About Rosemary in Hindi: हमारे दैनिक जीवन के लिए रोजमेरी बहुत ही लाभकारी औषधि है। इसके प्रयोग से बढ़ती उम्र में होने वाली कई तरह की घातक बिमारियों को रोका जा सकता है। अभी तक आपने रोजमेरी का उपयोग केवल सॉस और सूप में फ्लेवर लाने के लिए ही किया होगा लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी की रोजमेरी लीवर, पित्ताशय की थैली की शिकायत, तनाव, उच्च रक्तचाप, निम्न रक्तचाप, में बहुत ही लाभकारी है। इसके अतरिक्त रोजमेरी के और भी बहुत से फायदे हैं जिनसे शायद आप अभी तक परिचित नहीं होंगे। तो चलिए आज हम आपको रोजमेरी के फायदों और इससे सम्बंधित अन्य चीजें बताते हैं।
रोजमेरी क्या है | What is Rosemary in Hindi
रोजमेरी सदाबहार अर्थात बारह माह पाई जाने वाली एक दिव्य जड़ी बूटी है। यह एक कीट प्रतिरोधी औषधि है जिसका वैज्ञानिक नाम साल्विया रोजमेरिन ओफ्फिसिनालिस (Salvia Rosmarinus Officinalis) है जो कि पुदीना परिवार का लेमिएसी (Lamiaceae) प्रजाति का पौधा है। रोजमेरी की अदुभुत सुगंध लोगों का मन मोह लेती है। खास बात यह है कि इसका सबसे अधिक प्रयोग इतालवी के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बनने वाले व्यंजनों में फ्लेवर लाने के लिए किया जाता है।
हालाँकि रोजमेरी का स्वाद कड़वा ओर कसैला होता है लेकिन रोज़मेरी एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका रोम-रोम औषधिय गुणवत्ताओं से भरा हुआ है अर्थात रोजमेरी में जड़ से लेकर फूलों तक औषधिय गुण पाए जाते हैं। इसलिए कुछ लोग इसको जड़ी बूटी की महारानी कहते हैं तो कुछ लोग ओल्ड मैन के नाम से पुकारते हैं।
रोजमेरी (Rosemary) मेमोरी पावर बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ को ठीक करने में काफी उपयोग है। इसे गुलमेंहदी और दौनी के नाम से भी जाना जाता है। रोजमेरी एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसकी पत्तियों का तेल निकालकर कई तरह की दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है। इसके आलावा रोजमेरी की पत्तियां भी कई तरह के रोंगो को ठीक करती हैं। वैज्ञानिकों के शोध से ज्ञात हुआ की रोजमेरी कई पोषक तत्वों से समृद्ध है जो शरीर और मन को निरोगी बनाने में मदद करती है। इसलिए रोजमेरी का उपयोग शरीर की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
रोजमेरी का पौधा और फूल | How is the Rosemary plant
रसोई में सबसे अधिक पाई जाने वाली जड़ी बूटी रोजमेरी का पौधा लगभग 2 से 2.5 फिट का होता है। रोजमेरी का पौधा भूमध्यसागरीय क्षेत्र का मूल पौधा है इसलिए सबसे अधिक रोजमेरी पौधे की पैदावार भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में होती है। दिलचस्प बात यह है कि रोजमेरी का पौधा एक सीध में अर्थात स्ट्रैट बढ़ता है। रोजमेरी की पत्तियां सुई के आकर में होती हैं और बेहद आकर्षित लगती हैं। यह लगभग दो से तीन सेंटीमीटर लम्बाई की होती हैं।
बता दें कि गुलमेहंदी यानी Rosemary की पत्तियों से तेल निकलता है जिसका उपयोग कई तरह के सौंदर्य प्रसाधनों और दवाइयों में किया जाता है। रोजमेरी के फूलों की बात करें तो वसंत ऋतु में खिलने वाले बैंगनी, नीले तथा हल्के सफेद, गुलाबी रंग के फूल सभी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
रोजमेरी है पौष्टिक तत्वों का खजाना | Nutrients of Rosemary in Hindi
रोजमेरी में भिन्न भिन्न प्रकार के पौष्टिक तत्वों का मिश्रण पाया जाता है। अतः रोजमेरी में मैग्नीशियम, कैल्शियम, कॉपर, आयरन, विटामिन A, विटामिन C, विटामिन B6, डिटरपेने (diterpenes), करनोसोल, थायमिन, फाइबर, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, पोटैशियम, नियासिन, फोलेट, जिंक, विटामिन बी-12, विटामिन डी, एंटी- माइक्रोबियल, सैलिसेलिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट तत्व मुख्य रूप से पाए जाते हैं।
रोजमेरी का सर्वाधिक उत्पादन कहाँ होता है | Where did Rosemary found
रोजमेरी को किसी भी स्थान पर आसानी से उगाया जा सकता है लेकिन रोजमेरी के लिए उपयुक्त जलवायु शीतोष्ण को माना जाता है। रोजमेरी की खेती के लिए हल्की कंकड़ वाली मिट्टी अच्छी मानी जाती है। भारत में रोजमेरी का सर्वाधिक उत्पादन हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, जम्मू कश्मीर में किया जाता है।
रोजमेरी के स्वास्थ्यवर्धक फायदे | Benefits of Rosemary in Hindi
रोजमेरी कई तरह की समस्याओं का समाधान करने में फायदेमंद औषधि है। तो आइये जानते हैं रोजमेरी का उपयोग करने से कौन कौन से लाभ होते हैं।
1. दिमागी ताकत या स्मरणशक्ति को बढ़ाये रोजमेरी
अक्सर बच्चों तथा ढलती उम्र के लोंगो की स्मरणशक्ति या याददाश्त को कमजोर होते हुए देखा जाता है। लेकिन आज के समय में यह समस्या बढ़ती ही जा रही है। दरअसल वर्तमान समय में व्यक्ति एक साथ कई कार्यों में व्यस्त रहता है जिसकी वजह से ना तो वह पूरी नींद ले पाता है और ना ही पोषण युक्त खाने का सेवन कर पाता है। इतना ही नहीं वह काम को लेकर भी काफी तनाव में रहता है जिसकी वजह से याददाश्त पर विपरीत असर पड़ता है और याददाश्त कमजोर होने लगती है।
यदि आपके साथ भी ऐसी ही कोई समस्या है तो आपको घबराने की बिल्कुल जरुरत नहीं है क्योंकि रोजमेरी याददाश्त बढ़ाने में आपकी मदद करेगी। बता दें कि रोजमेरी में मैग्निशयम, प्रोटीन, पोटैशियम, मैंगनीज, कॉपर और राइबोफ्लाविन जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो अल्जाइमर जैसे कई मस्तिष्क संबंधी रोगों से निजात दिलाने में मदद करते हैं। इसके आलावा रोजमेरी की पत्तियों में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को दुरुस्त करके भूलने की समस्या से निजात दिलाने में मदद करते हैं।
2. रोजमेरी दिलाये कई रोंगो से मुक्ति
रोजमेरी में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। बता दें की एंटीऑक्सीडेंट एक ऐसा तत्व है जो एक नहीं बल्कि कई प्रकार के रोंगो से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर की सूजन और बैक्ट्रिया संक्रमण में तो फायदेमंद है ही साथ ही यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी सही करता है। अतः एंटीऑक्सीडेंट सेहत को स्वस्थ बनाने में कारगार तत्व है जो मनुष्य को होने वाले कई रोंगो से तो बचता ही है साथ ही यदि आपको कोई बीमारी लग गई है तो उसे दूर कर आपको स्वस्थ करने में मदद करता है।
3. तनाव से पाना है छुटकारा तो अपनाएँ रोजमेरी
बढ़ता हुआ तनाव अनेक परेशानियों का कारण बनता है इसलिए मानव को तनाव मुक्त होना बेहद जरुरी है। रोजमेरी उन लोगों के लिए लाभकारी जड़ी बूटी है जो लोग तनाव युक्त रहते हैं। बात दें की रोजमेरी में स्ट्रेस हॉर्मोन को नियंत्रण करने का गुण पाया जाता है जिसकी वजह से लोग तनाव का शिकार होने से बच जाते हैं। रोजमेरी में कॉनोर्सिक एसिड (Carnosic acid) भी पाया जाता है जो दिमाग को ठंडक और शांति प्रदान करता है। दिमाग जब शांत होता है तो मेमोरी न्यूरोन्स एक्टिव होते हैं जिसकी वजह से तनाव से छुटकारा मिलने के साथ ही याददाश्त भी बढ़ती है।
4. इम्युनिटी पवार को बढ़ाये रोजमेरी
शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से कई छोटी या बड़ी बीमारियां व्यक्ति को आसानी से अपना शिकार बना लेती हैं। इसलिए स्वयं के शरीर को बीमारियां से बचाने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना बेहद आवश्यक होता है। रोजमेरी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण पाए जाते हैं जो कई तरह के अलग-अलग प्रकार के बैक्टीरिया और बीमारियों से लड़कर शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाने में सहायता करते हैं। यदि आप रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए रोजमेरी का उपयोग करना चाहते हैं तो बता दें की रोजमेरी का जूस आपके लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।
5. रोजमेरी है कैंसर में लाभकारी
रोजमेरी में घातक से घातक बीमारी से लड़ने की क्षमता होती हैं और इन्हीं में से एक सबसे घातक बीमारी कैंसर है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही आज भी कई लोग भयभीत हो जाते हैं। तो आपको बता दें कि कैंसर से आपको घबराने की जरुरत नहीं हैं क्योंकि कुछ उपायों को अपनाकर आप कैंसर जैसी बीमारी से अपने आपको बचा सकते हैं।
रोजमेरी में एंटी-प्रोलाइफरेटिव (antiproliferative), एंटीसेन्सर, एंटी-इंफ्लैमेटरी, और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो कि गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, यकृत कैंसर, फेफड़े कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर डिम्बग्रंथि, ब्लड कैंसर और स्तन कैंसर को रोकने में मददगार होते हैं। रोजमेरी की पत्तियों का काढ़ा या जूस का सेवन करके आप इन घातक कैंसरों से अपने शरीर को बचा सकते हैं।
6. कब्ज को दूर करे रोजमेरी
कब्ज अधिकतर लोगों में पाई जाने वाली एक सामान्य समस्या है जो कि अनियमित दिनचर्या और गलत खान-पान के कारण होती है। कई बार कब्ज की समस्या पानी की कमी और फाइबर की कमी की वजह से भी होती है। बता दें कि जब मल त्यागने में परेशानी होती है या मल का ठीक तरह से विसर्जन नहीं होता है तो इस समस्या को कब्ज कहा जाता है।
यदि आप भी कब्ज की परेशानी से जूझ रहे हैं तो रोजमेरी का सेवन आपके लिए लाभकारी रहेगा। रोजमेरी में फाइबर और एंटीबैक्टीरियल तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो कब्ज के आलावा पेट से संबंधित अन्य बीमारी जैसे गैस, खट्टी डकार, अपच, मरोड़ आदि सभी परेशानियों को सही करने का कार्य करते हैं।
7. रोजमेरी से बनाये त्वचा को चमकदार
रोजमेरी त्वचा के लिए वरदान है। यह त्वचा की बिमारियों या रोगों को जड़ से ख़त्म करने के लिए कारगार औषधि है। गलत खान पान, क्रीम, हार्मोंस बदलाव और बढ़ती उम्र की वजह से शरीर के कई भागों में झुर्रियां, फुंसियां, मुहांसे आदि समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप रोजमेरी का उपयोग कर सकते हैं। जैसा की ऊपर बताया कि रोजमेरी में एंटीऑक्सिडेंट, एंटीएजिंग, एंटी इंफ्लेमेटरी, प्रोटीन और कई विटामिन्स पाए जाते हैं तो यह तत्व बैक्टीरिया के संक्रमण को रोककर त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं।
8. वजन को बढ़ाने में मददगार है रोजमेरी
दोस्तों कई लोग वजन कम करना चाहते हैं तो कई लोग वजन बढ़ाना चाहते हैं। हालंकि अत्यधिक वजन कम होना और अत्यधिक वजन का बढ़ना दोनों ही शरीर के लिए परेशानियों का सबब बनते हैं। यदि आप भी वजन कम की समस्या से पीड़ित हैं तो आपके लिए रोजमेरी का सेवन बेहद लाभकारी सिद्ध होगा। रोजमेरी में कॉनोर्सिक एसिड, प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम आदि कई तरह के तत्व पाए जाते हैं जो वजन को बढ़ाकर शरीर को हष्ट पुष्ट बनाने में सहायक होते हैं।
9. रोजमेरी है बालों के लिए बेहद फायदेमंद
यदि आप सुन्दर और रेशमी बालों की चाहत रखते हैं तो आपको रोजमेरी का इस्तेमाल करना चाहिए। रोजमेरी एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध है। अतः रोजमेरी में मौजूद यह तत्व बालों की कई समस्याओं जैसे बालों में डेंड्रफ, बालों का झड़ना, बालों का रुखा होना, बालों का पतला होना आदि का अंत करते हैं। बालों को रेशमी और सुन्दर बनाने के लिए रोजमेरी का तेल सबसे फायदेमंद विकल्पों में से एक है।
10. खून बढ़ाने और रक्त प्रवाह के लिए प्रयोग करे रोजमेरी
खून की कमी से आँखों के नीचे काले घेरे, थकान, कमजोरी, तनाव, शरीर में रूखापन जैसी कई परेशानियां शरीर को अपना शिकार बना लेती हैं। रोजमेरी में आयरन, कई तरह के विटामिन्स, मिनरल्स और खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और खून के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करते हैं। यदि आपके शरीर में खून की कमी है तो रोजमेरी का उपयोग आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
रोजमेरी के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Rosemary in Hindi
1. रोजमेरी का उपयोग खांसी और श्वसन संबंधी बिमारियों को ठीक करने में फायदेमंद है।
2. रोजमेरी के इस्तेमाल से आँखे स्वस्थ बनती हैं।
3. रोजमेरी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो लीवर को स्वस्थ बनाने में सहायक होते हैं।
4. रोजमेरी में विटामिन सी पाया जाता है जो मुंह के बॅक्टीरिया और गंध को खत्म करता है। माउथ फ्रेशनर के रूप में आप रोजमेरी की पत्तियों को उबालकर कुल्ला या गरारे कर सकते हैं।
5. रोजमेरी कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद होती है।
6. पेट की किसी भी तरह की समस्या से परेशान हैं तो आपके लिए रोजमेरी का सेवन लाभकारी रहेगा।
7. जिन लोगों को भूख नहीं लगतीं है उन लोगों के लिए रोजमेरी का सेवन करना फायदेमंद होता है। बता दें कि रोजमेरी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो भूख को बढ़ाने का कार्य करते हैं।
8. रोजमेरी का इस्तेमाल गठिया रोग में भी फायदेमंद होता है।
9. तेज सिरदर्द या माइग्रेन को ठीक करने में रोजमेरी का उपयोग किया जा सकता है।
10. मांसपेशियों की सूजन को कम करने के लिए रोजमेरी बेहद फायदेमंद औषधि है।
रोजमेरी के विभिन्न उपयोग | Uses of Rosemary in Hindi
दोस्तों रोजमेरी एक ऐसी औषधि है जिसका उपयोग आप कई तरह से कर सकते हैं।
1. रोजमेरी का उपयोग आप जूस के रूप में कर सकते हैं।
2. रोजमेरी का उपयोग तेल के रूप में कर सकते हैं।
3. रोजमेरी का उपयोग काढ़े के रूप में भी किया जा सकता है।
4. रोजमेरी का उपयोग मार्केट में मिलने वाली दवाओं और क्रीमों के रूप में भी कर सकते हैं।
5. रोजमेरी का उपयोग सॉस, सूप, चटनी में किया जाता है।
6. रोजमेरी का इस्तेमाल आप सब्जी के रूप में भी कर सकते हैं।
7. रोजमेरी की पत्तियों के पेस्ट का सूजन या सिरदर्द में उपयोग किया जा सकता है।
रोजमेरी से होने वाले नुकसान | Side Effects of Rosemary in Hindi
दोस्तों रोजमेरी से होने वाले फायदों की तुलना में इसके नुकसान तो काफी कम है लेकिन जानकारी होना जरुरी है। तो आइये रोजमेरी से होने वाले नुकसानों पर भी एक नजर डाल लेते हैं।
1. रोजमेरी के अत्यधिक सेवन से किडनी खराब हो सकती है।
2. रोजमेरी की तासीर गर्म होती है अतः इसके अत्यधिक सेवन से उल्टी, दस्त लग सकते हैं।
3. यदि किसी व्यक्ति को पुदीने की प्रजाति से एलर्जी है तो उन लोगों को रोजमेरी का सेवन नहीं करना चाहिए।
4. रोजमेरी का सेवन मिर्गी वाले व्यक्तियों को नहीं करना चाहिए क्योंकि रोजमेरी मिर्गी रोग को बढ़ावा देता है।
5. मधुमेह वाले व्यक्तियों को रोजमेरी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि रोजमेरी के सेवन से शरीर में रक्त शर्करा बढ़ जाती है।
यह भी पढ़िए: Thyme क्या है? जानिए इसके फायदे
तो दोस्तों ये थी रोजमेरी (Rosemary in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप रोजमेरी के समस्त फायदे और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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