घरों और मंदिरों में पूजा अर्चना करते समय अगरबत्ती जरूर लगाई जाती है। इसके पीछे मान्यता है की अगरबत्ती नकारात्मक उर्जा को समाप्त कर वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। परन्तु साउथ चीन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में हुए एक शोध के अनुसार ये पाया गया की अगरबत्ती का धुआं सिगरेट के धुएं से ज्यादा खतरनाक होता है।
शोध में पाया गया की अगरबत्ती को जलाने पर उसके धुएं के साथ कुछ छोटे कण भी निकलते हैं। जो कि हवा में घुल-मिल जाते हैं। अगरबत्तियों से निकलने वाले ये जहरीले कण शरीर की कोशिकाओं को बेहद प्रभावित करते हैं। इसमें मौजूद केमिकल डीएनए में बदलाव करने के साथ ही शरीर में जलन और सांस से जुड़ी कई तरह की समस्यों को जन्म देते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं की इससे कौन-कौनसी बीमारियाँ होने का खतरा रहता है।
1. फेफड़े संबंधित रोग
इंसान के सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है की ऑक्सीजन अंदर जाती है और कार्बन डाइआक्साइड बहार आती है। लेकिन अग्गरबत्ती के धुएं के संपर्क में रहने से इंसान के सांस लेने के साथ ही अग्गरबत्ती के धुएं में मौजूद कार्बनमोनो ऑक्साइड भी इंसान के शरीर में प्रवेश कर जाती है। जो की खांसी, कफ और अन्य फेफड़े सम्बंधित रोग के लिए जिम्मेदार है।
2. हार्ट अटैक
अगरबत्ती जलाकर ज्यादा देर तक उसके पास नहीं बैठे रहना चाहिए। अगरबत्ती के धुएं के लगातार संपर्क में रहने से दिल और धमनियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जिससे हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है।
3. अस्थमा
अगरबत्ती के धुएं में सल्फर डाईऑक्साइड और नाइट्रोजन जैसी गैस पायी जाती हैं। जो की इंसान के फेफड़ों के लिए हानिकारक होती हैं। इससे अस्तमा होने की संभावना कई गुना अधिक बढ़ जाती है।
4. श्वसन कैंसर
सिगरेट के धुएं से जिस प्रकार श्वसन कैंसर होने का खतरा रहता है। उसी प्रकार शोधकर्ताओं द्वारा की गयी रिसर्च के मुताबिक अगरबत्ती के धुएं में लम्बे वक़्त तक रहने पर भी श्वसन केंसर की समस्यां हो सकती हैं। अतः हमें इसके संपर्क में ज्यादा देर तक नहीं रहना चाहिए।
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