About Goji Berries in Hindi: सृष्टि ने हमे अनेक प्रकार के गुणकारी फल प्रदान किये हैं जिसकी मदद से हम स्वस्थ रह सकते हैं। अब यदि आपको भारतीय फलों से परहेज है तो आप विदेशी फलों का सेवन भी कर सकते हैं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर कौनसा विदेशी फल खाएं तो दोस्तों आज हम जिस फल की बात कर रहे हैं उसका नाम ‘Goji Berry’ है।
गोजी बेरी एक ऐसा विदेशी फल है जिसकी मदद से आप अनेक प्रकार के रोगों को नियंत्रित कर सकते हैं। यदि आपने Goji Berry का नाम आज पहेली बार सुना हैं तो अब इस लेख में हम न सिर्फ आपको गोजी बेरी से परिचय करवाएंगे बल्कि इससे होने वाले फायदों को भी विस्तार से बताएँगे।
क्या होती है गोजी बेरी | What is Goji Berry in Hindi
गोजी बेरी औषधीय गुणों से युक्त एक चीनी फल है जिसका उपयोग चीन लगभग 2000 वर्षों से दवाइयों के रूप में करता आ रहा है। स्वास्थ्यवर्धक गोजी बेरी फल का रंग नारंगी व लाल होता है एवं इसका स्वाद खट्टा मीठा होता है। गोजी बेरी दिखने में बेर या जामुन की तरह दिखाई देती हैं लेकिन इसका मनमोहक रंग लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
गोजी बेरी का पौधा कैसा होता है | How did Goji Berry plant look like
गोजी बेरी का पौधा बारहमासी पौधा है जो नाइटशेड परिवार से सम्बंधित है एवं इसका वानस्पतिक नाम लिसीयुम बरबार (Lycium barbarum) है। गोजी बेरी का पौधा झाड़ीदार कांटे वाला होता है जिसकी लगभग ऊंचाई 3 मीटर तक होती है लेकिन पौधे की कटाई जुताई न की जाये तो इसकी लम्बाई 12 फिट तक हो सकती है। गोजी बेरी के पौधे के छोटे तने होते हैं जिसमें माध्यम आकार की हर रंग की पत्तियां और फल लगते हैं।
गोजी बेरी में मौजूद पौष्टिक तत्व | Nutrients of Goji Berry in Hindi
दोस्तों आपको बता दें कि गोजी बेरी में 21 से अधिक खनिज और विभिन्न प्रकार के विटामिन्स पाए जाते है इसलिए गोजी बेरी को सुपरफूड कहा जाता है। गोजी बेरी में आयरन, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, शुगर, सेलेनियम, कॉपर, विटामिन ए, विटामिन सी, पोटेशियम, जिंक, थायमिन, कार्बोहाइड्रेट, सोडियम जैसे महत्पूर्ण तत्वों के साथ अमीनो एसिड व एंटीऑक्सीडेंट तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
गोजी बेरी के विभिन्न नाम | Different names of Goji Berry
दोस्तों गोजी बेरी मुख्य रूप से एशियाई देशों में पाया जाता है इसलिए इसके एक नहीं बल्कि कई नाम होते हैं। आपको बता दें कि यह भारत के हिमालय के निचले भाग में उगाया जाता है एवं लद्दाख में इसकी अच्छी पैदावार होती है। लेकिन यह अन्य फलों की तुलना में अत्यधिक प्रचलित नहीं है इसलिए लोग इसके अन्य नामों के बारे में नहीं जानते हैं।
अतः आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोजी बेरी को वुल्फबेरी, बुलडर्गुन, चीनी बैरबेरी, लिसियम, लिचियम, गोत्सी बेरी, चीनी डेरेज़ा, वोल्फ बेरी के नाम से भी जाना जाता है।
गोजी बेरी के फायदे | Benefits of Goji Berry in Hindi
गोजी बेरी का आकार छोटा है लेकिन काम बड़े-बड़े करता है अर्थात स्वरुप में छोटा दिखने वाला यह फल कई प्रकार की बिमारियों की रोकथाम करने में फायदेमंद है। यदि आप एक स्वादिष्ट और फायदेमंद फल की तलाश में हैं तो गोजी बेरी आपके लिए बेहतरीन फल है जिसके उपयोग से आप अपनी सेहत को स्वस्थ बना सकते हैं। इसलिए अब हम आपको गोजी बेरी से होने वाले स्वास्थवर्धक फायदों से परिचित कराने वाले हैं।
1. विटामिन सी की कमी को करता है दूर
विटामिन सी एस्कॉर्बिक अम्ल होता है जो प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद जरुरी होता है। आपको बता दें की विटामिन सी की कमी से स्कर्बी रोग हो जाता है जो की शरीर के लिए एक गंभीर रोग माना जाता है। इसके आलावा विटामिन सी में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है जिसकी मदद से मानवीय शरीर कई प्रकार की छोटी छोटी बिमारियों से स्वयं ही ठीक कर लेता है।
शरीर में विटामिन सी की कमी के कारण शरीर छोटी छोटी बीमारियों से लड़ने की ताकत भी खो देता है। इसलिए आपको बता दें कि शोधकर्ताओं के मुताबिक गोजी बेरी में नीबू से अधिक विटामिन सी पाया जाता है जो सेहत के लिए लाभकारी होता है। अतः जो लोग विटामिन सी की कमी से पीड़ित हैं एवं नींबू, संतरा आदि खट्टे फलों से एलर्जी है तो ऐसे लोगों के लिए गोजी बेरी बेहद फायदेमंद फल है क्योंकि गोजी बेरी विटामिन सी की कमी को दूर करके शरीर को स्वस्थ बनाता है।
2. गोजी बेरी है ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत
जिस प्रकार से शरीर को सवस्थ रहने के लिए पोषक तत्व की आवश्यकता होती है ठीक उसी प्रकार शरीर के संचालन के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऊर्जा की कमी से शरीर में थकान, तनाव, शारीरिक व मानसिक कमजोरी, जुकाम, एलर्जी या रोग प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ा कोई विकार आदि समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। जिसके कारण एक स्वस्थ व्यक्ति भी स्वयं के लिए अस्वस्थ महसूस करता है।
आपको बता दें की गोजी बेरी में केला की तुलना में अधिक ऊर्जा पाई जाती है जो शरीर में ऊर्जा की कमी को पूरा करने में फायदेमंद होती हैं। यदि आप शरीर में ऊर्जा की कमी से होने वाली तमाम परेशानियों को ख़त्म करना चाहते हैं तो आप गोजी बेरी का उपयोग कर सकते हैं।
3. आँखों की रोशनी बढ़ाने में है कारगर
आँखों को शरीर का सबसे नाजुक अंग माना जाता है इसलिए आँखों का ख्याल बड़ी ही सावधानी से रखना चाहिए। लेकिन आधुनिकता के समय में कई वजहों से आँखों की रोशनी कम होने लगती है या फिर आँखों में झिल्ली बन जाती है। इसके आलावा पोषक तत्वों की कमी से भी आँखों की रोशनी कम होती है साथ ही ऑंखें कई प्रकार के रोगों से ग्रस्त हो जाती हैं।
आपको बता दें की गोजी बेरी में विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो न सिर्फ आँखों को रोशनी बढ़ाने में मदादगार होता है बल्कि इसमें पाया जाने वाला कैरोटीन आँखों की कॉर्निया व झिल्लियों से जुड़ी परेशानियों का भी निदान करने में फायदेमंद होता है।
4. जोड़ों के दर्द में है लाभकारी
दोस्तों आपने कहीं न कहीं यह अवश्य पढ़ा या सुना होगा कि हमारे देश में डायबिटीज एक व्यापक रोग बन चुका है। लेकिन बता दें ताजे आंकड़ों के मुताबिक जोड़ों का दर्द एक ऐसा रोग बन गया है जिसने न सिर्फ डयबिटीज को पीछे छोड़ा है बल्कि हृदय रोग व कैंसर को भी पीछे छोड़ दिया है अर्थात वर्तमान समय में हर दूसरा व्यक्ति जोड़ो के दर्द से जूझ रहा है।
यदि आप भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं तो आपके लिए गोजी बेरी बेहद लाभकारी फल है। दरअसल गोजी बेरी में कई प्रकार के अम्ल, यौगिक एवं विटामिन्स व मिनरल्स पाए जाते हैं। जो जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाने में लाभदायक होते हैं।
5. कब्ज से दिलाए छुटकारा
कब्ज वर्तमान समय में उभरता हुआ एक समान्य रोग बन गया है जिसके कारण शरीर को कई प्रकार की गंभीर समस्यांओ का सामना करना पड़ता है। दरअलस कब्ज के कारण बवासीर रोग, अल्सर, त्वचा सबमंधी रोग हो जाते हैं जिसके कारण एक निरोगी व्यक्ति कई बिमारियों का रोगी बन जाता है। इसलिए कब्ज को हजार रोगों की जड़ कहा जाता है।
यदि आप इस रोग से अपने शरीर का बचाव करना कहते हैं या फिर कब्ज की बीमारी से छुटकारा पाने चाहते हैं तो आप गोजी बेरी का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल गोजी बेरी में एन्टीऑक्सडेंट तत्व व फाइबर पाया जाता है जो कब्ज की समस्या को खत्म करने में लाभकारी होता है।
6. मस्तिष्क के लिए होता है फायदेमंद
दोस्तों मस्तिष्क को शरीर का प्रधानमंत्री कहा जाता है क्योंकि व्यक्ति की सोच समझ व कार्य करने का तरीका मस्तिष्क के अनुरूप ही होता है। लेकिन अत्यधिक मानसिक परिश्रम, शारीरिक व मानसिक दुर्बलता, थकान, पाचन संस्थान की गड़बड़ी अथवा किसी बीमारी के कारण मस्तिष्क की कार्यक्षमता कमजोर हो जाती एवं मस्तिष्क कई बिमारियों की चपेट में आ जाता है। जिसके कारण कई व्यक्ति अपनी जान भी गवां देते हैं।
यही वजह है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने मस्तिष्क का ख्याल रखकर उसको स्वस्थ बनाना बेहद जरुरी होता है। यदि आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप गोजी बेरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि इसमें अमीनो एसिड पाया जाता है जो मस्तिष्क को स्वस्थ बनाने में फायदेमंद होता है।
7. त्वचा को बनाता है झुर्रियां रहित
दोस्तों आयु बढ़ने के साथ साथ झुर्रियों का बढ़ना एक प्राकृतिक क्रिया माना जाता है लेकिन उम्र से पहले शरीर पर झुर्रियां आना व्यक्ति के लिए चिंता का विषय बन जाता है। जिसके कारण व्यक्ति कभी कभी मानशिक व शारीरिक तनाव से ग्रस्त हो जाता है। त्वचा पर झुर्रियां होने का मुख्य कारण आहार में पोषक तत्वों की कमी के साथ साथ अत्यधिक चिंता, क्रोध, तनाव, अनिद्रा, अधिक मानसिक व शारीरिक श्रम, त्वचा में चिकनाई की कमी आदि को माना जाता है।
यदि आपकी त्वचा झुर्रियां से ग्रस्त है तो आप गोजी का उपयोग करके झुर्रियों से छुटकारा पा सकते हैं। आपको बता दें कि गोजी बेरी में एंटी एजिंग व एन्टीऑक्सडेंट तत्व पाए जाते हैं जो झुर्रियों को कम करने में मददगार होते हैं।
8. बालों से सम्बंधित समस्यों का करे निवारण
दोस्तों बालों को शारीरिक सौन्दर्य का अहम हिस्सा प्राचीन काल से आज तक माना जाता है। लेकिन आज पहले की तुलना में बालों से सम्बंधित अनेक प्रकार की समस्याएं अब उत्पन्न हो रही हैं। जैसे कि बालों का असमय सफ़ेद होना, बालों का अत्यधिक झड़ना, बालों में रुसी का होना, बाल पतले होना आदि समस्याएं बालों को कमजोर करने के आलावा कभी-कभी व्यक्ति को गंजेपन का शिकार भी बना देती हैं।
बाल स्त्री व पुरुष दोनों के लिए महत्पूर्ण होते हैं लेकिन महिलाओं की तुलना में पुरषों के बाल अधिक झड़ते हैं। इसलिए पुरुषों को गंजेपन की परेशानी का सामना करना पड़ता है। यदि आप बालों से संबधित रोगों का अंत करना चाहते हैं तो आप गोजी बेरी का सेवन कर सकते हैं। दरअसल गोजी बेरी में प्रोटीन, कैल्शियम, अमीनो एसिड, एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो बालों को लम्बा, घना, मजबूत और चमकदार बनाने में फायदेमंद होते हैं।
गोजी बेरी के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Goji Berry in Hindi
1. गोजी बेरी में पोटाशियम, मैग्नीशियम, अमीनो एसिड पाया जाता है जो बड़ी हुई चर्बी वजन को कम करने में फायदेमंद होता है।
2. गोजी बेरी में अमीनो एसिड पाया जाता है जो शारीरिक व मानसिक तनाव को दूर करने में फायदेमंद होता है।
3. गोजी बेरी में कई प्रकार के खनिज व विटामिन्स पाए जाते हैं जो लिवर को स्वस्थ रखने में फ़ायदेमदं होते हैं।
4. गोजी बेरी पाचन तंत्र सम्बंधित विकारों को ठीक करने में फायदेमंद होता है।
5. गोजी बेरी की मदद से आप आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बड़ा सकते हैं क्योंकि गोजी बेरी में विटामिन सी और एन्टीऑक्सडेंट तत्व पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं।
गोजी बेरी का उपयोग | Uses of Goji Berry in Hindi
दोस्तों गोजी बेरी एक ऐसा फल है जिसके विषय में अमूनन लोग नहीं जानते हैं क्योंकि कुछ वर्षों पहले ही यह प्रचलित हुआ है। इसलिए आज का लेख पढ़ने के पश्चात अधिकतर पाठक सोच रहे होंगे कि आखिर गोजी बेरी का उपयोग किस प्रकार से किया जाता है। तो चलिए अब हम आपको बताने वाले हैं कि गोजी बेरी का उपयोग आप किस प्रकार से कर सकते हैं।
1. गोजी बेरी का उपयोग आप सूप के रूप में कर सकते हैं।
2. चाय के रूप में आप गोजी बेरी का उपयोग कर सकते हैं।
3. सूखे गोजी बेरी का उपयोग आप दवा के रूप कर सकते हैं।
4. टिंक्चर, कॉम्पोट्स, फ्रूट ड्रिंक आदि में आप गोजी बेरी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गोजी बेरी से होने वाले नुकसान | Side Effects of Goji Berry in Hindi
दोस्तों गोजी बेरी स्वास्थवर्धक फल है लेकिन गलत तरीके से इसका इस्तेमाल करने से यह शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए गोजी बेरी के फायदों को जानने के बाद आइये जानते हैं गोजी बेरी के नुकसान क्या हैं।
1. गोजी बेरी में कई प्रकार के अम्ल पाए जाते हैं इसलिए इसका इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं को करना नुकसानदायक साबित हो सकता है।
2. गोजी बेरी में शुगर की मात्रा अधिक होती है इसलिए मधुमेह रोगी के लिए चिकत्सक का परमर्श लेकर ही गोजी बेरी का उपयोग करना चाहिए।
3. कच्ची गोजी बेरी स्वास्थ व शरीर के लिए हानिकारक होता है इसलिए इसका सेवन नहीं करना चाहिए एवं सूखे या पके गोजी बेरी का सेवन पेय पदार्थों में ही करना चाहिए।
4. इसमें कई प्रकार के अम्ल पाए जाते हैं जो दिल की धड़कन व तनाव बड़ा सकते हैं।
5. गोजी बेरी के अधिक सेवन से उल्टी, दस्त व गैस की परेशानी हो सकती है।
6. गोजी बेरी का अधिक सेवन करने से पेट में दर्द हो सकता है।
तो दोस्तों ये थी गोजी बेरी (goji berry in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप गोजी बेरी के समस्त फायदों और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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