About Badam in Hindi: जब भी किसी व्यक्ति की कमजोर याददाश्त की बात होती है तो अक्सर सुनने में आता है की बादाम खाया करो क्योंकि बादाम दिमाग के लिए अच्छा होता है। यही वजह है की प्राचीन काल से लेकर अभी तक बादाम लोगों का पसंदीदा आहार बना हुआ है। बता दें कि कई लोगों के नाश्ते की शुरुआत बादाम से ही होती है पर कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी तक बादाम नहीं खाया है क्योंकि उन्हें लगता है की बादाम खाने से कुछ नहीं होता है।
तो आज इस भ्रम को दूर करने के लिए हम आपको badam khane ke fayde व कुछ ऐसी जानकारी बताने वाले हैं जिनसे रूबरू होने के पश्चात आप बादाम का उपयोग बड़े चाव से करेंगे।
बादाम क्या है | What are Almonds or Badam in Hindi
बादाम एक प्रकार का तैलिए सूखा मेवा होता है जिसका वैज्ञानिक नाम प्रूनस डलसिस (Prunus dulcis) है। बादाम के बीजों का उपयोग सूखे मेवे के रूप में तो किया ही जाता है साथ ही इसके बीजों को दवाकर तेल भी निकला जाता है जिसको बादाम तेल के नाम से जाना जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बादाम दो प्राकर के होते हैं मीठा बादाम और कड़वा बादाम। मीठे बादाम की मिगी का उपयोग खाने के लिए किया जाता है जबकि कड़वे बादाम की मिगी का उपयोग बादाम तेल बनाने के लिए किया जाता है।
कैसा होता है बादाम का पेड़ | How did Badam Tree look like
दोस्तों यदि आप बादाम का सेवन करते हैं लेकिन अभी तक आपको ज्ञात नहीं है कि आखिर बादाम का पेड़ कैसा होता है। तो आपको बता दें कि बादाम का पेड़ Rosaceae कुल सम्बंधित पेड़ है जिसकी लम्बाई लगभग 5 से 10 मीटर तक होती है इसलिए इसको माध्यम आकर का पेड़ कहा जाता है। बादाम पेड़ के तने चौंड़े होते हैं जबकि पत्ते 8 से 13 सेंटीमीटर तक लम्बे हरे रंग के कोमल होते हैं। वहीं इसके फूल आकर्षित सफेद व हल्के गुलाबी रंग के होते हैं।
बादाम का पौधा जमीन में रोपण के तीसरे वर्ष से फल देता है जिसकी लम्बाई 3 सेंटीमीटर से 6 सेंटीमीटर तक होती है एवं फल का ऊपरी आवरण के अंदर एक बीज होता है इस बीज को ही बादाम के नाम से जाना जाता है।
बादाम का सर्वाधिक उत्पादन कहाँ होता है | Where did Almond found
बादाम का उत्पादन विश्वभर में किया जाता है लेकिन मीठे बादाम का सर्वाधिक उत्पादन अमेरिका में किया जाता है इसलिए दुनियाभर में अमेरिका बादाम का सबसे बड़ा निर्यातक देश भी बन गया है। यदि भारत के राज्यों की बात की जाये तो आपको बता दें कि कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड जैसे ठन्डे प्रदेशों में बादाम का उत्पादन अधिक किया जाता है।
बादाम के प्रकार | Types of Almonds or Badam in Hindi
दोस्तों बादाम के कई प्रकार होते हैं इसलिए हम आपको बादाम के प्रमुख्य प्रकारों से परिचित कराने वाले हैं जिनका अधिक उपयोग किया जाता है।
1. कच्चा बादाम
कच्चा बादाम का भार अन्य बादामों की तुलना में ज्यादा होता है एवं इसका उपयोग कफ वायु जैसे रोगों के उपचार में किया जाता है।
2. पक्का बादाम
पक्का बादाम का उपयोग खाने के लिए सूखा बादाम की तरह ही किया जाता है क्योंकि पौष्टिक होने के साथ-साथ इसका स्वाद मीठा होता है।
3. सूखा बादाम
सूखा बादाम का उपयोग अन्य बादामों की तुलना में अधिक किया जाता है क्योंकि यह खाने में जितना स्वादिष्ट होता है उसे कहीं अधिक सेहतमंद भी होता है।
बादाम में मौजूद पौष्टिक तत्व | Nutrients of Almond in Hindi
बादाम में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व ही बादाम को सभी तरह के ड्राई फ्रूट से अलग करते हैं। इसलिए आपको बता दें कि बादाम में ओमेगा 3 फैटी एसिड, ओमेगा 6, फैटी एसिड, विटामिन E, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैगनीज, विटामिन बी कांप्लेक्स, राइबोफ्लेविन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट आदि तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
बादाम के विभिन्न नाम | Various names of Badam
दोस्तों कई पाठक ऐसे होंगे जो केवल बादाम के नाम से ही परिचित होंगे एवं उनको बादाम के अन्य नामों के विषय में जानकरी नहीं होगी। इसलिए अब हम आपसे बादाम के विभिन्न नाम साझा करने वाले हैं जिनको जानने के बाद आप भी बादाम के कई नामों से परिचित हो जायेंगे।
बादाम का अंग्रेजी में नाम – आल्मॅण्ड
बादाम का संस्कृत में नाम – वातवैरी
बादाम का तमिल में नाम – वडुमै
बादाम का तेलगु में नाम – बादामू
बादाम का बंगाली में नाम – बिलायती बादाम
बादाम का मलयालम में नाम – बादामकोट्टा
बादाम का नेपाली में नाम – कागजी बादाम
बादाम के स्वास्थ्यवर्धक लाभ | Badam Khane Ke Fayde
बादाम अपने चमत्कारी फायदों की वजह से ही विश्वभर में प्रसिद्ध हुआ है। बता दें कि यह एक ऐसा सुपरफूड है जो स्वास्थ के लिए, त्वचा के लिए और बालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। बादाम के स्वस्थ्य लाभ कौन कौनसे हैं यदि आप इनसे अब तक अनजान हैं तो चलिए अब हम आपको इसके तमाम फायदे बताते हैं।
1. मधुमेह में बादाम होता है लाभदायक
शरीर में अतिरिक्त शुगर बढ़ने की वजह से मधुमेह रोग हो जाता है। भारत में मधुमेह से लगभग पांच फीसदी व्यक्ति प्रत्यक्ष रूप से पीड़ित हैं साथ ही दिन व दिन मदुमेह का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। यदि आप मधुमेह से शरीर की रक्षा करना चाहते हैं या फिर मधुमेह को नियंत्रित करना चाहते हैं तो बादाम का उपयोग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
दरअसल बादाम में रक्त शुगर को नियंत्रित करने वाले पौष्टिक तत्वों के आलावा इसमें सुचारु रूप से रक्त संचार करने वाले गुण पाए जाते हैं जो मधुमेह रोगी के लिए फायदेमंद होते है। बता दें कि मदुमेह को नियंत्रित करने के लिए नीम व गिलोय के साथ बादाम का उपयोग करना लाभकारी माना जाता है।
2. कमजोर बालों से दिलाता है मुक्ति
दोस्तों कमजोर बालों की समस्या से महिलाओं के साथ साथ आज पुरुष भी काफी प्रभावित हैं। अतः वर्तमान समय में बाल कमजोर व झड़ने की समस्या पुरुषों में बहुत देखी जाती है। बालों को धोने पर, बालों में कंघी करने पर जब बाल सामान्य से अधिक झड़ते हैं तो इस परिस्थिति को बालों का कमजोर होना कहा जाता है।
यदि आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो आप बादाम का उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि बादाम में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी6, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम व विटामिन ई पाया जाता है जो बालों की कमजोरी को दूर करके बालों को मजबूती प्रदान करता है।
3. बादाम गर्भवती महिलाओं के लिए है संजीवनी
गर्भवस्था में महिलाओं को बड़ी सावधानी से रहने की आवश्यकता होती है क्योंकि खान पान में जरा सी लापरवाही किसी भी घातक रोग को न्यौता दे सकती है। आपको बता दें कि गर्भवती महिलयों पर कई शोध किये गए हैं जिनसे ये स्पष्ट होता है कि माँ की शारीरिक व मानसिक स्थिति का प्रभाव गर्भस्थ शिशु पर भी पड़ता है। तो इसलिए गर्भावस्था में महिलाओं को पोषण की सख्त आवश्यकता होती है।
बता दें कि बादाम में फोलिक एसिड, विटामिन ए, विटामिन ई, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम व अन्य कई प्रकार के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं इसलिए बादाम को गर्भवती महिलाओं के लिए संजीविनी कहा गया है। नियमित रूप से बादाम का हलवा अथवा बादाम की मिगी का सेवन करना गर्भस्थ शिशु व गर्भवती महिलाओं दोनों के लिए लाभकारी होता है।
4. स्ट्रेच मार्क्स को करता है कम
शरीर में होने वाले बदलाव के कारण मांसपेशियों में खिचाव होता है जिसके कारण शरीर के कई हिस्सों में लम्बे-लम्बे निशान बन जाते हैं जिनको हम सभी स्ट्रेच मार्क्स के नाम से जानते हैं। अतः स्ट्रेच मार्क्स को कम करने के लिए बादाम का उपयोग वर्षों से होता आ रहा है।
दरअसल बादाम में विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में फायदेमंद होता है। इसके साथ ही दोस्तों विटामिन ई युक्त खाद्य पदार्थ त्वचा के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है तो इसलिए भी बादाम त्वचा के लिए फायदेमंद माना गया है।
5. बादाम का सेवन आँखों के लिए है फायदेमंद
आँखे शरीर का एक ऐसा अंग हैं जिसके बिना जीवन अंधकारपूर्ण और नीरस हो जाता है। दरअसल आँखों की रोशनी के आभाव के कारण संसार के विभिन्न दृश्य, रंग कार्यसंचालन, गति, रूप- स्वरुप, आकार सब विलुप्त हो जाते हैं। इसलिए आँखों को स्वस्थ रखने के लिए व्यक्ति को पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। आपको बता दें की आँखों की सुरक्षा के लिए विटामिन ए को लाभकारी तत्व माना गया है।
अतः विटामिन ए का उपयोग करके आँखों को स्वस्थ रखा जा सकता है। यदि आप आँखों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो बादाम आपके लिए दिव्य औषधि है क्योंकि बादाम में एंटीऑक्सीडेंट तत्वों के आलावा विटामिन ए, विटामिन ई व जिंक भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आँखों को हेल्दी बनाने में फायदेमंद होता है।
6. बालों को सफेद होने से रोकता है
दोस्तों शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी के कारण बाल असमय ही सफ़ेद होने लगते हैं। हालाँकि बालों का सफ़ेद होने का कारण बढ़ाता प्रदूषण व केमिकल युक्त सौंदर्य प्रसाधनों को भी माना जाता हैं। दोनों ही वजह के होने से आज के समय में आप छोटे-छोटे बच्चों के सफेद बालों को आसानी से देख सकते हैं।
तो यदि आप समय से पहले बालों को सफ़ेद होने से रोकना चाहते हैं तो बादाम का उपयोग आपके लिए फ़ायदेमदं साबित हो सकता है। बादाम में आवश्यक मात्रा में बालों को पोषण प्रदान करने वाले तत्व पाए जाते हैं जो बालों को काला बनाते हैं और सफेद होने से रोकते हैं।
7. बादाम वजन को करता है नियंत्रित
जब शरीर में अतरिक्त वसा जमा हो जाता है तो परिणाम स्वरुप यह मोटापा का रूप धारण कर लेता है। अतः मोटापा का मुख्य कारण अनियमित दिनचर्या व गलत खाना पान है। वर्तमान समय में मोटापा एक गंभीर समस्या बन गया है इसलिए मोटापा से ग्रस्त लोग इसको कम करने के उपयों को खोजते रहते हैं। बता दें कि यदि आप भी बड़े हुए मोटापा से परेशान हैं तो आप बादाम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
8. मुहासों को करता है दूर
चेहरे की त्वचा पर होने वाले मुहांसे वर्तमान समय में युवा पीड़ी के लिए एक चिंताजनक समस्या बन चुके हैं। मुहांसे सौन्दर्य के लिए अभिशाप होते हैं इसलिए मुहासों से पीड़ित रोगी इस समस्या को जल्द से जल्द हल करने की कोशिश करता है। अधिकतर लोग इस समस्या से निजात पाने के लिए तरह-तरह की दवाईयों का प्रयोग करते हैं लेकिन दवाइयों का इस्तेमाल करने से मुहांसे तो ठीक नहीं होते हैं बल्कि इनके उपयोग से त्वचा पर कई प्रकार के साइड इफेक्ट हो जाते हैं।
आपको बता दें कि बादाम में कई प्रकार के पौष्टिक गुण पाए जाते हैं जो मुहासों को दूर करने में प्राभवकारी होते हैं। बादाम का चूर्ण व चंदम पाउडर को गुलाब जल में मिलाकर इस्तेमाल करने से मुहासों को दूर किया जा सकता है। इसके अतरिक्त बादाम तेल से रात के समय चेहरे की मसाज करके सोने से भी मुहासों की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
9. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
रोगों से लड़ने वाली रोग प्रतिरोधक क्षमता को इम्युनिटी पावर के नाम से भी जाना जाता है। प्रत्येक मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना आवश्यक है क्योंकि कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का प्रतिकूल प्रभाव मनुष्य के मानसिक व शारीरक स्वास्थ पड़ता है।
बता दें कि आप रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर अनेक प्रकार के रोगों से छुटकारा पा सकते हैं। यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो आप बादाम का उपयोग कर सकते हैं। बादाम में विटामिन सी व एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं।
10. दिमाग को तेज करने में है असरदार
मस्तिष्क हमारे शरीर को नियंत्रित करने के साथ कई काम करता है इनमें से एक है कई जानकारियों को स्टोर करना है। चूँकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ दिमाग की कार्यप्रणाली कमजोर हो जाती है जिसके फलस्वरूप मनुष्य की याददाश्त भी कमजोर हो जाती है। किन्तु वर्तमान समय में कम उम्र में ही याददाश्त कमजोर होने की समस्या बढ़ती जा रही है। अतः बच्चों से लेकर युवाओं तक की याददाश्त कमजोर हो रही है।
आपको बता दें कि बादाम का उपयोग सदियों से दिमाग को तेज करने व याददाश्त को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। दरअसल बादाम में विटामिन ई, बी 2, पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो दिमाग को तेज करने में फायदेमंद होते हैं।
11. बादाम के प्रयोग से झुर्रियों को कहे अलविदा
आधुनिक समय में युवा पीड़ी द्वारा सौन्दर्य प्रसाधनों का उपयोग अधिक किया जा रहा है जो उम्र से पहले झुर्रियां लाने का कारण है। इसके आलावा शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी के कारण भी झुर्रियां आने लगती हैं। अब वैसे तो शरीर की झुर्रियां किसी बीमारी का संकेत नहीं होती हैं लेकिन झुर्रियों से व्यक्ति इसलिए परेशान होता है क्योंकि झुर्रियां अलप आयु में ही व्यक्ति को वृद्धवस्था का अहसास कराती हैं।
तो दोस्तों बादाम में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन ई व एंटीएजिंग तत्व पाए जाते हैं जो झुर्रियों से छुटकारा दिलाने में फायदेमंद होते हैं। झुर्रियों से मुक्ति पाने के लिए आप बादाम तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
12. भूख को नियंत्रित करने में है फायदेमंद
अधिक भूख लगना अथवा भूख का कम लगना दोनों ही परिस्थितियां मनुष्य की सेहत के लिए हानिकारक होती हैं। दोस्तों भूख प्रत्येक व्यक्ति को लगती है लेकिन सामान्य से अधिक भूख लगना शरीर के लिए हानिकारक होता है। आपको बता दें कि अधिक भूख लगने पर मनुष्य सामान्य से अधिक भोजन ग्रहण करने लगता है जिसके कारण पांचन तंत्र कमजोर होने लगता है, वजन बढ़ने लगता है व अन्य रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
दरअसल कई बार शरीर में प्रोटीन, फाइबर, कैलोरी आदि पौष्टिक तत्वों ज्यादा हो जाने की वजह से भूख अधिक लगने लगती है। यदि आप भी इस परेशानी का सामना कर रहे हैं तो आप बादाम का उपयोग कर सकते हैं। बादाम में टोटल मोनोसैचुरेटेड तत्व के अतरिक्त प्रोटीन और फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो भूख को नियंत्रित करने में फ़ायदेमदं होता है।
13. डार्क सर्कल्स को करता है कम
आँखों के नीचे पड़ने वाले काले घेरों को डार्क सर्कल्स के नाम से जाना जाता है। आज के समय में डार्क सर्कल्स महिलयों व पुरषों के लिए एक आम समस्या बन गई है। डार्क सर्कल्स होने के कई कारण हो सकते हैं इसलिए डार्क सर्कल को दूर करने से पहले डार्क सर्कल्स होने का कारण जानना आवश्यक होता है क्योंकि कारण जाने के पश्चात डार्क सर्कल्स को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
चूँकि अधिकतर लोग डार्क सर्कल्स को ठीक करने के लिए देशी उपायों का सहारा लेते हैं तो यदि आप भी घरेलू उपचार के माध्यम से आँखों के नीचे होने वाले काले घेरों से मुख्ती पाना चाहते हैं तो आप बादाम का उपयोग कर सकते हैं। भीगे हुए बादाम का पेस्ट बनाकर काले घेरों पर सुबह व रात को सोने से पहले मसाज करने से काले घेरे कम होने लगते हैं। यदि आप भीगे हुए बादाम का उपयोग नहीं करना चाहते हैं तो आप डार्क सर्कल को कम करने के लिए बादाम तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
14. बालों से करता है रुसी को खत्म
दोस्तों जब सिर की त्वचा पर सफेद पपड़ी जम जाती हैं एवं कंघी करने पर यह पपड़ी हमारे कधों व शरीर के अन्य अंगों पर गिरती है तो उसको हम रुसी यानी डेंड्रफ के नाम से जानते हैं। रुसी बालों के विकास में बाधक होती है इसलिए रुसी को बालों की प्रमुख्य समस्या में से एक माना गया है।
यदि आपके सिर में भी रुसी है व आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप बादाम का उपयोग कर सकते हैं। बादाम में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो बालों की रुसी को कम करने में फायदेमंद होते हैं।
बादाम से होने वाले अन्य फायदे | Some Other Benefits of Almonds in Hindi
1. बादाम में मैग्नीशियम पाया जाता है जो शरीर में सूजन की समस्या को कम करने में फायदेमंद होता है।
2. बादाम में मैग्नीशियम, पोटैशियम व फाइबर पाया जाता है जो ह्रदय को स्वस्थ बनाने में असरदार होता है।
3. बादाम में कैल्शियम और आयरन की भरपूर मात्रा होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
4. बादाम में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं जो शरीर की कैंसर से रक्षा करने में फायदेमंद होते हैं।
5. बादाम में फाइबर पाया जाता है जो कब्ज की समस्या से निजात दिलाता है।
बादाम का उपयोग | Uses of Badam in Hindi
दोस्तों बादाम से होने वाले फायदों का लाभ आप तभी उठा सकते हैं जब आपको बादाम का सही से उपयोग करना आता हो। इसलिए अब हम आपको बताने वाले हैं कि बादाम का उपयोग किस प्रकार से किया जा सकता है।
1. शरीर को बलशाली बनाने के लिए बादाम का उपयोग हलवा के रूप में किया जा सकता है।
2. त्वचा पर निखार लाने के लिए बादाम का उपयोग पेस्ट की तरह कर सकते हैं।
3. आँखों की रोशनी बढ़ाने व दिमाग को तेज करने के लिए भीगी बादाम का उपयोग दूध के साथ कर सकते हैं।
4. बालों को स्वस्थ बनाने के लिए बादाम चूर्ण का उपयोग मेहंदी में डालकर अथवा बादाम तेल की मालिश करके कर सकते हैं।
5. शरीर को निखारने के लिए बादाम का उबटन बनाकर बादाम का उपयोग किया जा सकता है।
6. बादाम का उपयोग बादाम शेक के रूप में कर सकते हैं।
7. मिठाई, चॉकलेट, खीर आदि मीठे पकवानों में बादाम का उपयोग कर सकते हैं।
बादाम से होने वाले नुकसान | Side Effects of Almonds in Hindi
दोस्तों बादाम से होने वाले फायदे अनेक हैं लेकिन यदि आप बादाम का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो यह शरीर के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। यदि आप बादाम से होने वाले नुकसानों से परिचित नहीं हैं तो आइये जानते हैं बादाम से होने वाले नुकसान कौन कौनसे हैं।
1. प्रतिदिन 5 से 6 भीगे बादाम का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है यदि इससे अधिक बादाम का इतेमाल करते हैं तो शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है जो शरीर के लिए अच्छा नहीं है।
2. बादाम की तासीर गर्म होती है इसलिए बादाम का अधिक सेवन करने से पेट में जलन हो सकती है।
3. बादाम का उपयोग गलत तरीके से करने पर दस्त, पेट दर्द व सूजन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
4. बादाम में तेल की मात्रा पाई जाती है अतः बादाम का पेस्ट दूध के साथ चेहरे की त्वचा पर लगाने से मुहांसे, पिम्पल्स निकल सकते हैं।
तो दोस्तों ये थी बादाम से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप badam khane ke fayde और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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Very nice 👌