olive oil in hindi

About Olive Oil in Hindi: हमने अक्सर लोगों को कहते हुआ सुना है कि ऑयली खाना नहीं खाना चाहिए, तला हुआ खाना स्वास्थ के लिए अच्छा नहीं होता वगैरा-वगैरा। इतना सब कुछ पता होने के बाद भी लोग खूब चाव से तला हुआ खाते हैं। बता दें कि अधिकतर लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा सोयाबीन तेल वाकई स्वस्थ के लिए सही नहीं है। ऐसे में अब आप सोच रहे होंगे की आखिर हमें फिर कौनसा तेल इस्तेमाल करना चाहिए। तो दोस्तों आज हम आप को बताएंगे एक खास तेल के बारे में जो की अन्य तेलों की अपेक्षा कुछ अनोखे गुण रखता है और अगर सही मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो सेहत के लिए फायदेमंद भी साबित होता है। जी हाँ हम जिक्र कर रहे हैं जैतून के तेल (olive oil) की जो कि कई औषधीय गुणों से युक्त है।

जैतून तेल कई समस्याओं से निजात दिलाने में फायदेमंद साबित होता है। आप ने शायद अभी तक जैतून तेल का इस्तेमाल नहीं किया होगा लेकिन आज हम आपको इस तेल के कुछ ऐसे गुणों के बारे में बताएँगे जिन्हे जानकर आप यकीनन इसे अपने खाने में उपयोग करना चाहेंगे। दोस्तों इस लेख में जैतून तेल के फायदों सहित इससे सम्बंधित और भी कुछ खास जानकारी साझा की गई हैं इसलिए इस पोस्ट को आप अंत तक जरूर पढ़िए।

 

जैतून तेल आखिर कौनसा तेल होता है | What is Olive Oil in Hindi

जैतून तेल एक वानस्पतिक तेल है जिसका वैज्ञानिक नाम ओलेआ एउरोपैआ (Olea Europaea) है। जैतून का वृक्ष ओलिया यूरोपीय प्रजाति का है एवं इस वृक्ष में हरे रंग के अंडाकार फल लगते हैं। इन्हीं फलों को दबाकर जैतून का तेल तैयार किया जाता है। गुणकारी फायदों के कारण हजारों वर्ष पहले जैतून तेल को तरल सोना कहा जाता था। खास बात यह है कि जैतून का तेल सबसे पहले भूमध्यसागरीय क्षेत्रों से आया था और आज इसका उपयोग दवाइयों और सौन्दर्य प्रसाधनो में विश्व के कौन-कौन में होने लगा है।

 

जैतून की तासीर :

जैतून तेल का इस्तेमाल भोजन पकाने के आलावा बच्चों और बुजुर्गों की मालिश करने में भी किया जाता है इसलिए इसकी तासीर के बारे में अवगत होना भी आवश्यक है। बता दें कि जैतून तेल की तासीर ठंडी होती है जो मस्तिष्‍क को ठंडक पहुंचाकर आराम की अनुभूति कराता है। गर्मियों के दिनों में जैतून तेल का उपयोग अत्यधिक फायदेमंद होता है।

 

जैतून का पेड़ कैसा दिखाई देता है | How Olive Oil plant looks like

olive oil plant in hindi

जैतून का पेड़ सदाबाहर पेड़ है जो ओलियेसी (Oleaceae) कुल से संबंधित है। यह पेड़ लगभग दस फिट तक लम्बा होता है। पेड़ की टहनिया नीचे की ओर झुकी हुई होती हैं जिनमें हरे रंग की छोटी-छोटी पत्तियां लगी हुई होती हैं। जैतून का पेड़ धीरे-धीरे बढ़ता है लेकिन यह कई सालों तक जीवित रहता है जिससे किसान को इसकी खेती करने से अच्छा मुआवजा प्राप्त होता है।

 

जैतून का सर्वाधिक उत्पादन कहाँ होता है | Where is Olive Oil produced

जैतून के पेड़ सबसे अधिक इटली, ग्रीस, स्पेन, ट्यूनीशिया , तुर्की, न्यूजीलैंड, दक्षिण अमेरिका, चिली और अर्जेंटीना में पाए जाते हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि यूरोप में जैतून पेड़ की खेती दो प्रकार से की जाती है अर्थात यूरोप में जैतून के कांटेदार पेड़ और काँटों से रहित दो प्रकार के पेड़ पाए जाते हैं। बता दें की स्पेन जैतून तेल (olive oil) का पहला उत्पादक देश माना जाता है। जैतून पेड़ की पैदवार धीरे-धीरे भारत में भी बढ़ती जा रही है। बता दें भारत में जैतून के सर्वाधिक पेड़ उत्तर-पश्चिमी हिमालय, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, तमिलनाडू और आंध्र प्रदेश में पाए जाते हैं।

 

जैतून के तेल के प्रकार | Types of Olive Oil in Hindi

olive oil types in hindi

अक्सर हम सभी जैतून तेल के एक ही प्रकार के बारे में जानते हैं जबकि जैतून तेल के कई प्रकार होते हैं। तो चलिए जैतून तेल के अन्य प्रकारों के बारे में जानते हैं।

 

1. वर्जिन जैतून तेल | Virgin Olive Oil

वर्जिन जैतून तेल जैतून तेल का एक प्रकार होता है। इस तेल का इस्तेमाल ज्यातर खाना बनाने के लिए किया जाता है क्योंकि इस तेल में एसिड की मात्रा अन्य तेलों कि तुलना में कम पाई जाती है। इस तेल को बनाने की प्रक्रिया भी अन्य तेलों के मुकाबले अलग होती है अर्थात इस तेल को जैतून के फलों को दूसरी बार दबाकर बनाया जाता है।

 

2. एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल | Extra Virgin Olive Oil

एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल शुद्ध तेल होता है एवं इस तेल को जैतून के फलों को दबाकर एक दिन के अंदर ही निकाला जाता है। इसलिए एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल में अन्य जैतून तेल के मुकाबले अधिक मात्रा में विटामिन्स और पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इस तेल का इस्तेमाल खाद्य पदार्थों और सौंदर्य प्रसाधन में किया जाता है। हालाँकि एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल महंगा होता है इसलिए इस तेल को प्रत्येक व्यक्ति के लिए खरीदना पाना आसान नहीं होता है। बता दें एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल ही जैतून तेल की सबसे बेहतर किस्म होती है।

 

3. प्योर जैतून तेल | Pure Olive Oil

प्योर जैतून तेल को शुद्ध तेल भी कहा जाता है यह तेल वर्जिन जैतून तेल और एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल को बनने के बाद बनाया जाता है अर्थात जैतून के फल को तीसरी बार दबाकर इस तेल को बनाया जाता है इसलिए इस तेल में पोषक तत्वों की मात्रा बेहद कम पाई जाती है। पौष्टिक तत्वों की कम मात्रा की वजह से इसका इस्तेमाल अधिक लाभदायक नहीं होता है।

 

4. लेम्पेट जैतून तेल | Lampante Olive Oil

जैतून की खराब हुई फसल से इस तेल को तैयार किया जाता है इसलिए इस तेल का उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों और खाध सामग्री को बनाने के लिए नहीं किया जाता है। लेम्पेट जैतून तेल उपयोग सिर्फ ईंधन के रूप में ही किया जाता है।

 

जैतून के विभिन्न नाम | Some other names of Olive Oil

जैतून का हिंदी में नाम – जैतून

जैतून का इंग्लिश में नाम – ओलिव ऑइल, वाइल्ड ओलिव

जैतून का उर्दू में नाम – जैतून

जैतून तेल का तमिल में नाम – साइदून

जैतून का तेल पर्शियन में नाम – जेइतून

जैतून तेल का नेपाली में नाम – कांडेलोटो

जैतून तेल का कन्नड़ में नाम – ओउदल एन्ने

जैतून तेल का मलयालम में नाम – ओलियेन्न

जैतुन्न तेल का बंगाली में नाम – जोलोपाई

 

जैतून तेल में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व | Nutrients of Olive Oil in Hindi

जैतून तेल में भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 एवं ओमेगा 6 फैटी एसिड पाया जाता है। इसके अतरिक्त विटामिन ए, विटामिन k, विटामिन ई, विटामिन डी, पालीफेनोल, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, मैग्नीशियम, फैटी एसिड सैचुरेटेड, फैटी एसिड पॉलीअनसैचुरेटेड, फैटी एसिड मोनोअनसैचुरेटेड, सोडियम आदि तत्व भी जैतून तेल में पाए जाते हैं।

 

जैतून तेल के फायदे | Benefits of Olive Oil in Hindi

olive oil benefits in hindi

गलत खाद्य पदार्थों के सेवन का सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ और शरीर पर पड़ता है। इसलिए हमें शरीर को सवस्थ और सेहतमंद बनाने के लिए गुणकारी और हेल्दी खाध पदार्थों का सेवन करना चाहिए। जैतून का तेल औषधीय तेल है जिसमें कई तरह के खनिज, मिनरल्स, विटामिन्स पाए जाते हैं जो शरीर को ना सिर्फ सवस्थ रखते हैं बल्कि शरीर को ग्लोइंग बनाने में भी फायदेमंद होते हैं। यकीनन अब आप सोच रहें होंगे कि आखिर जैतून तेल के लाभ कौन कौन से हैं तो चलिए अब हम आपको जैतून तेल के फायदों से रूबरू करवाते हैं।

 

1. मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है जैतून का तेल

मधुमेह रोग चयापचय संबंधी बीमारियों का एक समूह होता है जिसमें रक्त शर्करा का स्तर उच्च मात्रा में लम्बे समय तक बना रहता है। मधुमेह रोगियों को कई बार दिल के दौरे और ह्रदयघात जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अतः मधुमेह का इलाज और मधुमेह से बचाव करना अति आवश्यक होता है। जैतून के तेल में फैटी एसिड या मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो बड़ी हुई रक्त शर्करा को नियंत्रित करके मधुमेह रोग को कम करने में मदद करता है।

 

2. ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में है लाभकारी

ब्लड सर्कुलेशन यानी रक्त संचार। जब शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं होता है तो हमारे शरीर को कई तरह की गंभीर बिमारियों का सामना करना पड़ता है। ब्लड सर्कुलेशन रुकने की वजह से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं एवं मधुमेह और मोटापे से ग्रस्त मरीजों पर दुष्प्रभाव पड़ता है। इसलिए सही समय पर ब्लड सर्कुलेशन का संचालन होना बेहद जरुरी होता है।

जैतून के तेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो धमिनयों में रक्त के प्रवाह को सही करके ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं। जैतून के तेल में नींबू का रस मिलाकर खाली पेट सेवन करने से रक्त संचार सामान्य रूप से होने लगता है। ब्लड सर्कुलेशन को सही करने में जैतून तेल की मालिश भी फायदेमंद होती है।

 

3. फटी एड़ियों को बनाए मुलायम

फटी एड़ियों को ठीक करने के लिए बाजार में कई तरह की क्रीम उपलब्ध है लेकिन इन क्रीमों का जब तक इस्तेमाल किया जाता है तब तक ही फटी एड़ियां सही रहती हैं इस्तेमाल बंद करने पर एड़ियां फिर से फटने लगती हैं। फटी हुई एड़ियां पैरों में दर्द का कारण बनती हैं इसके अतरिक्त यह देखने में तो बुरी लगती ही हैं साथ ही इसकी वजह से पैरों के तलबों में खून भी निकलने लगता है एवं सूजन बनी रहती है।

फटी एड़ियों से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए आप जैतून तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैतून तेल में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। एक छोटी चम्मच जैतून तेल, एक छोटी चम्मच नारियल का तेल, एक छोटी चम्मच पेटोलियम जैली, आधी छोटी चम्मच नींबू का रस मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें। इस मिश्रण का इस्तेमाल प्रतिदिन सुबह शाम करने से फटी एड़ियां सही हो जाती हैं।

 

4. जैतून तेल से करे वजन को कम

वजन बढ़ना आज के समय में एक आम समस्या हो गई है। बढ़ता हुआ वजन कई समस्याओं की जड़ होता है इसलिए वजन को कम करने के लिए लोग कई तरह के उपायों को अपनाते हैं किन्तु अथक परिश्रम के बाद भी उनका वजन कम नहीं होता है। दोस्तों वजन कम करने के लिए सही दिनचर्या के आलावा सही खान पान करना भी जरुरी होता है। इसलिए वजन कम करने के लिए आप जैतून तेल का उपयोग कर सकते हैं। जैतून तेल में मोनो सैचुरेटेड फैट और फाइबर पाया जाता है जो वजन को तो कम करता ही है साथ ही पेट की बड़ी हुई चर्बी को कम करने में भी फायदेमंद होता है।

 

5. सूजन को कम करे जैतून का तेल

अक्सर चोट या अन्य वजह से आने वाली सूजन का इलाज ज्यादतर हम घरेलु उपचारों द्वारा ही करते हैं। लेकिन कई बार अनेक उपायों के बाद भी सूजन लम्बे समय तक बनी रहती है ऐसी स्थित में आप जैतून तेल का उपयोग कर सकते हैं। जैतून तेल में एन्टीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो सूजन को आसानी से कम कर देते हैं।

 

6. जैतून तेल से करें आँखों की सुरक्षा

शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में आँखों को भी शामिल किया जाता है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को आँखों का ख्याल रखना बेहद जरुरी होता है। आजकल ज्यादातर काम कंप्यूटर और मोबाईल के द्वारा ही किये जाते हैं जिसकी वजह से लोगों को कई घंटों तक कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर काम करना पड़ता है जिसका सीधा प्रभाव आँखों पर पड़ने की वजह से आँखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगती है। जैतून के तेल में विटमिन ई और एन्टीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो आँखों को नमी पहुंचाकर आँखों की सुरक्षा करते हैं।

 

7. कब्ज से मुक्ति दिलाये जैतून का तेल

समय पर खाना नहीं खाना, उचित मात्रा में पानी का सेवन नहीं करना, जंक फ़ूड का सेवन करना, अत्यधिक मैदा, बेसन व तली हुई खाद्य सामग्री का सेवन करना, समय पर नहीं सोना एवं समय पर नहीं जागना आदि कारणों से कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है। सामान्यतः कब्ज की परेशानी को लोग अक्सर अनदेखा कर देते हैं जिसकी वजह से बाद में उनको कई गंभीर बिमारियों का सामना करना पड़ता है।

जैतून में फाइबर, पानी, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, आयरन, ओमेगा-3 जैसे कई खनिज और विटामिन्स पाए जाते हैं जो कब्ज को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखते हैं। नींबू पानी में आधी छोटी चम्मच जैतून का तेल मिलाकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट सेवन करने से कब्ज में आराम मिलता है।

 

8. होंठो को बनाये गुलाबी और खूबसूरत

कब्ज की वजह से हमारे होंठो की चमक चली जाती है। इसके आलावा स्मोकिंग का सेवन करने से होंठो का रंग काला पड़ जाता है एवं महिलायें लिपस्टिक लगाती हैं जिसकी वजह से उनके ओंठ भी बेजान और काले हो जाते हैं। होंठो को सुंदर और गुलाबी बनाने में जैतून का तेल बेहद गुणकारी है। जैतून के तेल में गुलाब की कुछ पत्तियों को डालकर होंठो पर हल्के हाथों से मसाज करने से कुछ ही दिनों में होंठ गुलाबी और खूबसूरत नजर आते हैं।

 

9. सर्दी खाँसी में राहत पहुँचाये जैतून तेल

जैतून के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो सर्दी खाँसी के बैक्ट्रिया को ख़त्म करके किसी भी समय होने वाली सर्दी खाँसी में आराम पहुंचाते हैं। सर्दी खाँसी से पीड़ित व्यक्ति को रात के समय जैतून के तेल से अपनी छाती पर मालिश करने से आराम मिलता है।

 

10. झड़ते बाल और गंजेपन की समस्या का करे अंत

बाल झड़ने की समस्या को समय पर ना रोका जाये तो व्यक्ति को गंजेपन की समस्या से जूझना पड़ता है। बालों को झड़ने से रोकने के लिए आप जैतून के तेल में मीठी नीम की पत्तियां डालकर पांच मिनिट तक उबाल लें। तेल के उबलने के बाद ठंडा करके उसको साफ़ कांच के डिब्बे में भरकर रख लें। इस तेल को प्रतिदिन रात के समय लगाने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं एवं गंजेपन की समस्या से निजात मिलती है।

 

11. डेंड्रफ को करे जड़ से खत्म

बालों को कमजोर और रूखे बनाने में डेंड्रफ की अहम भूमिका होती है। डेंड्रफ होने की वजह से बाल बेजान, रूखे, पतले एवं कई बार सफ़ेद भी हो जाते हैं। सामान्यतः बालों में होने वाली रुसी या डेंड्रोफ को कम करने के लिए हम कई तरह के शैंपू का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इन शैंपू के इस्तेमाल से डेंड्रफ कम होने की जगह बाल झड़ने लगते हैं। दोस्तों शैंपू में कई तरह के कैमिकल्स का उपयोग किया जाता है जो बालों को नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए बालों को स्वस्थ बनाने के लिए प्राकृतिक वस्तुओं का इस्तेमाल फायदेमंद रहता है।

जैतून भी एक प्राकृतिक तेल है जिसके उपयोग से आप अपने बालों से डेंड्रफ को खत्म कर सकते हैं। इसके लिए दो छोटी चम्मच जैतून का तेल लेकर उसको हल्का गर्म कर लें। अब इस हल्के गर्म तेल में चार या पांच बूँद नींबू के रस की मिलाकर दस से पंद्रह मिनट तक मालिश करें। आपको इस उपाय का उपयोग हफ्ते में दो बार रात को सोते समय करना है।

 

12. कैंसर के खतरे को कम करने में है मददगार

शुद्ध जैतून के तेल में एंटी-ब्रेस्ट कैंसर गुण पाए जाते हैं जो व्यक्ति को स्तन कैंसर से बचाते हैं। इसके आलावा जैतून के तेल में पॉलीफेनोल्स एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो कई तरह के घातक कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। शरीर को कैंसर से बचने के लिए आप जैतून तेल का उपयोग खाद्य सामग्री में कर सकते हैं।

 

13. जैतून का तेल त्वचा के लिए है फायदेमंद

जैतून का तेल त्वचा के लिए बेहद लाभकारी होता है। जैतून के तेल में विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई पाया जाता है जो त्वचा पर होने वाली झाइयां, झुर्रियां, धब्बे निशानों को जड़ से खत्म कर देते हैं। इसके आलावा जैतून के तेल में एंटीऑक्सीडेंट, एन्टीइंफ्लेमेटरी, प्रोटीन, ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड जैसे कई तरह के तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा पर संक्रमण करने वाले बैक्ट्रिया को नष्ट कर देते हैं जिसकी वजह से त्वचा खूबसूरत और जवां नजर आती है। प्रतिदिन जैतून के तेल की मालिश त्वचा पर करने से त्वचा की रंगत निखरने लगती है।

 

14. शिशुओं के विकास में है कारगर

जैतून के तेल की मालिश बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए फायदेमंद होता है। जैतून के तेल में विटामिन डी पाया जाता है जो शिशु की कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके आलावा जैतून के तेल में विटामिन ई, विटामिन ए, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन सी जैसे कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो शिशु की त्वचा, शिशु के बालों, शिशु की आँखों को स्वस्थ बनाते हैं इसके साथ ही शिशु को होने वाली सर्दी खाँसी और कई तरह के बैक्ट्रिया से बचाकर शिशु को स्वस्थ और हेल्दी बनाता है। अतः जैतून के तेल की मालिश शिशुओं के लिए बेहद कारगर व फायदेमंद होती है।

 

जैतून तेल के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Olive Oil in Hindi

jaitun tel ke fayde

1. जैतून तेल में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों का विकास करता है व हड्डियों को मजबूत बनाता है।

2. जैतून के तेल कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कोलस्ट्रोल को कम करने में मदद करते हैं।

3. जैतून तेल को हल्का गुनगुना करके कानों में डालने से कानों के दर्द में आराम मिलता है।

4. जैतून के तेल में एन्टीऑक्सडेंट तत्व पाए जाते हैं जो किसी भी तरह के घावों को भरने में मदद करते हैं।

5. जैतून तेल में फाइबर की मात्रा पाई जाती है जो ख़राब पाचन तंत्र को सही करने में उपयोगी साबित होता है।

 

जैतून तेल का उपयोग | Uses of Olive Oil in Hindi

दोस्तों जैतून तेल आपके लिए तभी फायदेमंद साबित होगा जब आप इसका उपयोग सही तरीके से करेंगे। इसलिए अब हम बताने वाले हैं कि आपको जैतून तेल का उपयोग कैसे करना चाहिए।

1. जैतून तेल का उपयोग यदि आप किसी पेय पदार्थ के साथ कर रहे हैं तो आपको जैतून तेल की केवल चार या पांच बुँदे डालकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।

2. सुबह शाम जैतून तेल की मालिश करके आप इसका उपयोग कर सकते हैं।

3. आप जैतून तेल को किसी भी प्राकृतिक फेस पैक में मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

4. हरी कच्ची सब्जी, सलाद, ब्रेड आदि पर जैतून तेल की कुछ बुँदे झिड़क कर आप उपयोग कर सकते हैं।

5. भोज्य पदार्थ बनाने में आप जैतून तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

जैतून तेल के नुकसान | Side Effects of Olive Oil in Hindi

यदि जैतून तेल का इस्तेमाल सही अनुपात में नहीं किया जाता तो यह शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है। तो आइये जानते हैं जैतून तेल से शरीर को किस प्रकार का नुकसान पंहुचा सकता है।

1. जैतून तेल का इस्तेमाल मुहासों वाली जगह पर चिकत्सक के परामर्श लेकर ही करना चाहिए क्योंकि जैतून का तेल कई बार मुहासों को अत्यधिक मात्रा में बड़ा देता है।

2. जैतून के तेल की तासीर ठंडी होती है इसलिए रूखी त्वचा वाले लोगों की त्वचा को यह और भी अधिक रुखा बना देता है अतः रूखी त्वचा वालों को जैतून के तेल का उपयोग नुकसानदायक होता है।

3. गर्भवती महिलाओं के लिये जैतून का तेल नुकसानदायक होता है।

4. जैतून के तेल का अत्यधिक सेवन करने से सिरदर्द और अनिद्रा की शिकायत हो सकती है।

5. लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को जैतून के तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ।

6. मधुमेह रोगियों को चिकत्सक का परामर्श लेने के बाद ही जैतून के तेल का प्रयोग करना चाहिए।

7. सेंसेटिव स्किन वाले व्यक्तियों को जैतून तेल लगाने से लाल दाने निकल सकते हैं इसलिए सेंसेटिव स्किन वाले व्यक्तियों को जैतून के तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए।

8. जैतून तेल का उपयोग शिशुओं पर करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

9. जैतून तेल का इस्तेमाल करने से जिन लोगों को जलन या खुजली होने लगे उनको इस तेल का इस्तेमाल तुरंत बंद कर देना चाहिए।

10. जैतून तेल का अत्यधिक मात्रा में उपयोग करने से कई तरह की एलर्जी का सामना करना पड़ सकता है।

 

यह भी पढ़िए: Argan Oil क्या है और कैसे है फायदेमंद

 

तो दोस्तों ये थी जैतून के तेल (Olive oil in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप जैतून तेल के समस्त फायदे और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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