप अरबी का इस्तेमाल आग में पकाकर कर सकते हैं।
2. हड्डियों और मांसपेशियों को अरबी रखे मजबूत
हमारे शरीर में कई अंग पाए जाते हैं एवं शरीर के अंगों में मांसपेशियां और हड्डियां होती हैं। मजबूत मांसपेशियां शरीर को स्वस्थ रखने में महत्पूर्ण भूमिका अदा करती हैं। अस्वस्थ हड्डियों और मांसपेशियों की वजह से अधिकांश लोग गर्दन के दर्द , कमर दर्द , पीठ दर्द, जोड़ों का दर्द आदि से पीड़ित हैं। लेकिन दोस्तों आप अपनी दिनचर्या और खाना-पान में बदलाव करके हड्डियों और मांसपेशियों को स्वस्थ बना सकते हैं।
यदि आप हड्डियों और मांसपेशियों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप अरबी का उपयोग करना शुरू करें। दरअसल अरबी में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम पाया जाता है जो हड्डियों और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में प्रभावी होता है।
3. आँखों को स्वस्थ रखने में अरबी है फायदेमंद
धूल मिट्टी, सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों आदि से आँखों पर बुरा प्रभाव पड़ता हैं। आज कल अधिकांश लोग आँखों का ख्याल ठीक प्रकार से नहीं रखते हैं इस वजह से आँखों की रोशनी कम होना, आँखों से धुंधला दिखाई देना या फिर मोतियाबिंद जैसे कई प्रकार के गंभीर रोग होने लगे हैं। दोस्तों आंखे शरीर का सबसे नाजुक और कीमती अंग होता है जिसका प्रतिदिन ख्याल रखना जरुरी है।
इसलिए आपको बता दें कि यदि आप आँखों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप अरबी का उपयोग कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अरबी में विटामिन ए, जिंक व एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो आँखों को स्वस्थ रखने में फायदेमंद होते हैं।
4. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में अरबी है कारगर
अत्यधिक बड़ा हुआ एलडीएल कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की वजह से ह्रदय, मस्तिष्क, किडनी आदि पर बुरा असर पड़ता है। इससे शरीर कई प्रकार के गंभीर रोगों का शिकार भी हो जाता है। हालाँकि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का मुख्य कारण गलत खान पान को ही माना है।
अतः यदि उचित व पौष्टिक आहार का सेवन किया जाये तो केवल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित ही नहीं बल्कि ठीक भी किया जा सकता है। दरअसल अरबी में कई प्रकार के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में कारगर साबित होते हैं।
5. मोटाप कम करने में अरबी होती है फायदेमंद
मोटापा आज एक गंभीर रूप लेता जा रहा है। मोटापा से ग्रस्त व्यक्ति को न सिर्फ शारीरिक कार्य करने में कठनाइयों का सामना करना पड़ता है अपितु शरीर भी कई प्रकार के रोगों से ग्रस्त हो जाता है। आपको बता दें कि कई लोगों को अधिक भूख लगती है जिसकी वजह से वह मोटापा को नियंत्रित नहीं पाते हैं।
यदि आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो आप अरबी का इस्तेमाल शुरू कीजिए। अरबी का सेवन करने से पेट भर-भरा महसूस होता है जिसकी वजह से भूख कम लगती है। इसके आलावा अरबी में फाइबर पाया जाता है जो मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करके मोटापा को कम करने में फायदेमंद होता है।
6. ब्लड सर्कुलेशन में अरबी है लाभकारी
शरीर का सही संचालन सही प्रकार से होने वाले ब्लड सर्कुलेशन पर भी निर्भर करता है। दरअसल शरीर के अंग तभी ठीक प्रकार से कार्य करते हैं जब शरीर के अंगों में सुचारु रूप से ब्लड सर्कुलेशन होता है। अगर ब्लड सर्कुलेशन ठीक प्रकार से नहीं होता है तो शरीर कई रोगों की चपेट में आ जाता है।
इसलिए प्रत्येक मानवीय शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही मात्रा में होना जरुरी है। यदि आप ब्लड सर्कुलेशन को सही करना चाहते हैं तो आप अरबी का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि अरबी में कुछ ऐसे लाभकारी तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन को सही करने में फायदेमंद होते हैं।
7. दस्त को ठीक करने में अरबी है असरदार
दस्त एक आम बीमारी है यदि किसी व्यक्ति को एक या दो बार दस्त आता है तो यह गलत खाना या पानी के संक्रमण से हो सकता है। लेकिन यदि दस्त बार बार आता है तो यह शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। अधिक दस्त लगने की वजह से शारीरिक कमजोरी आ जाती है इसके आलावा शरीर में पानी व अन्य पोषक तत्वों की कमी आ सकती है। इसलिए दस्त का उपचार जल्द जल्द से करना उचित माना गया है। हालाँकि दस्त एक ऐसी समस्या है जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों को किसी भी समय हो सकती है।
यदि आप दस्त से शरीर का बचाव करना कहते हैं या फिर दस्त को नियंत्रित करना चाहते हैं तो आप अरबी का सेवन कर सकते हैं। अरबी में कई प्रकार के विटामिन्स व एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो दस्त को ठीक करने में असरदार होते हैं।
8. अरबी त्वचा के लिए है शानदार
शायद ही आपने कभी यह विचार किया होगा कि अरबी त्वचा के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है। दरअसल आज के समय में त्वचा कई प्रकार के विकारों से ग्रस्तcहो जाती है जिसकी वजह से त्वचा का सौन्दर्य गायब हो जाता है। लेकिन आप अरबी की मदद से त्वचा सबंधी विकारों से छुटकारा पा कर त्वचा को पुनः सुन्दर व स्वस्थ बना सकते हैं।
बता दें कि अरबी में विटामिन ए, विटामिन बी, बीटा-कैरोटीन सहित एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अतरिक्त अरबी में रक्त संचार करने वाले तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से त्वचा चमकदार व ग्लोइंग बनती हैं।
अरबी के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Taro Root in Hindi
1. यदि आप शरीर को कैंसर के खतरे से बचाना चाहते हैं तो अरबी आपके लिए लाभकारी साबित हो सकती है। दरअसल अरबी में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं जो कैंसर के खतरे को कम करने में प्रभावी होते हैं।
2. अरबी मधुमेह को नियंत्रित करने में फायदेमंद होती है।
3. अरबी में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में असरदार होता है।
4. अरबी में पोटैशियम पाया जाता है जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में प्रभावी तत्व है।
5. अरबी में फाइबर सहित कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र को सही करने में साथ देते हैं।
अरबी का उपयोग | Uses of Taro Root in Hindi
दोस्तों अरबी एक ऐसा कंद है जिसका उपयोग आप कई प्रकार से कर सकते हैं। यदि आप अरबी का उपयोग सब्जी के अतिरिक्त अन्य तरीकों से करना नहीं जानते हैं तो अब हम आपको बताने वाले हैं कि अरबी का उपयोग आखिर अन्य किस प्रकार से किया जा सकता है।
1. अरबी का भर्ता बनाकर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
2. पकोड़े के रूप में अरबी को बनाया जा सकता है।
3. चिप्स बनाकर अरबी का उपयोग कई लोग करते हैं।
4. अरबी का काढ़ा बनाकर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
5. कढ़ी में अरबी के टुकड़े डालकर अरबी कढ़ी के रूप में इसका उपयोग कर सकते हैं।
6. परांठे के रूप में अरबी का उपयोग किया जा सकता है।
7. सूखी व रसीली अरबी कि सब्जी के रूप में तो अरबी का उपयोग किया ही जाता है।
8. अरबी का इस्तेमाल आग में भूनकर भी किया जा सकता है।
अरबी से होने वाले नुकसान | Side Effects of Taro Root in Hindi
अरबी का सेवन संतुलित मात्रा में करना फायदेमंद माना जाता है। अरबी का उपयोग यदि अधिक मात्रा में किया जाता है तो यह शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। इसलिए अब हम आपको अरबी से होने वाले नुकसानों से अवगत करवाने वाले हैं।
1. अरबी का जरुरत से ज्यादा सेवन करने से पथरी व किडनी सम्बंधित समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
2. अधिक मात्रा में अरबी खाने से कब्ज की शिकायत हो सकती है।
3. यदि अरबी का सेवन पकाकर नहीं किया जाता है तो यह सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है।
4. अरबी का सेवन अधिक मात्रा में करने से गैस की समस्या देखी जा सकती है।
5. अस्थमा के रोगियों को इसका सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए।
तो दोस्तों ये थी अरबी से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं कि आप अरबी (taro root in hindi) के फायदे और नुकसान समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पढ़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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