beetroot in hindi

About Beetroot in Hindi: आज हम आपके लिए एक ऐसे कंदमूल की जानकारी लेकर आये है जो खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ इतना गुणकारी है कि इसका वर्णन आयुर्वेद में तो किया जाता ही है साथ ही एलोपैथी में भी इसके गुणों की प्रसंशा की जाती है। दोस्तों हम जिस कंदमूल कि बात कर रहे हैं उसका नाम बीटरूट (Beetroot) यानी कि “चुकंदर” है।

चुकंदर केवल अद्भुद रंग और आकर्षित छवि वाला ही नहीं होता है अपितु यह सेहत के लिए भी रामबाण औषधि है। यही वजह है कि भारत में चुंकदर का उपयोग बहुतायात में किया जाता है। यदि आप चुकंदर से फायदा लेना चाहते है तो इस लेख को पूरा पढ़िए जिससे आपको चुकंदर के फायदे के साथ साथ इससे जुड़ी पूरी जानकारी ठीक प्रकार से मिल सके।

 

क्या है चुकंदर | What is Beetroot in Hindi

चुकंदर बीटा वल्गैरिस (Beta vulgaris) नामक किस्म का एक पौधा है जो अमरैन्थेशी Amaranthaceae कुल से सम्बंधित है। चूँकि चुकंदर की जड़ मोटी होती है एवं जमीन के अंदर लगती इसलिए चुकंदर को मूसला जड़ वाली वनस्पति भी कहा जाता है एवं इसका वानस्पतिक नाम बीटा वल्गेरिस है।

चुकंदर का रंग गहरा लाल होता है इसलिए इसको रेड रानी भी कहा जाता है। चुकंदर की तासीर ठंडी और स्वाद हल्का मीठा व कसैला होता है। भारत में चुकन्दर को ज्यादातर सलाद के साथ या फल के साथ जूस में इस्तेमाल किया जाता है परन्तु इसको उपयोग करने के और भी कई तरीके हैं जिनके बारे में हम इस लेख में आगे देखेंगे।

 

चुकंदर का पौधा | How did Beetroot plant look like

beetroot plant in hindi

चुकंदर कृमिनाशक शाकीय पौधा होता है जो शीतऋतु में लगाया जाता है। यह लगभग 1 से 3 फीट तक लम्बा होता है। चुकंदर के डंठल और पत्ते जमीन से बाहर की ओर 25 से 30 की संख्या में होते हैं जबकि चुकंदर का कंद जमीन के अंदर अपना विकास करता है। चुकंदर के डंठल बैंगनी रंग के होते हैं तो कंद का रंग लाल व जामुनी होता है।

चुकंदर की पत्तियां गहरे हरे रंग की होती हैं जो चुकंदर की भांति ही बेहद पौष्टिक और फायदेमंद होती हैं। चुकन्दर में आकर्षित फूल भी लगते हैं जो एकल या गुच्छे में होते हैं। खास बात यह है कि अक्सर लोग समझते हैं कि चुकंदर की केवल एक ही किस्म होती है जबकि ऐसा नहीं है तो आपको बता दें कि Beetroot की कई किस्में होती हैं जैसे क्रिमसन ग्लोब, अर्ली वंडर, क्रहसबे इजप्सियन, डार्क रेड, इन्दम रूबी क्वीन, डेट्रोइट आदि किस्मों में चुकंदर को देखा जा सकता है।

 

चुकंदर में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व | Nutrients of Beetroot In Hindi

चुकंदर या बीटरूट के गुणों की बात करें तो इसकी जड़ (कन्द) से लेकर तना व बीज सभी गुणों से भरपूर हैं लेकिन इसमें मुख्य रूप से आयरन पाया जाता है। इसके आलावा Beetroot में विटामिन ए, विटामिन k, विटामिन सी, कैल्शियम, मेग्नीशियम, कार्बोहैड्रेड, फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, मैगनीज, फोलेट, कॉपर, सोडियम, फॉस्फोरस, विटामिन बी-12, नियासिन, थाइमिन, विटामिन डी, राइबोफ्लेविन, ज़िंक, सेलेनियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड, पैंटोथैनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट तत्त्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।

 

चुकंदर के विभिन्न नाम | Different Names of Beetroot

हमारा देश कई प्रांतों में विभाजित है एवं प्रत्येक प्रान्त की अपनी अलग एक भाषा होती है इसलिए चुकंदर को अलग-अलग प्रांतों और राज्यों में कुछ खास नामों से जाना जाता है। तो आखिर चुकंदर के विभिन्न नाम कौनसे हैं आइये जानते हैं।

हिंदी में चुकन्दर का नाम – चुकंदर व रक्तगृञ्जन

अंग्रेजी में चुंकदर का नाम – बीट रूट, गार्डन बीट, स्पाईनेच बीट

संस्कृत में चुकंदर का नाम – रक्तगूजनम्

अरबी में चुकंदर का नाम – सिलोख

मराठी में चुकंदर का नाम – बिपफ्रैट

पर्शियन में चुकंदर का नाम – चकुंदर

नेपाली में चुकंदर का नाम – शखरकन्द

तमिल में चुकंदर का नाम – सेनसिराई

कन्नड़ में चुकंदर का नाम – नेयसीसा

बंगाली में चुकंदर का नाम – बिटपलङ्ग

 

चुकंदर के बेहतरीन फायदे | Benefits of Beetroot In Hindi

chukandar ke fayde

चुकन्दर वह औषधीय खाद्य पदार्थ है जिसका उपयोग सौंदर्य को निखारने और सेहत को स्वस्थ बनाने दोनों के लिए किया जाता है। इस छोटे से कंदमूल में कई औषधिय गुण होते हैं परन्तु यह अमूनन लोग नहीं जानते हैं। इसलिए अब हम आपको चुंकदर के ऐसे फायदों से अवगत कराने जा रहे हैं जिनको जानने के बाद आप चुकंदर का इस्तेमाल करना किसी भी दिन नहीं भूलेंगे।

 

1. हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है चुकंदर

शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। बता दें कि हीमोग्लोबिन का स्तर किसी भी कारण से कम हो सकता हैं जैसे कि प्रसव के समय, किसी दुर्घटना में खून निकलने कि वजह से, मलेरिया, डेंगू, पीलिया या किसी अन्य तरह की बीमारी से भी हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो सकता है।

चुकंदर या Beetroot हीमोग्लोबिन बढ़ाने का सबसे अच्छा स्त्रोत है। चुकंदर में आयरन, प्रोटीन, फोलिक एसिड पाया जाता है जो हीमोग्लोबिन के स्तर को तेजी से बढ़ाता है। चुकंदर का जूस या सलाद के रूप में उपयोग करने से मात्र 30 दिनों के भीतर ही हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य हो जाता है।

 

2. त्वचा के लिए वरदान है चुकंदर

खिली और चिकनी त्वचा की चाहत रखने वाले लोगों के लिए चुकंदर किसी वरदान से कम नहीं है। चुकंदर में त्वचा को निखारने वाले एवं त्वचा के दाग धब्बे दूर करने वाले सभी गुण पाए जाते हैं। अतः जो लोग अपनी त्वचा को खूबसूरत और जवां बनाना चाहते हैं उन लोगों को अपनी डाइट में chukandar अवश्य शामिल करना चाहिए।

दरअसल चुकंदर में बीटा कैरोटीन, विटामिन बी1, विटामिन बी 2, विटामिन बी 3, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन सी एवं प्रोटीन पाया जाता है जो त्वचा को नमी प्रदान करता है एवं त्वचा पर होने वाले कील, मुँहासे तथा झाइयों से मुक्ति दिलाकर त्वचा का रंग निखारने में मदद करता है। चुकंदर के स्लाइस को चेहरे पर रगड़ने से त्वचा टाइट व चमकदार बनती है।

 

3. मासिक धर्म में है फायदेमंद

हार्मोंस के बदलाव के कारण कभी मासिक धर्म कम आता है तो कभी अधिक आता है। इसके अतरिक्त अनियमित मासिक धर्म भी महिलाओं और किशोरियों को बेहद परेशान करता है। चुकंदर में ऑर्गेनिक नाइट्रेट्स, फॉस्फोरस, आयरन एवं अन्य कई तरह के मिनरल्स व एंजाइम पाए जाते हैं जो हार्मोन्स को संतुलित करके मासिक धर्म में होने वाली परेशानियों से निजात दिलाते हैं। चुकंदर अनियमित मासिक धर्म में तो सुधार करता ही है साथ ही मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द में भी राहत पहुंचाता है।

 

4. बालों के रोमछिद्रों को खोलने में है फायदेमंद

हमारी त्वचा की सुरक्षा के लिए हमारे शरीर के प्रत्येक भाग में रोमछिद्र पाए जाते हैं जो त्वचा को पोषण पहुंचाने में मदद करते हैं। इसी तरह हमारे सिर की स्कल्प में भी रोमछिद्र पाए जाते हैं जो धूल मिट्टी या प्रदूषण की चपेट में आ जाने के कारण बंद हो जाते हैं जिसकी वजह से बालों को कई परेशानियां होने लगाती हैं जैसे बाल टूटने लगते हैं, झड़ने लगते हैं, बालों में रुसी हो जाती है जिसके कारण बाल बेजान और रूखे लगने लगते हैं।

चुकंदर में फॉस्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन और ऐंटिऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो बालों के बंद रोमछिद्रों को खोलकर बालों को मजबूत, लम्बे एवं काले, घने बनाने में सहायक होते हैं।

 

5. ह्रदय के लिए है लाभकारी

ह्रदय शरीर का अहम हिस्सा होता है इसलिए ह्रदय को स्वस्थ बनाये रखना बेहद जरुरी होता है। लेकिन वर्तमान समय में गलत खान पान की वजह से ह्रदय से सम्बंधित अनेक घातक बीमारियां हो रही हैं जो न केवल शरीर को नुकसान पहुँचाती हैं अपितु कई बार व्यक्ति की जान भी ले लेती हैं। इन बिमारियों से निजात पाने के लिए चुकंदर को सबसे गुणकारी माना जाता है। दरअसल चुकंदर में ओमेगा 3, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फाइबर एवं एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो ह्रदय को स्वस्थ और निरोगी बनाने में मदद करते हैं।

 

6. गर्भवती महिलाओं के लिए है बेहद गुणकारी

चुकंदर गर्भवती महिलाओं एवं गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बेहद फायदेमंद होता है। गर्भावस्था के समय शिशु और माँ को आयरन, कैल्शियम एवं प्रोटीन की सख्त आवश्कयता होती है यदि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को यह तत्व नहीं मिलते हैं तो प्रसव के समय शिशु और गर्भवती महिलाओं को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

चुकंदर में कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन पाया जाता है जो गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी होता है इसके आलावा चुकंदर में फोलिक एसिड पाया जाता है जिसकी मदद से शिशु का शारीरक और मानसिक विकास होता है।

 

7. पाचन तंत्र को बनाता है मजबूत

शरीर को हेल्दी और त्वचा को निरोगी बनाने के लिए पाचन तंत्र का मजबूत होना बेहद जरुरी होता है क्यूंकि ख़राब पाचन तंत्र शारीरक और मानसिक बिमारियों की जड़ होता है। खराब पाचन तंत्र की परेशानियों से सामना कर रहे लोगों के लिए चुकंदर बेहतरीन विकल्प है।

चुकंदर में फाइबर और पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो पाचन तंत्र को ठीक करके उसको मजबूत बनाने में सहयता करता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए सुबह खाली पेट चुकंदर का जूस लेना फायदेमंद होता है।

 

8. एनर्जी लेवल को बढ़ाता है चुकंदर

एनर्जी या ऊर्जा की आवश्यकता प्रत्येक व्यक्ति को होती है क्योंकि ऊर्जा को ही शरीर का ईंधन कहा जाता है बिना ऊर्जा के शरीर की मशीन नहीं चल सकती है। इसलिए जिन लोगों में ऊर्जा की कमी होती है वो लोग शारीरिक कार्य करने में अन्य व्यक्तियों की तुलना में जल्दी ही थक जाते हैं एवं उनको शारीरिक कमजोरी बनी रहती है।

चुकंदर ऊर्जा बढ़ाने का मुख्य स्तोत्र है। चुकंदर में विटामिन-बी, विटामिन-सी, फॉस्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ए, जिंक और ऐंटिऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर को शारीरक ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं।

 

9. चुकंदर बनाए हड्डियां मजबूत

शरीर को तंदरुस्त और बलशाली बनाने में हड्डियों का अहम योगदान होता है। लेकिन आज के समय में हड्डियों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है जिसकी वजह से हड्डियां समय के पहले ही कमजोर हो जाती हैं इसके आलावा हड्डियों के कमजोर होने के साथ ही शरीर की मासपेशियां भी कमजोर हो जाती हैं।

यदि आप भी इस बीमारी से जूझ रहे हैं तो आप चुकंदर का उपयोग कर सकते हैं। चुकंदर में कैल्शियम, आयरन, विटामिन डी पाया जाता है जो हड्डियों को बलशाली और मजबूत बनाते हैं।

 

10. बवासीर में है फायदेमंद

गलत खान पान, कब्ज या अधिक मिर्च मसाले खाने के कारण बवासीर की समस्या उत्पन्न हो जाती है जो आजकल अधिकतर लोगों में देखने को मिलती है। कभी कभी तो इस समस्या में मल के साथ खून भी आने लगता है। चुकंदर में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अतः चुकंदर को सलाद के रूप में खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती है तथा चुकंदर का जूस या काढ़ा पीने से खूनी बवासीर में भी मदद मिलती है।

 

11. आखों के लिए वरदान है चुकंदर

आखों की सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने के लिए चुकंदर को एक वरदान माना जाता है फिर चाहे वह आखों की रोशनी बढ़ाने की बात हो, मोतियाबिंद हो या अन्य कोई भी परेशानी, सभी में चुकंदर काफी फायदेमंद होता है। चुकंदर में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो आँखों की रोशनी को बढ़ाने के साथ-साथ आँखों को स्वस्थ रखने का काम भी करता है।

 

12. पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाने में है सहायक

पाचन क्रिया का स्वस्थ होना बेहद जरुरी है क्योंकि जिनका पाचन खराब होता है वो लोग हल्का भोजन ही कर पाते है दूसरी कुछ भी चीजें जो उन्हें हजम नहीं होती ऐसी चीजें खाने से वह घबराते हैं। खराब पाचन के कारण उन लोगों के शरीर को वह सभी पौष्टिक तत्व नहीं मिल पाते हैं जिससे शरीर की इम्युनिटी कम हो जाती है।

तो आपको बता दें कि चुकंदर में ग्लूटामाइन नामक एमिनो एसिड पाया जाता है जो भोजन को ठीक तरह से पचा कर शरीर की पाचन क्रिया को स्वस्थ तो बनाता ही है साथ ही इम्युनिटी सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।

 

चुकंदर के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Beetroot in Hindi

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1. चुकंदर में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में फायदेमंद होता है।

2. चुकंदर में एन्टीऑक्सडेंट और एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं जो शरीर को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाने में मदद करते हैं।

3. इसमें पोटेशियम, फाइबर, फोलिक एसिड पाया जाता है जिसकी मदद से लिवर तंदरुस्त और स्वस्थ बनता है।

4. सूजन और दाँत दर्द को कम करने में चुकंदर का जूस फायदेमंद होता है।

5. आंतों में जमा गन्दगी को बाहर निकालने के लिए चुकंदर लाभकारी होता है। दरसल चुकंदर में फाइबर पाया जाता है जो आंतों की सफाई करने में मददगार होता है।

6. वजन कम करने वाले लोगों के लिए चुकंदर का सेवन बेहद गुणकारी होता है। चुकंदर में पोटैशियम और फाइबर पाया जाता है जिसकी मदद से आसानी से वजन कम हो जाता है।

7. चुकंदर में विटामिन ए और विटामिन ई पाया जाता है जो आँखों को निरोगी बनाने में सहायक होते हैं।

8. योन सम्बन्धी रोगों के लिए भी चुकंदर को काफी फायदेमंद माना गया है। चुकंदर में पाया जाने वाला बोरोन तत्व शरीर के सेक्स हार्मोन्स के लिए अच्छा माना जाता है।

 

चुकंदर का उपयोग | Uses of Beetroot in Hindi

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चुकंदर का उपयोग अलग अलग देशों में अलग-अलग तरह से किया जाता है जैसे की यूरोपियन देशों में चुकंदर का उपयोग चीनी बनाने के लिए किया जाता है उसी तरह भारत और अन्य देशों में चुकंदर का उपयोग कई रूपों में किया जाता है। इसलिए अब हम आपको बताने वाले हैं कि चुकंदर का उपयोग आप किस तरह से कर सकते हैं।

1. चुकंदर का उपयोग सब्जी के रूप में किया जा सकता है।

2. चटनी बनाकर आप चुकंदर का उपयोग कर सकते हैं।

3. जूस बनाकर चुकंदर का इस्तेमाल करना सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है।

4. सलाद के रूप में चुकंदर का उपयोग सबसे अधिक फादेमंद होता है।

5. आलू के तरह चिप्स या स्लाइस बनाकर चुकंदर का उपयोग किया जा सकता है।

6. वेजिटेबिल खिचड़ी के रूप में चुकंदर का उपयोग किया जा सकता है।

7. किसी भी जूस में चुंकदर को मिलाकर सेवन किया जा सकता है।

8. सूप में भी चुकंदर का उपयोग किया जाता है।

9. चुकंदर के पत्तो का उपयोग पराठों में पालक की तरह किया जा सकता है।

10. किसी भी व्यंजन में कलर लाने के लिए भी चुकंदर का उपयोग किया जाता है।

 

चुकंदर से होने वाले नुकसान | Side Effects of Beetroot in Hindi

चुकंदर खाने से वैसे तो कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन कहा जाता है कि किसी भी चीज कीअति या गलत उपयोग नुकसान दायक होता है तो वही हाल चुकंदर या Beetroot का है।

1. 100 ग्राम चुकंदर में लगभग 7 ग्राम शुगर पाई जाती है इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए चुकंदर नुकसान पहुंचा सकता है।

2. अत्यधिक मात्रा में चुकंदर का सेवन करने से एलर्जी हो सकती है।

3. चुकंदर का अत्यधिक उपयोग करने से मूत्र का रंग गुलाबी हो जाता है।

4. किडनी रोगियों को चिकत्सक का परामर्श लेकर ही चुकंदर का उपयोग करना चाहिए।

5. चुकंदर का अधिक सेवन करने से पेट में मरोड़ और दस्त लग सकते हैं।

 

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तो दोस्तों ये थी चुकंदर (Beetroot in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप चुकंदर के समस्त फायदे और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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