About Fenugreek in Hindi: आजकल के मॉडर्न जमाने के लोग हरी सब्जियों को घास फूस समझते हैं। यदि आप भी ऐसा ही सोचते है तो आपको बता दें कि एक घास और उसके दाने जिसे फेनुग्रीक (Fenugreek) अर्थात मेथी कहते हैं यह घास नहीं बल्कि आपके लिए सजीवन बूटी है। बता दें की मेथी एक चमत्कारी वनस्पति है जिसका उपयोग पीढ़ी दर पीढ़ी से होता आया है। मेथी की पत्तियों का ही नहीं बल्कि दानों या बीजो का भी हर भारतीय घर में उपयोग किया जाता है। मेथी में काफी मात्रा में आयरन, विटामिन, प्रोटीन पाया जाता है यही वजह है कि वर्षों से मेथी के पत्तों और दानों का इस्तेमाल कई तरह की वैकल्पिक चिकित्सा में किया जाता है। यदि आप मेथी के गुणकारी फायदों से अब तक अनजान हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़िए क्योंकि इस लेख में हम आपको मेथी की सम्पूर्ण जानकारी से अवगत कराने वाले हैं। इस लेख में हम आपको मेथी के फायदों के आलावा मेथी के सन्दर्भ में कुछ और भी रोचक जानकारी देने वाले हैं।
मेथी क्या है | What is Fenugreek in Hindi
मेथी सिर्फ एक सब्जी नहीं बल्कि यह सोया के समान परिवार की एक जड़ी बूटी है। लोग इसके ताजे और सूखे बीज, पत्तियों, टहनियों और जड़ों को मसाले, स्वाद बढ़ाने वाले और पूरक के रूप में उपयोग करते हैं। दरअसल मेथी का उपयोग अचार से लेकर कई तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाने में किया जाता है इसलिए मेथी को रसोई की शान कहा जाता है। आपको बता दें कि मेथी ना सिर्फ रसोई की शान है बल्कि यह एक चमत्कारी जड़ी बूटी भी है और इस जड़ी बूटी का उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक दवाइयों में होता आया है। मेथी में भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो सम्पूर्ण शरीर के लिए स्वास्थवर्धक एवं फायदेमंद होते हैं। यदि मेथी का इस्तेमाल सही अनुपात में किया जाये तो यह कई जटिल बिमारियों को ठीक करने में भी सहायक होती है।
मेथी की तासीर कैसी होती है :
मेथी का दाना सख्त और कड़क होता है जिसकी तासीर बहुत गर्म होती है। इसलिए मेथी का उपयोग संतुलित मात्रा में और सही तरीके से ही करना चाहिए।
मेथी का स्वरुप क्या है | How Fenugreek look like
मेथी के पौधे के दो स्वरूप होते हैं एक स्वरूप वन मेथी है जो कहीं भी अपने आप लग जाती है यह कम गुण वाली होने के कारण जानवरों के खाने के काम आती है और इसका दूसरा स्वरुप फेनुग्रीक (Fenugreek) है इसका उपयोग अलग-अलग तरीके से किया जाता है जैसे हरे पत्तों का उपयोग सब्जी वा पराठों में, मेथी पाउडर का उपयोग लाजवाब व्यजनों में, मेथी दानों का उपयोग सब्जी में इसके साथ साथ जूस, मसाले, लड्डू एवं दवाइयों आदि में किया जाता है।
कैसा होता है मेथी का पौधा | How did Fenugreek plant look like
मेथी का पौधा औषधिय पौधा है जिसका उपयोग खाध पदार्थों और आयुर्वेदिक दवाइयों में किया जाता है। यदि मेथी के पौधे की बनावट की बात करें तो इसका पौधा लगभग 10 से 15 इंच का होता है। यह फैबेसी (Fabaceae) कुल का पौधा है। मेथी के पौधे में छोटे-छोटे सुन्दर फूल लगते हैं इन फूलों में छोटी-छोटी फली लगती हैं जिसमें सुगंधित पीले, हरे और भूरे रंग के दाने होते हैं। यह पकने के बाद पीले रंग के हो जाते हैं। मेथी के बीजों का स्वाद कड़वा होता है
मेथी में पाए जाने वाले पोषक तत्व | Nutrients of Fenugreek in Hindi
मेथी में कई तरह के विटामिन्स, मिनरल्स, खनिज और अनेक प्रकार के पौष्टिक पोषक तत्व (nutrition) पाए जाते हैं। बता दें कि मेथी में प्राकृतिक रूप से प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, विटामिन सी, थायमिन, नियासिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन-बी 6, विटामिन-ए, विटामिन K, फोलेट, ऊर्जा, एंटीओक्सीडेंट, सेलेनियम, एंटी इंफ्लेमेटरी तथा एन्टीबैक्टीयियल गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
मेथी का सर्वाधिक उत्पादन कहाँ होता है | Where did Fenugreek found
मेथी की उत्पति के विषय में शोधकर्ताओं का मत है कि मेथी की उत्पति सबसे पहले भूमध्यसागरीय क्षेत्रों जैसे कि दक्षिण यूरोपीय क्षेत्र और पश्चिम एशिया क्षेत्रों में हुई थी इसलिए इन्हीं क्षेत्रों में मेथी की खेती आज भी सबसे ज्यादा होती है। भारत में मेथी के सबसे अधिक उत्पादन की बात की जाये तो लगभग भारत के सभी राज्यों में मेथी की पैदावार अच्छे पैमाने पर होती है लेकिन राजस्थान में मेथी की उपज सबसे अधिक होती है इसलिए भारत भी अन्य देशों की तरह बड़े मेथी उत्पादक देशों की सूची में शामिल है।
मेथी के विभिन्न नाम | Some other names of Fenugreek
मेथी में जिस तरह भिन्न-भिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं उसी प्रकार भारत में मेथी को भिन्न-भिन्न प्रकार के नामों से भी जाना जाता है। तो चलिए जानते हैं मेथी के विभिन्न नाम कौन-कौन से हैं।
मेथी का वानस्पतिक नाम – ट्राइगोनेला फीनम ग्रीकम (Trigonella foenum-graecum)
मेथी का हिंदी में नाम – मेथी
मेथी का अंग्रेजी में नाम – फेनुग्रीक, ग्रीक क्लोवर
मेथी का मराठी में नाम – मेथी
मेथी का तमिल में नाम – वण्डयम्
मेथी का संस्कृत में नाम – मेथिनी, मेथी, बहुपर्णी,
मेथी का गुजराती में नाम – मेथी, मेथनी
मेथी का पंजाब में नाम – मेथिनी
मेथी का कन्नड़ में नाम – मेंथे
मेथी का तेलगु में नाम – मेन्तूलू
मेथी का मलयालम में नाम – उल्लव
मेथी का मणिपुरी में नाम – मेथी
मेथी खाने के फायदे | Benefits of Fenugreek in Hindi
अभी तक आपने मेथी का उपयोग खाने की चीजों को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया होगा। लेकिन आज हम आपको मेथी के कुछ ऐसे फायदे बताएंगे जिन्हे जानने के बाद यकीनन अब आप इसका उपयोग दूसरे रूपों में भी करने लगेगें। अब आप सोच रहे होगें कि आखिर मेथी के ऐसे कौन से फायदे हैं। तो चलिए आपको मेथी के फायदों से रूबरू करवाते हैं।
A. मेथी के स्वास्थवर्धक फायदे | Health Benefits of Fenugreek in Hindi
प्रत्येक मनुष्य के लिए अपने स्वास्थ का ध्यान रखना अति आवश्यक है। इसलिए सबसे पहले हम आपको मेथी से होने वाले कुछ स्वाथ्यवर्धक लाभों की जानकारी देते हैं।
1. ब्लड शुगर स्तर को सामान्य करे मेथी
शरीर के रक्त में शुगर का स्तर बढ़ने से मधुमेह रोग हो जाता है। मधुमेह रोग शरीर के लिए घातक रोग है एवं यह एक ऐसा रोग है जो जीवन पर्यन्त चलता है। इसलिए इस रोग से बचना और इसकी रोकथाम करना अति आवश्यक है। बता दें कि मेथी (fenugreek) में घुलनशील फाइबर, कार्बोहाइड्रेट एवं कई ऐसे विटामिन्स पाए जाते हैं जो कि शरीर में रक्त शुगर का स्तर और इन्सुलिन की मात्रा को कम करते हैं। मेथी के पानी एवं अंकुरित मेथी खाने से मेथी में मौजूद हाइपोग्लेसिमिक मधुमेह को जल्दी नियंत्रण करता है।
2. मेथी के प्रयोग से करें वजन को कम
मेथी शरीर की केवल एक समस्या का ही समाधान नहीं करती है बल्कि कई गंभीर समस्याओं का अंत करती है। जो लोग वजन कम करने के इक्छुक है उन लोगों के लिए मेथी रामबाण है। वजन कम करने के लिए कैलोरी की मात्रा को कम करना जरुरी होता है। कैलोरी बर्न किये बिना वजन कम नहीं किया जा सकता है। मेथी में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जो कैलोरी को कम करने के साथ ही शरीर में जमा फैट को भी कम करते हैं। बता दें कि मेथी में फाइबर और विभिन्न तरह के पॉलीफेनॉल्स गुण पाए जाते हैं जो कि वजन कम करने के मुख्य घटक होते हैं। मेथी के पानी और दानों का सुबह खाली पेट सेवन करने से वजन कम होता है।
3. गठिया रोग में करें मेथी का उपयोग
गठिया को आमतौर पर गठिया बाय के नाम से जाना जाता है। गठिया रोग के होने से शरीर के जोड़ो में असहनीय दर्द तो होता ही है इसके अतरिक्त शरीर के जोड़ों में सूजन भी आती है। इस रोग से छुटकारा पाने के लिए मेथी का उपयोग अत्यंत लाभकारी है। मेथी में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम, प्रोटीन आदि तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करते हैं। मेथी के लड्डू और मेथी के दानों का इस्तेमाल गठिया रोग में कर सकते हैं।
4. मेथी रखे ह्रदय को स्वस्थ
मेथी का प्रतिदिन सेवन करने से दिल से सम्बंधित कई रोगो को होने से रोका जा सकता है। दिल की बीमारी गंभीर और घातक होती है इसलिए दिल का ख्याल रखना बेहद आवश्यक है। बता दें कि मेथी शरीर में रक्त प्रवाह को संतुलित करती है जिससे धमनियों में होने वाली रुकावट दूर होती हैं और धमिनियाँ सुचारु रूप से कार्य करती हैं। इससे हार्ट अटेक आने की सम्भावना भी कम हो जाती है। मेथी में प्राकृतिक घुलनशील फाइबर पाया जाता है जो ह्रदय को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
5. मेथी से कब्ज और पाचन तंत्र में करें सुधार
अनियमित जीवनशैली के कारण कब्ज और पाचन तंत्र की समस्या बढ़ती ही जा रही है। यदि किसी व्यक्ति को कब्ज है या पाचन तंत्र ख़राब है तो उन लोगों के लिए मेथी का उपयोग बेहद कारगार है। बता दें कि मेथी में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो कब्ज को दूर कर पाचन तंत्र को ठीक करते हैं।
6. किडनी को स्वस्थ रखने के लिए करें मेथी का उपयोग
अक्सर कई लोग शरीर की किडनी पर ध्यान नहीं देते हैं जिसकी वजह कई बार लोगों की किडनी बिना किसी बीमारी के ख़राब हो जाती है। किडनी ख़राब होने के और भी कारण हैं जैसे किसी बीमारी के चलते दवाइयों के हाई डोज लेने से, किसी दर्द निवारक दवा का अधिक सेवन करने से या लम्बे समय तक हाई ब्लड शुगर रहने से भी किडनी ख़राब होने की संभावना रहती है। बता दें किडनी का स्वस्थ रहना शरीर के लिए बेहद जरुरी है क्योंकि किडनी के खराब होने से कई बार व्यक्ति की जान भी चली जाती है। मेथी में ऐसे बहुत से तत्व पाये जाते हैं जो किडनी को सुरक्षा प्रदान कर स्वस्थ बनाये रखने में मदद करते हैं। किडनी ख़राब होने से बचने के लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी दाना रात को भिगाकर सुबह खाली पेट पानी से सेवन करें या मेथी पाउडर को गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।
7. मेथी करे सर्दी – जुकाम को खत्म
सर्दी जुकाम एक ऐसा रोग है जो ऋतू परिवर्तन के समय किसी भी व्यक्ति को हो जाता है। इसके आलावा कई लोगों को सर्दी की समस्या हमेशा बनी रहती है। बता दें मेथी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं जो फ्लू और सर्दी जुकाम को खत्म करने में मदद करते हैं। मेथी की चाय में आधी छोटी चम्मच नींबू और शहद की मात्रा मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से सर्दी जुकाम में आराम मिलता है।
8. भूख को बढ़ाये मेथी
कई लोगों को भूख नहीं लगने की समस्या रहती है। इसलिए अक्सर लोग भूख बढ़ाने के लिए दवाइयों का सेवन करते हैं। यदि आप बिना दवाइयों का सेवन किये भूख बढ़ाना चाहते हैं तो आप मेथी का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि हरी मेथी की पत्तियों के सलाद का प्रतिदिन सेवन करने भूख बढ़ने में मदद मिलती है।
B. मेथी के त्वचा संबंधी फायदे | Skin Benefits of Fenugreek in Hindi
दोस्तों मेथी से होने वाले स्वास्थवर्धक फायदों को जानने के बाद आइये जानते हैं मेथी के त्वचा के लिए क्या-क्या फायदे हैं।
1. मेथी मुहासों का करे अंत
युवाओं के चेहरे की त्वचा पर अक्सर मुहांसे हो जाते हैं जिसकी वजह से खूबसूरत चेहरा भी खराब लगने लगता है। आपको जानकारी दे दें कि मेथी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो मुहासों और फुंसियों को उत्पन करने वाले बैक्टीरिया को ख़त्म करते हैं। मेथी के पाउडर का पेस्ट बनाकर चेहरे की त्वचा पर लगाने से मुहासों की समस्या में आराम मिलता है।
2. मेथी करे झुर्रियों को कम
बढ़ती उम्र के साथ ही झुर्रियां भी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जाती हैं। झुर्रियों को रोकने में मेथी असरकारी औषधि है। मेथी में विटामिन सी और एंटी इन्फ़्लेमेटरी गुण होते हैं जो झुर्रियों को कम करते हैं। मेथी के पाउडर को दही में मिलाकर लगाने से होने वाली झुर्रियों की समस्या से राहत मिलती है।
3. मेथी रूखी त्वचा को करे मुलायम
मेथी में विटामिन ई, विटामिन्स सी, विटामिन-बी 6, विटामिन-ए, एंटीरिंकल, आदि तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। मेथी में पाए जाने वाले यह तत्व प्राकृतिक तरीके से चेहरे की त्वचा को नमी पहुँचाते हैं जिसकी वजह से चेहरे की त्वचा का रूखापन दूर होता है एवं चेहरा खूबसूरत एवं मुलायम बन जाता है। मेथी के दानों का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगने से चेहरे पर निखार भी आता है।
4. आँखों के नीचे होने वाले काले घेरों को करे ठीक
जैसा कि ऊपर बताया मेथी में विटामिन ई और विटामिन सी पाया जाता है। यह तत्व आँखों के नीचे होने वाले काले घेरों को भी ठीक करने में सहायता करते हैं। इसके लिए मेथी की हरी पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें। अब तैयार पेस्ट में चार से पांच बुँदे गुलाब जल की मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम अपनी आँखों पर पंद्रह मिनिट तक रखें। कुछ ही हफ्तों के प्रयोग से आँखों के नीचे होने वाले काले घेरे ठीक हो जायेंगे।
5. मेथी से भरें त्वचा के घाव
अक्सर किसी भी चीज से कट जाने से त्वचा पर घाव हो जाते हैं। त्वचा पर हुए इन घावों को आप मेथी के इस्तेमाल से ठीक कर सकते हैं। दरअसल मेथी में जो एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं ये घाव को भरने में भी मदद करते हैं।
C. बालों के लिए मेथी के फायदे | Hair Benefits of Fenugreek in Hindi
बालों को मजबूत और खूबसूरत बनाने के लिए प्राचीन काल से ही मेथी का उपयोग होता आया है। इसलिए अब हम आपको मेथी से होने वाले बालों के फायदों से रूबरू कराने जा रहे हैं।
1. मेथी से बनाये बालों को लम्बा
बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए मेथी का उपयोग किया जाता है। यदि आपके भी बालों की ग्रोथ की गति धीमी है तो आप बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए मेथी का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि मेथी में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड पाया जाता है जो कमजोर बालों को पोषण देता हैं जिससे बाल लम्बे और घने बनते हैं।
2. मेथी करे डैंड्रफ को खत्म
डैंड्रफ की समस्या आमतौर पर महिला तथा पुरुष दोनों में पायी जाती हैं। डैंड्रफ की वजह से बाल रूखे और पतले हो जाते हैं इसलिए बालों से डैंड्रफ की समस्या को जल्दी खत्म करना जरुरी होता है। मेथी में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जिससे डैंड्रफ को कम किया जा सकता है। मेथी के दानों को गलाकर उनका पेस्ट बनाकर बालों की जड़ों में लगाने से डैंड्रफ की समस्या कम हो जाती है।
3. मेथी बनाये बालों को मजबूत
मेथी में प्रोटीन एवं विटामिन ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जब बालों को संतुलित मात्रा में प्रोटीन नहीं मिलता है तो बाल झड़ने लगते हैं। प्रोटीन की कमी से बाल कमजोर भी हो जाते हैं। बालों को मजबूत बनाने के लिए मेथी बहुत ही लाभकारी है। मेथी के दानों के पेस्ट को रीठा पाउडर और आवंला पाउडर में मिलाकर लगाने से बाल मजबूत एवं चमकदार बनते हैं।
D. महिलाओं के लिए मेथी के फायदे | Benefits of Fenugreek for Women
मेथी (Fenugreek) महिलाओं के लिए सजीवनी बूटी होती है चाहे फिर वह मेथी की भाजी हो या फिर मेथी दाना। वैसे तो मेथी सभी के लिए फादेमंद है लेकिन महिलाओं की समस्यायों के लिए अत्यंत लाभकारी है। तो आइये जानते हैं कि स्त्री के किन-किन रोगों को मेथी के सेवन से दूर किया जा सकता है।
1. मासिक धर्म के दर्द में करे मेथी का उपयोग
मासिक धर्म के समय महिलाओं को अनेक तरह की पीड़ाएं होती हैं। किसी महिला को पेट में असहनीय दर्द होता है तो किसी महिला को कमर वा हाथ पैरों में अधिक दर्द होता है जिसकी वजह से महिलाओं को काफी कष्ट होता है। बता दें कि मेथी मासिक धर्म से सबंधित कई तरह के रोगों को ठीक करती है। मेथी में एनाल्जेसिक, ड्यूरेटिक, एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते जाते हैं जो मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को कम करते हैं। मेथी का सेवन जूस, चाय अथवा पानी के साथ पाउडर के रूप में कर सकते हैं।
2. मेथी स्तन दूध को बढ़ाने में है रामबाण जड़ी बूटी
प्रसव के बाद यह समस्या अधिकतर महिलाओं में देखी जाती है जो हर महिला को चिंतित कर देती है क्योंकि प्रसव के उपरांत छह माह तक शिशु अपना विकास माँ के दूध से ही करता है। दूध की कम मात्रा मिलने की वजह से शिशु भूखा भी रहता है और उसका ठीक तरह से मानसिक और शारीरिक विकास भी नहीं हो पाता है। मेथी में गैलेक्टोगोग्स पाया जाता है। गैलेक्टोगोग्स स्तन दूध को बढ़ाने में मदद करता है इसके अतरिक्त मेथी में मैग्नीशियम, आयरन और कई तरह के विटामिन्स पाए जाते हैं जो जच्चा और बच्चा दोनों के स्वास्थ को ठीक रखते हैं और स्तन दूध में वृद्धि भी करते हैं।
3. मेथी प्रसव के बाद महिलाओं को जल्दी तंदुरुस्त करे
बच्चा हो जाने के बाद महिलाओं को काफी कमजोरी आ जाती है इसलिए डॉक्टर उनका खास ख्याल रखने की सलाह देते हैं जिससे वह जल्दी तंदुरुस्त हो जायें। अब प्रश्न यह आता है की उनको ऐसी कौन सी चीज खिलाई जाए जिससे वह जल्दी रिकवर हो जायें। तो आपको बता दें कि मेथी के दाने प्रसव के बाद महिलाओं को रिकवर करने में काफी गुणकारी होते है। मेथी में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। मेथीदानों से बनाये गए लड्डू खाने से महिलाओं में होने वाली खून की कमी दूर होती है और हड्डियाँ मजबूत बनती हैं। प्रेगनेंसी के बाद होने वाली शारीरिक पीड़ा से निजात दिलाने में भी मेथी काफी फायदेमंद है।
मेथी का उपयोग कैसे करें | How to use Fenugreek in hindi
किसी भी चीज का लाभ तभी लिया जा सकता है जब उस चीज का उपयोग सही तरीके से किया जाए। इसलिए मेथी का इस्तेमाल किस तरीके से किया जाना है यह जानना भी अति आवश्यक है तो चलिए देखते हैं मेथी उपयोग करने के तरीके।
1. मेथी की तासीर गर्म होती है इसलिए मेथी का उपयोग रातभर पानी में भिगोकर ही करना चाहिए।
2. मेथी के पानी का सेवन खाली पेट सुबह के समय केवल एक बार ही करना चाहिए।
3. मेथी के बीजों को उबालकर काली मिर्च और शहद मिलाकर हर्बल चाय बनाई जाती है। इस चाय का सेवन सुबह और शाम को किया जा सकता है।
4. मेथी की पत्तियों के पराठों और रोटियों का सेवन सुबह खाने में किया जा सकता है।
5. मेथी के बीजों को अंकुरित करके इसका सेवन कर सकते हैं। इसके लिए मेथी के बीजों को रातभर पानी में भिगोकर रख देना है। सुबह फूले हुए दानों को कपड़े में लपेटकर अंकुरित होने के लिए रख दें। सात से आठ घंटे में मेथी के बीज अंकुरित होने लगते हैं। मेथी के अंकुरित बीजों का सेवन सुबह खाली पेट करना फायदेमंद रहता है।
6. मेथी की पत्तियों को सुखाकर एयर टाइट डिब्बे में रख लें। सुखी हुई मेथी का इस्तेमाल आप सूप या किसी भी सब्जी में डालने के काम में ले सकते हैं।
7. एक छोटी चम्मच मेथी पाउडर को एक गिलास सामान्य पानी में मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
8. एक चम्मच मेथी को एक गिलास पानी के साथ उबालकर ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के उपरांत इस पानी का सेवन करने से शरीर को काफी लाभ मिलता है। लेकिन इस पानी का सेवन आपको केवल प्रातः काल ही करना है।
9. कब्ज से पीड़ित लोगों को सुबह शाम मेथी के दानों का सेवन करना चाहिए। बता दें जिस प्रकार खाना खाने के बाद आधी छोटी चम्मच सौंफ का सेवन किया जाता है उसी प्रकार आधी छोटी चम्मच मेथी का सेवन खाने के बाद किया जा सकता है।
मेथी का उपयोग कितनी मात्रा में करना है | In How much Quantity Fenugreek should be used
मेथी का सेवन सही अनुपात में ही करना चाहिए। अधिक मात्रा में मेथी का इस्तेमाल करने से यह नुकसानदायक हो सकती है। बता दें कि मेथी की पत्तियों का प्रतिदिन 20 से 40 ग्राम की मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। इसके आलावा मेथी के दानों के काढ़े की मात्रा लगभग 10-20 मिलीग्राम एवं मेथी के दानों का चूर्ण 1-2 ग्राम की मात्रा में लेना उचित रहता है।
नोट : अगर आपको किसी तरह का गंभीर रोग है तो आप मैथी का सेवन अपने चिकित्सक का परामर्श ले कर करें।
मेथी से होने वाले नुकसान | Side Effects of Fenugreek in Hindi
दोस्तों मेथी के कई फायदे हैं लेकिन मेथी का इस्तेमाल गलत तरीके से करने पर और अंसतुलित मात्रा में मेथी का सेवन करने से कई नुकसान भी होते हैं। तो आइये जानते है कि मैथी से क्या नुकसान हो सकते हैं।
1. कब्ज से निजात पाने के लिए छोटे बच्चों को मेथी के सेवन से नुकसान हो सकता है।
2. गठिया वाय की दवाइयों के साथ मेथी का उपयोग नुकसान पहुँचा सकता है।
3. शरीर में कम रक्तचाप वाले व्यक्तियों को मेथी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि मेथी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो रक्तचाप के स्तर को कम करते हैं।
4. मधुमेह रोगियों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही मेथी का उपयोग करना चाहिए ।
5. अत्यधिक मेथी के सेवन से दस्त, उल्टी एवं एलर्जी हो सकती है।
6. स्तनपान कराने के दौरान यदि शिशु में डायरिया के लक्षण दिखे तो माँ को मेथी का सेवन बंद कर देना चाहिए।
7. अस्थमा के रोगियों को मेथी का सेवन नहीं करना चाहिए।
8. गर्भावस्था के समय मेथी का उपयोग करने से महिलाओं के गर्भ को खतरा रहता है क्योंकि मेथी की तासीर बहुत गर्म होती है।
यह भी पढ़िए: Kale क्या है? जानिए इसके फायदे
तो दोस्तों ये थी मैथी (Fenugreek in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप मैथी के समस्त फायदे और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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