wheatgrass in hindi

About Wheatgrass in Hindi: हम प्रतिदिन अपने आहार में गेंहू से निर्मित खाद्य पदार्थों का सेवन मुख्य रूप से करते हैं। इन पदार्थों में मैदा, सूजी, आटा आदि शामिल हैं जिसमें कार्बोहाइडेट अधिक मात्रा में पाया जाता है जिससे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है। लेकिन यह खाद्य पदार्थ कब्ज और पेट संबधी विकारों को उत्पन्न करने वाले होते हैं। ऐसे में आज हम आपको गेहूं से उत्पन्न होने वाली ऐसी अद्भुत संजीवनी के बारे में बताएंगे जिसके शारीरक फायदे भी हैं और इससे कब्ज की समस्या भी नहीं होती। जी हाँ हम गेहूं के ज्वारे (Wheatgrass) की बात कर रहे हैं।

आपने शायद व्हीटग्रास का उपयोग कभी ना कभी नवरात्री के समय पूजा पाठ में अवश्य किया होगा। बता दें wheatgrass शरीर को निरोगी रखने वाला वह अमृत है जिसका उपयोग करके आप अनेक रोगों से निजात पा सकते हैं। यदि आप व्हीटग्रास के फायदों से अनजान हैं तो आज का लेख आपके लिए बेहद मददगार साबित होने वाला है क्योंकि आज के लेख में हम आपको व्हीटग्रास के फायदों और इससे जुड़ी समस्त जानकारी से रूबरू कराने वाले हैं।

 

क्या होते हैं गेहूं के ज्वारे | What is Wheatgrass in Hindi

Wheatgrass को हिंदी में ज्वारे के नाम से जाना जाता है। दरअसल व्हीटग्रास Tritcumaestivum Linn परिवार से सम्बंधित पौधा होता है जिसका वैज्ञानिक नाम Triticum aestivum होता है। आपको बता दें कि ज्वारे का निर्माण गेंहू के द्वारा किया जाता है। अतः गेंहू के बीजों को उपजाऊ मिट्टी में बोया जाता है एवं जब बीज अंकुरित हो जाता है तो उसमें पतले हरे रंग की पत्तियां लगती हैं जिनको गेंहू का घास व ज्वारे के नाम से जाना जाता है। खास बात यह कि व्हीटग्रास को प्राप्त करने के लिए इसकी खेती करना ही आवश्य्क नहीं है बल्कि व्हीटग्रास को घर पर भी आसानी से उगाया जा सकता है।

गेहूं के ज्वारे की तासीर :

व्हीटग्रास शरीर में धातुओं की वृद्धि और विकास करने में लाभकारी होता है। इसलिए गर्मियों के समय गेहूं के ज्वारे का उपयोग अधिक प्रभावशील माना जाता है क्योंकि व्हीटग्रास की तासीर ठंडी होती है।

 

गेहूं के ज्वारे में मौजूद पौष्टिक तत्व | Nutrients of Wheatgrass in Hindi

व्हीटग्रास जीवनीय शक्ति प्रदान करने वाला पदार्थ माना जाता है। दरअसल गेहूं के ज्वारे में प्रोटीन, कैल्शियम मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, सल्फर, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन ई, विटामिन सी, आयोडीन, सेलेनियम, लौह, जिंक, विटामिन-बी 12, विटामिन के, नियासिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, फोलेट सहित एमिनो एसिड, क्लोरोफिल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी एजिंग तत्व पाए जाते हैं।

 

गेहूं के ज्वारे के शानदार फायदे | Benefits of Wheatgrass in Hindi

wheatgrass ke fayde

रोजाना गेहूं के ज्वारे का उपयोग करके शरीर व मन को स्वस्थ रखा जा सकता है। दरअसल व्हीटग्रास विजातीय द्रवों को शरीर से बहार निकालकर व्यक्ति को सेहतमंद रखने में मदद करता है। इसलिए कहा गया है कि गेहूं के ज्वारे कई प्रकार के रोगों को जड़ से खत्म करने की शक्ति रखते हैं। यदि आप व्हीटग्रास के चमत्कारी फायदों से अनजान हैं तो चलिए आपको इन फायदों से रूबरू करवाते हैं।

 

1. व्हीटग्रास कैंसर के खतरे को करता है कम

कैंसर पर व्हीटग्रास की चिकत्सा अधिक सफल हुई है। दरअसल अनेक रिसर्च के पश्चात् यह माना गया है कि व्हीटग्रास में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं जो कैंसर के खतरे को कम करने में फायदेमंद होते हैं। इसके आलावा यह कैंसर रोग में होने वाले कोषाणुओं की असीमित वृद्धि को नियंत्रित करता है। दरअसल कैंसर रोग कोषाणुओं में उपस्थित जीवद्रव की कमी से होता है।

आपको बता दें कि व्हीटग्रास के रस में कोषाणुओं से विजातीय द्रव को दूर करके कोशिकाओं को सुद्रढ़ता व बल प्रदान करने की क्षमता पाई जाती है जिससे कैंसर रोग को नियंत्रित करने में लाभ होता है। कैंसर रोग के खतरे को कम करने के लिए आप प्रातः काल व्हीटग्रास का उपयोग कर सकते हैं।

 

2. कब्ज को जड़ से खत्म करने में होता है फायदेमंद

जैसा कि हम सभी जानते हैं कब्ज अनेक रोगों की जड़ होता है। इसलिए प्रत्येक मानव को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना जरुरी है। लेकिन अधिकतर लोग कब्ज को नजरअंदाज कर देते हैं जिसके परिणाम स्वरुप यह बढ़ता जाता है एवं जब कब्ज की शिकायत अधिक होने लगती है तब उसका उपचार करने के उपायों की खोज करते हैं इसलिए अधिकतर लोगों को कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने में कई वर्ष लग जाते हैं।

यदि आप भी लम्बे समय से कब्ज रोग से पीड़ित हैं तो आप व्हीटग्रास का सेवन कर सकते हैं। दरअसल व्हीटग्रास में फाइबर, विटामिन सी सहित कई प्रकार के अम्ल पाए जाते हैं जो कब्ज को जड़ से खतम करने में फायदेमंद होते हैं। कब्ज से छुटकारा दिलाने में व्हीटग्रास के रस को अत्यंत लाभकारी माना जाता है।

 

3. अतिकृशता को दूर करने में गेहूं के ज्वारे हैं लाभकारी

अत्यधिक दुबलेपन से ग्रस्त शरीर को अतिकृशता के नाम से जाना जाता है। अतिकृशता शिकार शरीर किसी रोग अथवा चिन्ता, क्रोध, अनुचित खान-पान आदि कारणों से हो सकता है। अतिकृशता से पीड़ित व्यक्ति अधिक शारीरिक श्रम नहीं कर पाता है उसके शरीर में कमजोरी व थकावट बनी रहती है। इसके आलावा रोगी अधिक ठण्ड व गर्मी को भी सहन नहीं कर पाता है।

यदि आप इस समस्या से पीड़ित हैं एवं इसका उपचार देशी औषधि के माध्यम से करना चाहते हैं तो आप गेहूं के ज्वारे का उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि गेहूं के ज्वारे के रस का सेवन सुबह शाम करने से शरीर की सातों धातुओं में वृद्धि होती है जो शरीर को पुष्ट बनाने में फायदेमंद होती हैं।

 

4. व्हीटग्रास करता है रक्ताल्पता की कमी को दूर

मानवीय शरीर में हीमोग्लोबिन एक ऐसा तत्व है जो शरीर में खून की मात्रा को ज्ञात करवाता है। अतः हीमोग्लोबिन के द्वारा हम शरीर में मौजूद रक्त का अनुपात ज्ञात कर सकते हैं। आपको बता दें कि जब शरीर में हीमोग्लोबिन की अधिक कमी हो जाती है तो उसको रक्ताल्पता या anemia रोग कहा जाता है। रक्ताल्पता एक ऐसा रोग है जिससे भारत की लगभग 70 प्रतिशत गर्भवती महिलायें जूझ रही हैं।

यदि आप भी इस रोग से ग्रस्त हैं तो आप व्हीटग्रास का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल व्हीटग्रास में विटामिन ए, विटामिन बी12, फोलिक एसिड, आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो हीमोग्लोबिन के स्तर में बढ़ोतरी करके रक्ताल्पता की कमी को दूर करने में मददगार होते हैं। रक्ताल्पता रोग से निजात पाने के लिए गिलोय रस के साथ व्हीटग्रास रस का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है।

 

5. दांतों को व्हीटग्रास से बनायें मजबूत

मुँह की सुंदरता और मनुष्य के स्वास्थ का प्रभाव दांतो पर भी निर्भर करता है। दोस्तों यदि दांत सुन्दर सफेद, मजबूत होते हैं तो इसका असर चेहरे की सुंदरता पर पड़ता है जबकि दांत यदि स्वस्थ व निरोगी होते हैं तो इसका असर शरीर को स्वस्थ रखने में पड़ता है। अब वर्तमान समय में दांतों का ठीक प्रकार से ख्याल नहीं रखने की वजह से अधिकतर लोगों के दांत कमजोर व अनेक प्रकार की समस्याओं से ग्रस्त हैं।

यदि आप दांतों से संबधित रोगों से परेशान हैं अथवा आपके दांत कमजोर हैं तो दांतों को स्वस्थ बनाने के लिए आप व्हीटग्रास का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल व्हीटग्रास में कैल्शियम, विटामिन सी, फोलिक एसिड सहित एन्टीऑक्सडेंट तत्व पाए जाते हैं जो दांतों को निरोगी व मजबूत बनाने में असरदार होते हैं।

 

6. उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में गेहूं के ज्वारे हैं उपयोगी

उच्च रक्तचाप एक ऐसी बीमारी बन चुकी है जो जनसँख्या के एक बड़े हिस्से को प्रभावित कर रही है। दरअसल लगभग 70 प्रतिशत से अधिक ऐसे लोग हैं जिन्हें कम या उच्च रक्तचाप होता है। वह इसको बीमारी नहीं मानते हैं एवं बड़े हुए रक्तचाप की अनदेखी करते हैं। जिसकी वजह से उच्च रक्तचाप नियंत्रित नहीं हो पाता है एवं दिन व दिन बढ़कर कई गंभीर समस्याओं का कारण बनता है।

यदि आप भी इस ज्वलंत समस्या से पीड़ित हैं तो आप व्हीटग्रास का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि व्हीटग्रास में मैग्नीशियम, पोटैशियम व फाइबर पाया जाता है जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में लाभकारी होता है।

 

7. मोटापा कम करने में गेहूं के ज्वारे हैं प्रभावी

असंतुलित एवं अस्वास्थ्यकर भोजन का परिणाम मोटापा होता है। जब शरीर में खासकर त्वचा के नीचे जब अतरिक्त वसा जमा हो जाता है तो वह मोटापा का कारण बनता है। हालाँकि मोटापा के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं जिनको जानने के बाद मोटापा को नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन व्यस्त जीवनशैली की वजह से अधिकतर लोग मोटापा को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं। इसी वजह से आगे चलकर मोटापा एक गंभीर समस्या बन जाता है।

यदि आप मोटापा से ग्रस्त हैं एवं इसे कम करने के लिए सरल व घरेलु उपचार की खोज कर रहे हैं तो मोटापा से छुटकारा पाने के लिए आप गेहूं के ज्वारे का उपयोग कर सकते हैं। गेहूं के ज्वारे में फाइबर, विटामिन सी सहित कई प्रकार के लाभकारी तत्व पाए जाते हैं जो मोटापा को कम करने में प्रभावी माने जाते हैं।

 

8. चक्कर आने की समस्या को व्हीटग्रास से करें दूर

चक्कर आने की समस्या को vertigo के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल चक्कर आना एक ऐसी समस्या है जिसका सामना लोगों को कभी न कभी अवश्य करना पड़ता हैं। दोस्तों चक्कर का आना किसी प्रकार का रोग नहीं होता है बल्कि कई बार कमजोरी, एनीमिया, निम्न रक्तचाप, मानसिक या शारीरिक तनाव, थकान, दवाइयों का साइड इफेक्ट आदि कारणों से किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय चक्कर आ सकते हैं।

यदि आप चक्कर आने की समस्या से परेशान हैं तो आप व्हीटग्रास का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल व्हीटग्रास में कई प्रकार के विटामिन्स, मिनरल्स एवं एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो चक्कर आने की समस्या को दूर करने में असरदार होते हैं।

 

9. आँखों को स्वस्थ रखने में गेहूं के ज्वारे हैं फायदेमंद

नेत्र शरीर के लिए और मानव समाज के लिए कितने अहम होते हैं यह हम सभी भली भांति जानते हैं। लेकिन बदलते युग व जीवनशैली की वजह से नेत्र संबंधित अनेक प्रकार की व्याधियां उत्पन्न हो रही हैं जिसकी वजह से नेत्रों यानि की आँखों की रोशनी तो कम हो ही रही है साथ ही आंखे कई प्रकार के गंभीर रोगों की चपेट में भी आ रही हैं।

आँखों को स्वस्थ रखने में विटामिन ए, विटामिन ई, प्रोटीन, कैल्शियम आदि गुणकारी तत्व प्रतिदिन लेना आवश्यक है। अतः यदि आप आँखों को निरोगी रखना चाहते हैं तो आप गेहूं के ज्वारे का इस्तमाल कर सकते हैं। बता दें कि गेहूं के ज्वारे में विटामिन ए, विटामिन ई, प्रोटीन, कैल्शियम व एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो आँखों को स्वस्थ रखने में फायदेमंद होते हैं।

 

10. शारीरिक कमजोरी दूर करने में व्हीटग्रास है चमत्कारी औषधि

शारीरिक कमजोरी का सामना किसी भी उम्र के व्यक्ति को कभी भी करना पड़ सकता है। शारीरक कमजोरी की वजह से व्यक्ति के शरीर में थकान रहती है, चक्कर आने लगते हैं, शरीर में तनाव बना रहता है, अधिक नींद आती है इसके आलावा कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालाँकि शारीरिक कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि किसी बीमारी वजह से, एनीमिया रोग, शरीर में विटामिन बी-12 की कमी या अन्य विटामिन्स व खनिज की कमी, प्रसव का होना, असंतुलित खान पान आदि की वजह से शारीरिक कमजोरी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

यदि आप भी शारीरिक कमजोरी की समस्या से जूझ रहे हैं तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप व्हीटग्रास का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल व्हीटग्रास में विटामिन बी-12, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन ए, विटामिन बी6, मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। जो शारीरिक कमजोरी को दूर करने में फायदेमंद होते हैं।

 

11. ज्वर में गेहूं के ज्वारे का सेवन होता है लाभकारी

ज्वर यानि के बुखार एक सामान्य रोग है लेकिन कई लोगों का यह रोग जड़ से पीछा नहीं छोड़ता है। जिसकी वजह से हर एक या दो से तीन माह में कई लोग ज्वर से ग्रस्त होते रहते हैं। आयुर्वेद में आठ प्रकर के ज्वर बताए गए हैं अर्थात ज्वर आठ प्रकार के होते हैं जो शरीर को अवस्थ बनाने का कारण बनते हैं। वर्तमान में यह पाया गया है कि ज्वर सामान्य रूप से शुरू होकर धीरे-धीरे एक गंभीर रूप धारण कर लेता है। जिसकी वजह से कभी-कभी रोगी की मौत भी हो जाती है।

इसके आलावा ज्वर की वजह से शरीर की ऊर्जा धीरे-धीरे नष्ट होने लगती है, भूख प्यास समाप्त होने लगती है जिसकी वजह से रक्त के स्तर में गिरावट आने के साथ ही शरीर कमजोर हो जाता है। इसलिए यदि आप ज्वर की समस्या से पीड़ित हैं तो आप इस बीमारी से निजात व्हीटग्रास के उपयोग से पा सकते हैं। दरअसल व्हीटग्रास में तमाम तरह के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो ज्वर में फायदेमंद होते हैं। गिलोय रस के साथ व्हीटग्रास रस का सेवन करने से ज्वर की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

 

12. गेहूं के ज्वारे से बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता

रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना शरीर के लिए बेहद जरुरी होता है क्योंकि जब शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली मजबूत होती है तो व्यक्ति का शरीरी तमाम तरह के रोगों का सामना स्वयं ही कर लेता है। इसके विपरीत जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वह छोटे से छोटे रोगों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं।

तो यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है एवं आप छोटे-छोटे रोगों का शिकार आसानी से बन जाते हैं तो आप व्हीटग्रास का इस्तेमाल करना शुरू करें क्योंकि व्हीटग्रास में विटामिन सी सहित अनेक प्रकार के गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में लाभकारी होते हैं।

 

13. मानसिक तनाव को कम करने में व्हीटग्रास है प्रभावी

मानसिक तनाव केवल मस्तिष्क के लिए ही हानिकारक नहीं होता है बल्कि शारीरिक सवास्थ के लिए भी नुकसानदायक होता है। दरअसल मानसिक तनाव की वजह से ह्रदय रोग, भूख की कमी या फिर भूख का अधिक लगना, याददश्त का कमजोर होना, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना आदि समस्याएँ हो जाती हैं। आज के समय में बच्चों से लेकर बड़े तक मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं।

यदि आप भी मानसिक तनाव से ग्रस्त हैं तो आप व्हीटग्रास का उपयोग शुरू कर सकते हैं । दरअसल व्हीटग्रास में कई प्रकार के ऐसे लाभकारी तत्व पाए जाते हैं जो मानसिक तनाव को कम करने में प्रभावी होते हैं।

 

14. व्हीटग्रास से बनायें त्वचा को स्वस्थ व सुन्दर

स्वस्थ, मुलायम, चमकदार त्वचा सुंदरता की निशानी होती है। इसलिए त्वचा को सुन्दर बनाये रखने के लिए व्यक्ति हर संभव प्रयास करता है। त्वचा को स्वस्थ व सुन्दर रखने के लिए अधिकतर लोग कई प्रकार के तेल, क्रीम, रंग रोगन आदि का उपयोग करते हैं। परन्तु दोस्तों यदि आप त्वचा को पूर्ण रूप से स्वस्थ व सुन्दर बनाना चाहते हैं तो प्रकृति ने हमें कई औषधियां प्रदान की हैं जिनकी मदद से हम त्वचा को चमकदार बना सकते हैं।

आपको बता दें कि व्हीटग्रास भी एक ऐसी ही दिव्य औषधि है जिसकी मदद से आप त्वचा को सुन्दर बना सकते हैं। दरअसल व्हीटग्रास में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई सहित कई प्रकार के ऐसे खनिज पाए जाते हैं जो त्वचा को स्वस्थ व सुन्दर बनाने में फायदेमंद होते हैं।

 

15. बालों से सम्बंधित समस्याओं का करता है अंत

वर्तमान समय में बालों से जुड़ी अनेक प्रकार कि समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं जिसमें से कुछ तो सामान्य हैं। जैसे कि बालों का तेजी से झड़ना, बालों का सफेद होना, बालों की लम्बाई कम होना आदि। बालों से सम्बंधित इस प्रकार की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए कई लोग महंगे से महंगा इलाज करवाने से भी नहीं कतराते हैं। लेकिन दोस्तों आप बिना किसी इलाज के और पैसे खर्च किये बगैर बालों को व्हीटग्रास की मदद से स्वस्थ बना सकता हैं।

बता दें कि व्हीटग्रास में विटामिन ई, विटामिन सी, प्रोटीन, फोलिक एसिड, कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो बालों से सम्बंधित समस्याओं का निराकरण करने में असरदार होते हैं।

 

गेहूं के ज्वारे के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Wheatgrass in Hindi

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1. व्हीटग्रास का उपयोग कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में फायदेमंद होता है।

2. व्हीटग्रास में क्लोरोफिल व सूजन विरोधी गुण पाए जाते हैं जो आँतों व शरीर में मौजूद नसों की सूजन व दर्द को कम करने में प्रभावी होते हैं।

3. मधुमेह रोगियों के लिए गेहूं के ज्वारे बड़े अच्छे होते हैं। दरअसल इसमें शुगर को नियंत्रित करने वाले तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में शुगर की मात्रा को सामान्य बनाये रखने में असरकारक होते हैं।

4. साइनस व अस्थमा रोगी के लिए गेहूं के ज्वारे फायदेमंद होता है।

5. किडनी सम्बंधित रोगों में गेहूं के ज्वारे का उपयोग लाभकारी माना जाता है।

6. व्हीटग्रास में एंटी एजिंग गुण पाए जाते हैं जो झुर्रियों को कम करने में प्रभावी माने जाते हैं।

 

गेहूं के ज्वारे का उपयोग | Uses of Wheatgrass in Hindi

wheatgrass uses in hindi

व्हीटग्रास के फायदों से अवगत होने के पश्चात यकीनन आपका मन भी व्हीटग्रास का उपयोग करने का जरूर कर रहा होगा। लेकिन आपके मन में यह विचार भी अवश्य आ रहा होगा कि आखिर wheatgrass का उपयोग किस प्रकार से किया जाए। तो आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि अब हम आपको बताने वाले हैं कि व्हीटग्रास का उपयोग आप किस प्रकार से कर सकते हैं।

1. व्हीटग्रास का उपयोग आप आवंला, गिलोय, नीम आदि के रस के साथ कर सकते हैं।

2. पालक, टमाटर और गेहूं के ज्वारे का सलाद बनाकर आप इसका उपयोग कर सकते हैं।

3. पाउडर के रूप में आप गेहूं के ज्वारे का इस्तेमाल होता है।

4. व्हीटग्रास का जूस बनाकर इसका उपयोग किया जा सकता है।

5. त्वचा पर निखार लाने के लिए गेहूं के ज्वारे का इस्तेमाल उबटन के रूप में किया जाता है।

 

गेहूं के ज्वारे से होने वाले नुकसान | Side Effects of Wheatgrass in Hindi

गेहूं के ज्वारे प्रकृति द्वारा प्रदान किया गया एक अनुपम उपहार है लेकिन यदि इसका उपयोग गलत तरीके से किया जाता है तो ये शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए गेहूं के ज्वारे के फायदों से परिचित होने के बाद आइए अब इससे होने वाले नुकसानों से भी आपको रूबरू करवाते हैं।

1. व्हीटग्रास का इस्तमाल गलत तरीके से सेवन करने पर सिरदर्द की समस्या हो सकती है।

2. व्हीटग्रास का अधिक सेवन करने से दस्त व उल्टी की शिकायत हो सकती है।

3. गेहूं से एलर्जी वाले लोगों को व्हीटग्रास का सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है।

4. गर्भवती महिलाओं को गेहूं के ज्वारे का उपयोग चिकित्सक का परामर्श लेने के बाद ही करना चाहिए।

5. व्हीटग्रास में फाइबर की मात्रा अधिक पाई जाती है जो पेट में ऐंठन का कारण बन सकती है।

 

तो दोस्तों ये थी गेहूं के ज्वारे (wheatgrass in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप गेहूं के ज्वारे के फायदे और नुकसान समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पढ़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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