About Shiv Chalisa: भगवान शिव बड़े ही भोले हैं वे जल्दी ही अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं। यही वजह है की उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। वहीं इसके साथ ही हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए की उनका क्रोध भी अत्यंत प्रलयकारी है। कालों के काल महाकाल को प्रसन्ना रखने के लिए आप उनका श्री शिव चालीसा का पाठ कर सकते हैं।
आप यह Shiv chalisa हिंदी अथवा अंग्रेजी दोनों में से किसी में भी पढ़ सकते हैं। आपको अगर पढ़ने में कठिनाई हो तो नीचे दिया वीडियो भी देख सकते हैं।
सम्पूर्ण शिव चालीसा | Shiv Chalisa
दोहा:
जय गणेश गिरिजा सुवन,
मंगल मूल सुजान ॥
कहत अयोध्यादास तुम,
देहु अभय वरदान ॥
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चौपाई:
जय गिरिजा पति दीन दयाला ।
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
कानन कुण्डल नागफनी के ॥
अंग गौर शिर गंग बहाये ।
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
छवि को देखि नाग मन मोहे ॥
मैना मातु की हवे दुलारी ।
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
या छवि को कहि जात न काऊ ॥
देवन जबहीं जाय पुकारा ।
तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥
किया उपद्रव तारक भारी ।
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥
तुरत षडानन आप पठायउ ।
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥
आप जलंधर असुर संहारा ।
सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई ।
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥
किया तपहिं भागीरथ भारी ।
पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥
वेद नाम महिमा तव गाई।
अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला ।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥
कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥
सहस कमल में हो रहे धारी ।
कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई ।
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥
जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
करत कृपा सब के घटवासी ॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।
भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै ॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो ।
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।
संकट से मोहि आन उबारो ॥
मात-पिता भ्राता सब होई ।
संकट में पूछत नहिं कोई ॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
आय हरहु मम संकट भारी ॥
धन निर्धन को देत सदा हीं ।
जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥
शंकर हो संकट के नाशन ।
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।
शारद नारद शीश नवावैं ॥
नमो नमो जय नमः शिवाय ।
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥
जो यह पाठ करे मन लाई ।
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
पाठ करे सो पावन हारी ॥
पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे ।
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥
जन्म जन्म के पाप नसावे ।
अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।
जानि सकल दुःख हरहु हमारी ॥
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दोहा:
नित्त नेम कर प्रातः ही,
पाठ करौं चालीसा ॥
तुम मेरी मनोकामना,
पूर्ण करो जगदीश ॥
मगसर छठि हेमन्त ॠतु,
संवत चौसठ जान ॥
अस्तुति चालीसा शिवहि,
पूर्ण कीन कल्याण ॥
Shiv Chalisa in English
Doha:
Jai Ganesha Girija suvan
Mangal mool sujaan.
Kahat ayodhyadas tum
Dehu abhay vardan..
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Chaupai:
Jai girijapati deen dayala
Sada karat santan pratipala.
Bhaal chandrama sohat niike
Kaanan kundal naagphani ke..
Ang gaur shir gang bahaye
Mundmaal tan shaar lagaye.
Vastra khaal baghambar sohe
Chavi ko dekh naag mann mohe..
Maina matu ki have dulari
Baam ang sohat chavi nyari.
Kar trishul sohat chavi bhari
Karat sada shatrun shayakari..
Nandii ganesha sohain tahu kaise
Sagar madhya kamal hai jaise.
Kartik sham aur ganrau
Ya chhavi kau kahi jaat na kau..
Devan jabhi jaay pukara
Tabhi dukh prabhu aap nivara.
Kiya updrv tarak bhari
Devan sab mili tumhi juhari..
Turat shadenan aap pathau
Lava nimesh maha mari girau.
Aap jalandhar asur sahara
Suyash tumhaar vidit sansara..
Tripurasur san yudh machai
Sabhi kripa kar leen bachai.
Kiya taphi bhagirath bhari
Purab pratigya tasu purari..
Danin mahe tum sam kou nahi
Sevak stuti karat sadahi.
Ved mahi mahima tab gaai
Akath anadi bhed nahi paai..
Prakat udadhi manthan mein jvala
Jare surasur bhae vihala.
Kinhe daya tahe kari sahai
Nilakanth tab naam kahai..
Pujan ramchandra jab kinha
Jeet ke lank vibhishan dinha.
Sahas kamal men ho rahe dhari
Kinhe pariksha tabhi purari..
Ek kamal prabhu rakheu joyi
Kamal nayan pujan chahe soi.
Kathin bhakti dekhi prabhu shankar
Bhae prasan die ichchita var..
Jai jai jai anant avinashi
Karat kripa saba ke ghatvasi.
Dusht sakal nit mohi satave
Bhramat rahe mohi chain ni aave..
Trahi trahi main nath pukaro
Yeh avasar mohi aan ubaro.
Le trishul shatrun ko maro
Sankat se mohi aan ubaro..
Mata pita bhrata sab hoi
Sankat mein puchat nahi koi.
Swami ek hai aas tumhari
Aaye harhu abb sankat bhari..
Dhan nirdhan ko det sadahi
Jo koi janche so phal pahi.
Astuti kehi vidhi kare tumhari
Shamahu nath ab chuk hamari..
Shankar ho sankat ke nashan
Mangal karan vigihn vinashan.
Yogi yati muni dhyan lagave
Sharad narad shish nivave..
Namo namo jai namo shivaye
Sur brahmadik paar na paye.
Jo yeh path kre mann lai
Ta par hot hain shambhu sahai..
Raniyan jo koi ho adhikari
Path kare so pavan hari.
Putra heen ki ichcha joi
Nishchae shiv parsad tehi hoi..
Pandit trayodashi ko lave
Dhyan purvak hom karave.
Trayodashi vrat kare hamesha
Tann nahi take rahe kalesha..
Dhup deep naivede chadhave
Shankar samukh path sunave.
Janam janam ke paap nasave
Ant dhaam shivpur mein pave..
Kahe ayodhya aas tumhari
Jani sakal dukh harhu hamari..
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Doha:
Nitt neim pratahi
Path karo chalisa.
Tum meri manokamana
Purn karo jagdisha..
Maggsar chathi hement rithu
Savant chosath jaan.
Astut chalisa shivhi
Puran keen kalyaan..
शिवा चालीसा का वीडियो | Shiv Chalisa Video
शिव चालीसा बिना त्रुटि के पढ़ने के लिये आप इसका वीडियो भी एक बार देख सकते हैं।
प्रभु भोलेनाथ की कृपा सब पर बानी रहे ऐसी हम कामना करते हैं। यह Shiv Chalisa अपने भाई बंधुजनों के साथ भी शेयर करें ताकि वे भी शिव चालीसा का पाठ कर सकें।
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