About Lemon Grass in Hindi: हरी भरी घास तो सभी को पसंद होती है परन्तु क्या आपको पता है कि घास (grass) कई प्रकार की होती है। जी हाँ घास (ग्रास) केवल पृथ्वी की सुंदरता में चार चाँद लगाने के लिए ही नहीं होती है बल्कि मनुष्य के जीवन को सेहतमंद बनाने में भी उपयोगी होती है। इसलिए पृथ्वी पर एक नहीं अपितु अनेक प्रकार की ग्रास पाई जाती हैं। ऐसे में आज हम आप से एक ऐसी ही विशिष्ट ग्रास के विषय में चर्चा करने वाले हैं जिसके गुण आपको अचरज में डाल देंगे। आपको बता दें कि इस अमूल्य ग्रास को लेमन ग्रास के नाम से जाना जाता है।
लेमन ग्रास को जानवरों द्वारा चरने वाली घास मत समझना यह मनुष्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यदि आपने अभी तक Lemon Grass का उपयोग नहीं किया है तो आज का लेख पढ़ने के पश्चात आप इसका इस्तेमाल जरूर करेंगे क्योंकि आज हम आपको इसके कुछ अद्भुत फायदे बताने वाले हैं। चलिए इसके फायदे जानने के पहले लेमन ग्रास के बारे में थोड़ी रोचक जानकारी जान लेते हैं।
क्या होती है लेमन ग्रास | What is Lemon Grass in Hindi
Lemon Grass खुशबूदार और औषधीय गुणों से युक्त घास है जिसका वैज्ञानिक नाम सिम्बेपोगोन फ्लक्सुओस (Simba pogon flux) है। लेमन ग्रास का पौधा Poaceae कुल से सम्बंधित पौधा होता है जिसकी लम्बाई लगभग 5 से 6 फिट तक होती है। लेमन ग्रास की पत्तियां धारदार किनारे वाली होती हैं जो नीचे से चौड़ी व ऊपर से संकरी होती हैं एवं इन पत्तियों में से लेमन जैसी सुंगध आती है।
आपको बता दें कि लेमन ग्रास का पौधा उष्णकटिबन्धीय क्षेत्रों में अधिक पाया जाता है। खास बात यह है कि लेमन ग्रास की पत्तियों से तेल निकला जाता है जो औषधीय गुणों से परिपूर्ण होता है।
लेमन ग्रास में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व | Nutrients of Lemon Grass in Hindi
लेमन ग्रास प्रकृति प्रदत एक उपहार है जिसमें विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फास्फोरस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, सिलेनियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए व एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटी-सेप्टिक आदि पौष्टिक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
लेमन ग्रास के विभिन्न नाम | Some Other Names of Lemon grass
लेमन ग्रास एक बहुमूल्य ग्रास है जिसको भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है। इसलिए लेमन ग्रास के फायदों को जानने से पहले आइए इसके दूसरे नामों पर भी एक नजर डालते हैं।
लेमन ग्रास का हिंदी में नाम – गन्धतृण
लेमन ग्रास का अंग्रेजी में नाम – लेमन ग्रास
लेमन ग्रास का संस्कृत में नाम – भूतृण
लेमन ग्रास का तमिल में नाम – करपुराप्पील्लू
लेमन ग्रास का तेलगु में नाम – निम्मागडडी
लेमन ग्रास का कन्नड़ में नाम – पुराहालिहुला
लेमन ग्रास का मलयालम में नाम – शमभरपुल्ला
लेमन ग्रास का में पंजाबी – खावी
लेमन ग्रास के फायदे | Benefits of Lemon Grass in Hindi
देखने में साधारण लगने वाली लेमन ग्रास शरीर के लिए कितनी फायदेमंद होती है यह आप शायद ही जानते हों। बता दें लेमन ग्रास शरीर को निरोगी बनाने वाली असाधरण जड़ी बूटी है जिसके इस्तेमाल से अनेक प्रकार के रोगों से शरीर की सुरक्षा की जा सकती है। यदि आप अभी तक लेमन ग्रास से होने वाले फायदों से अनजान हैं तो अब आपको इनके बारे में हम विस्तार से बताते हैं।
1. माइग्रेन की समस्या में लेमन ग्रास है फायदेमंद
माइग्रेन मस्तिष्क सम्बंधित एक विकार है जिसको आधासीसी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसा जटिल रोग है जिसमें सिर के एक तरफ बहुत ही चुभन भरा दर्द होता है एवं यह दर्द कई घंटों से लेकर दो से तीन तक हो सकता है। माइग्रेन बेहद पीड़ादायक रोग होता है क्योंकि इसमें रोगी को रोशनी व तेज आवाज से भी परेशानी होती है। चूँकि वर्तमान समय में माइग्रेन रोग बढ़ता ही जा रहा इसलिए इस रोग से शरीर का बचाव करना जरुरी हो गया है।
आपको बता दें कि यदि आप माइग्रेन रोग से पीड़ित हैं अथवा इस गंभीर रोग से शरीर का बचाव करना चाहते हैं तो आप लेमन ग्रास का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल लेमन ग्रास में अनेक प्रकार के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो माइग्रेन रोग से छुटकारा दिलाने में फायदेमंद होते हैं। माइग्रेन रोग में लेमन ग्रास और तुलसी पत्ती की चाय का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है।
2. सर्दी जुकाम में लेमन ग्रास होती है लाभकारी
सर्दी जुकाम एक सामान्य रोग है लेकिन सामान्य से दिखने वाले रोग का सही समय पर उपचार नहीं करने से निमोनिया, ब्रोंकाइटिस, टी.बी, साइनोसाइटिस, लैरिंनजाइटिस आदि घातक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आपको बता दें कि जुकाम यदि एक सप्ताह तक किसी घरेलु नुस्खों से ठीक न हो तो चिकत्सक का परामर्श जरूर लेना चाहिए।
वैसे हल्का फुल्का जुकाम थोड़ी सी सावधानी व संतुलित भोज्य पदार्थों का सेवन करने से ठीक हो जाता है। इसमें आप लेमन ग्रास का उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि लेमन ग्रास में एन्टीऑक्सडेंट तत्व पाए जाते हैं जो सर्दी जुकाम को ठीक करने में फायदेमंद होते हैं। इस रोग से निजात पाने के लिए आप लेमन ग्रास का इस्तेमाल काढ़े के रूप में कर सकते हैं।
3. वजन को नियंत्रित करती है लेमन ग्रास
दोस्तों शरीर का ज्यादा मोटा होना या ज्यादा पतला होना कई प्रकार की बिमारियों का कारण माना जाता है। इसलिए शरीर का वजन सही अनुपात में होना आवश्यक होता है। चूँकि वर्तमान समय में वजन बढ़ने की समस्या से लाखों लोग परेशान हैं इसलिए वजन को नियंत्रित करने के लिए तमाम उपायों का सहारा लेते हैं।
आपको बता दें की कई लोग ऐसे भी होते हैं जो जल्द जल्द से वजन कम करना चाहते हैं जिसके लिए वह विदेशी दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन दवाइयों के इस्तेमाल से उनको नकारात्मक प्रभाव ही देखने को मिलते हैं। इसलिए आयुर्वेद के मुताबिक प्राकृतिक तरीकों से ही वजन को कम करना सही माना जाता है। अतः लेमन ग्रास एक ऐसी जड़ी बूटी है जो मेटाबॉलिज्म के स्तर को बढ़ाकर वजन को नियंत्रित करने में लाभकारी होती है।
4. आयरन की कमी को दूर करने में है उपयोगी
आयरन शरीर के लिए बड़ा अहम तत्व माना जाता है। आयरन की कमी की वजह से लाल रक्त कोशिकाओं का आकार छोटा हो जाता है, हिमोग्लोबिन का स्तर कम जो जाता है जिसके कारण शरीर एनीमिया रोग से ग्रस्त हो जाता है, मुँह और आमाशय की श्लेष्मा में झिल्ली का जाल बनने से भोजन करने में दिक्क्त होती है। इसके आलावा आयरन की कमी बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास में भी बाधक बनती है। इसलिए आयरन की कमी को दूर करना प्रत्येक मनुष्य के लिए जरुरी होता है।
यदि आप आयरन की कमी को दूर करना चाहते हैं तो आप लेमन ग्रास का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल लेमन ग्रास में आयरन पाया जाता है जिसका उपयोग करके आप आयरन की कमी को दूर कर सकते हैं।
5. मधुमेह रोग में लेमन ग्रास है लाभकारी
मधुमेह यानी डायबिटीज रोग आजकल करोड़ों लोगों को प्रताड़ित करने वाला रोग बन चुका है। आपको बता दें कि रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाने के कारण मानवीय शरीर मधुमेह रोग से ग्रस्त हो जाता है। मधुमेह रोग एक गंभीर रोग होता है इसलिए इस रोग को खान पान, रहन सहन व औषधियों के माध्यम से नियंत्रित करना जरुरी है। यदि आप इस रोग से ग्रस्त हैं तो आप लेमन ग्रास का उपयोग करके मधुमेह रोग को नियंत्रित कर सकते हैं। दरअलस लेमन ग्रास में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं जो मधुमेह रोग को नियंत्रित करने में लाभकारी होते हैं।
6. पेट विकारों को लेमन ग्रास से करें दूर
स्वस्थ पेट स्वस्थ शरीर का परिचायक माना जाता है जबकि अस्वस्थ पेट शरीर को रोगी बनाने वाला होता है। दरअसल पेट शरीर का एक अहम हिस्सा होता है जिसको स्वस्थ रखना बेहद जरुरी होता है। लेकिन पेट का ठीक ख्याल नहीं रखने की वजह से पेट में कई प्रकार के विकार उत्पन्न हो जाते हैं जिसके कारण पेट में गैस बनने लगती है, पेट में दर्द होने लगता है, पेट फूलने लगता है, पेट में कब्ज जैसी कई गंभीर समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती हैं।
इसलिए आपको बता दें कि पेट सम्बन्धी विकारों को ठीक करने के लिए आप लेमन ग्रास का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल लेमन ग्रास में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटी-सेप्टिक सहित फाइबर व विटामिन सी पाया जाता है जो पेट विकारों को ठीक करने में प्रभावी होता है।
7. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में है फायदेमंद
एक तरफ जहाँ दिन व दिन नए रोग पनप रहे हैं वहीं दूसरी ओर उचित खान पान नहीं करने के कारण अत्यधिक लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती जा रही है। आपको बता दें कि स्वस्थ रहने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना शरीर के लिए जरुरी होता है क्योंकि कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की वजह से शरीर छोटे से छोटे रोगों का आसानी से शिकार बन जाता है।
आपको बता दें कि लेमन ग्रास वह चमत्कारी औषधि है जिसकी मदद से आप रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकते हैं। दरअसल लेमन ग्रास में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटी-सेप्टिक जैसे कई गुणकारी तत्वों सहित विटामिन सी पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद होता है।
8. त्वचा विकारों को दूर करने में लेमन ग्रास है प्रभावी
त्वचा विकार एक नहीं बल्कि अनेक प्रकार के होते हैं एवं त्वचा संबंधी कई विकार ऐसे होते हैं जो आसानी से ठीक नहीं होते हैं व सही समय पर उपचार नहीं करने की वजह से सम्पूर्ण शरीर को अपना शिकार बना लेते हैं। वर्तमान समय में त्वचा सम्बन्धी विकारों में सबसे अधिक मुंहासे, खाज खुजली, दाद आदि रोगों का नाम लिया जाता है।
यदि आप भी किसी प्रकार के त्वचा संबंधित विकारों से परेशान हैं तो आपके लिए लेमन ग्रास किसी दिव्य जड़ी बूटी से कम नहीं है। दरअसल लेमन ग्रास में एंटीफंगल, एन्टीऑक्सडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी, एंटीबैक्टीरियल सहित कई प्रकार के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा विकारों को ठीक करने में प्रभावी साबित होते हैं।
लेमन ग्रास के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Lemon Grass in Hindi
1. लेमन ग्रास में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं जो कई प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करने में असरदार होते हैं।
2. लेमन ग्रास में कई प्रकार के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो अस्थमा रोगी के लिए फायदेमंद होते हैं।
3. लेमन ग्रास में फाइबर पाया जाता है जो पाचनतंत्र को मजबूत बनाने के साथ-साथ कब्ज रोग को ठीक करने में भी लाभकारी होता है।
4. लेमन ग्रास में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण पाये जाते हैं जो गठिया रोग में असरकारक होते हैं।
5. तनाव से छुटकारा दिलाने में लेमन ग्रास बेहद उपयोगी माना जाता है। दरअसल लेमन ग्रास में एंटीडिप्रेसेंट व एंटी-डिप्रेसेंट गुण पाए जाते हैं जो तनाव को दूर करने में प्रभावी होते हैं।
6. लेमन ग्रास अनिद्रा की समस्या को दूर करने में फायदेमंद होता है।
लेमन ग्रास का उपयोग | Uses of Lemon Grass in Hindi
आप में से कई लोगों ने लेमन ग्रास के बारे में आज शायद पहली बार पढ़ा होगा। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि इसके फायदे तो जान लिए परन्तु अब इसका इस्तेमाल कैसे करें? तो दोस्तों चलिए अब हम आपको लेमन ग्रास इस्तेमाल करने के तमाम तरीकों से भी रूबरू करवाते हैं।
1. लेमन ग्रास का उपयोग जूस के रूप में किया जा सकता है।
2. लेमन ग्रास का उपयोग सुबह-शाम चाय के रूप कर सकते हैं।
3. इसका इस्तेमाल आप काढ़े के रूप में कर सकते हैं।
4. लेमन ग्रास का उपयोग सूप के रूप में भी किया जा सकता है।
5. लेमन ग्रास का इस्तेमाल सलाद के रूप में कर सकते हैं।
6. लेमन ग्रास का उपयोग सब्जी के साथ भी किया जा सकता है।
लेमन ग्रास से होने वाले नुकसान | Side Effects of Lemon Grass in Hindi
यदि आप यह सोच रहे हैं कि लेमन ग्रास के केवल फायदे ही हैं तो ऐसा नहीं है दरअसल लेमन ग्रास से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए अब हम आपको लेमन ग्रास से होने वाले नुकसानों से अवगत करवाते हैं।
1. लेमन ग्रास शरीर में रक्त ग्लूकोज को कम करता है इसलिए इसका अत्यधिक सेवन शरीर के रक्त ग्लूकोज में कमी ला सकता है।
2. सेंसटिव त्वचा वाले लोगों को लेमन ग्रास से एलर्जी हो सकती है एवं त्वचा पर दाने निकले सकते हैं व त्वचा लाल हो सकती है।
3. लेमन ग्रास में नीबूं जैसी सुगंध आती है इसलिए आँखों में इसका रस जाने अथवा सुंगध जाने पर आँखों में जलन व आंखे लाल हो सकती हैं।
4. कई लोगों को लेमन ग्रास से एलर्जी होती है इसलिए लेमन ग्रास से एलर्जिक लोगों को फेफड़ों से सम्बंधित शिकायत हो सकती है।
5. गर्भवती महिलाओं के लिए लेमन ग्रास का सेवन हानिकारक साबित हो सकता है इसलिए गर्भवती महिलाओं को चिकत्सक का परामर्श लेकर ही इसका उपयोग करना चाहिए।
तो दोस्तों ये थी लेमन ग्रास (lemon grass in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप लेमन ग्रास के फायदे और नुकसान समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पढ़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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