About Chamomile in Hindi: चाय पीने के शौकीनों को नए-नए फ्लेवर में चाय पीना पसंद होता है और जब चाय का स्वाद लाजवाब होने के साथ ही फायदेमंद भी हो तो उस चाय की बात ही निराली है। आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी रोग से ग्रस्त है इसलिए अधिकतर लोग ग्रीन टी, लेमन टी, ब्लैक टी आदि जैसी विभिन्न चाय का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी चाय के बारे में बताने वाले हैं जिसमें कैफीन नहीं पाया जाता साथ ही यह प्राकृतिक और सेहतमंद भी होती है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं कैमोमाइल टी की जो पूर्णतः हर्बल चाय है।
कैमोमाइल टी का इस्तेमाल सदियों से अनेक रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता रहा है। अतः Chamomile एक ऐसी चाय है जिसके एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं लेकिन कई लोगों को इसके फायदों के विषय में जानकारी नहीं है इसलिए आज के इस लेख में हम आपको कैमोमाइल टी की पूरी जानकारी प्रदान करने वाले हैं।
कैमोमाइल क्या है | What is Chamomile in Hindi
कैमोमाइल एक विदेशी चाय है जिसकी उत्पत्ति यूरोप में हुई थी हालंकि इसकी उत्पत्ति के विषय में वैज्ञानिकों के बीच मतभेद है। कुछ शोधकर्ताओं का मत है की Chamomile tea की उत्पत्ति जर्मनी में हुई थी जब की कुछ समझते हैं की यह रोमानिया में हुई थी। खैर इसकी उत्पत्ति किसी भी स्थान पर हुई हो लेकिन इसके गुणों के कारण आज यह विश्वभर में प्रचलित है। कैमोमाइल टी के पेड़ को बबून या गलेबबूना के नाम से भी जाना जाता है। इसके फूलों का उपयोग चाय और तेल के रूप में किया जाता है।
कैसा होता है कैमोमाइल टी का पौधा | How Chamomile Tea plant looks like
कैमोमाइल टी का पौधा एस्टेरेसी (Asteraceae) अथवा क्षुद्र परिवार से सम्बंधित पौधा है जिसकी दुनियाभर में कई प्रजातियां पाई जाती हैं। इसका वैज्ञानिक नाम Matricaria chamomilla है। अधिकतर चाय के लिए जर्मन कैमोमाइल और रोमन कैमोमाइल का इस्तेमाल किया जाता है। इसके पेड़ लगभग 30 सेंटीमीटर तक लम्बे होते हैं। इन पेड़ों में बेहद आकर्षित फूल लगते हैं जिनकी पखुड़ियां बाहर की तरह खिली हुई सफ़ेद रंग की होती हैं। इन पंखुड़ियों के बीच में एक पीला गोलाकार ट्यूबलर होता है जिसका आकार बटन की तरह होता जो फूल को मनभावन बनाता है।
कैमोमाइल टी का निर्माण कैसे किया जाता है | How Chamomile Tea is Manufactured
कैमोमाइल टी का नाम प्रमुख्य स्वस्थ पेय पदार्थों में लिया जाता है क्यूंकि यह हर्बल होने के आलावा एक जड़ीबूटी भी है जो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। इसके निर्माण की बात करें तो सबसे पहले कैमोमाइल फूलों को तोड़कर सुखाया जाता है जब फूल अच्छी तरह से सुख जाते हैं तो उनको गर्म पानी में डालकर चाय के रूप में तैयार किया जाता है। इस चाय का स्वाद हल्का मीठा और कसैला होता है।
कैमोमाइल टी में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व | Nutrients of Chamomile in Hindi
दिनों दिन हर्बल टी का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है एवं नयी युवा पीड़ी साधारण चाय से अधिक हर्बल चाय को पसंद कर रही है। हर्बल टी को साधारण चाय की अपेक्षा इसलिए अधिक पसंद किया जा रहा है क्यूंकि इसमें कई तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो स्वास्थ और सौन्दर्य को हेल्दी बनाने में कारगर होते हैं।
बता दें Chamomile tea में भी फ्लवोनॉइड्स, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन ए, फ्लोराइड, फोलेट, सोडियम, जिंक, कॉपर, राइबोफ्लेविन, फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमटरी गुण मुख्य रूप से पाए जाते हैं जो कैमोमाइल टी को प्रचलित और गुणकारी बनाते हैं।
कैमोमाइल टी के जबरजस्त फायदे | Benefits of Chamomile in Hindi
कैमोमाइल टी के पौधे में और इसकी निर्माण प्रक्रिया में किसी भी तरह के कीटनाशक दवाई और रासायनिक उवर्रकों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है इसलिए कैमोमाइल टी को पूर्ण रूप से शुद्ध हर्बल टी माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व chamomile tea के प्रभाव को बड़ा देते हैं तथा कई तरह के रोगों से शरीर को छुटकारा दिलाने में फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल जड़ी बूटी व तेल के रूप में किया जाता है।
कैमोमाइल टी को आप केवल हर्बल टी ही ना माने यह एक औषधि है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ के लिए लाभकारी है। अब आप जानना चाहते होंगे कि आखिर कैमोमाइल टी किस प्रकार के शारीरिक व मानसिक विकारों के लिए फायदेमंद है तो आइये जानते हैं इसके फायदे कौन-कौनसे हैं।
1. अनिद्रा की समस्या को करती है खत्म
अनिद्रा की समस्या होने से व्यक्ति को रात रात भर नींद नहीं आती है और यदि नींद आ भी जाती है तो नींद आधी रात को नींद खुल जाती है इसके बाद लगती नहीं है इसके आलावा कई लोगों को टूट टूटकर नींद आती है अर्थात एक दो घंटे नींद आती है उसके बाद खुल जाती है व एक दो घंटे बाद फिर से लग जाती है। दोस्तों अनिद्रा के यह कुछ लक्षणा होते हैं। कुछ लोगों को यदि एक सप्ताह नींद नहीं आती है तो उनको घबराने की जरुरत नहीं है क्यूंकि ऐसा तनाव अथवा अन्य कारणों से भी हो सकता है। लेकिन यदि किसी को एक माह या कई महीनों से नींद आ रही तो उस व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
कैमोमाइल अनिद्रा की परेशानी को जड़ से ख़त्म करने में मदद करती है क्यूंकि इसमें मस्तिष्क की कोशिकाओं को रिलेक्स करने वाले तत्व पाए जाते हैं। इसके अतरिक्त इसमें एपिगेनिन एन्टीऑक्सडेंट तत्व पाया जाता है जो इस समस्या से निजात दिलाने में लाभकारी होता है।
2. एक्ने मुहासों से दिलाए छुटकारा
सबसे अधिक युवा पीड़ी त्वचा सम्बन्धी किसी समस्या से ग्रस्त है तो वो है एक्ने और मुहासों की समस्या। यह समस्या पांच लोगों में तीन लोगों में आसानी से देखी जा सकती है। एक्ने मुहासों से छुटकारा पाने के लिए अक्सर पीड़ित व्यक्ति कई प्रकार की क्रीमों व दवाइयों का उपयोग करते हैं। लेकिन परिणाम स्वरुप उनको केवल निराशा ही हाथ लगती है।
यदि आप भी इन रोगों से ग्रस्त हैं तो आप कैमोमाइल टी का इस्तेमाल एक्ने और मुहासों की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए सकते हैं। दलअसल कैमोमाइल टी में ऐसे कुछ चमत्कारी एंटीआक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमटरी तत्व पाए जाते हैं जो हमेशा के लिए त्वचा से एक्ने और मुहासों को गायब कर देते हैं।
3. जोड़ों के दर्द और पीठ दर्द में है सहायक
शरीर के विभिन्न अंगों जैसे हाथ पैर, आदि में कई जगह जोड़ होते हैं जैसे कोनि, घुटने के जोड़ जब इन जोड़ो को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलते हैं तो जोड़ों और कमर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं जिसकी वजह से इनमें दर्द होने लगता है। कैमोमाइल टी जोड़ो और कमर दर्द को ठीक करने वाली सबसे बेहतरीन चाय में से एक है।
दोस्तों कैमोमाइल टी में फैटी एसिड और कैल्शियम पाया जाता है जो जोड़ों और कमर दर्द को कम करने में फायदेमंद होता है। कैमोमाइल टी के प्रयोग से आप कमर दर्द और जोड़ों के दर्द से निजात पा सकते हैं।
4. ह्रदय को बनाती है स्वस्थ
गलत खान पान के कारण दिल से सम्बंधित रोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है एवं दिल से संबधित अधिकार रोग शरीर में ख़राब कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने की वजह से हो रहे हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल को रोक कर कई तरह के रोगों से ह्रदय को सुरक्षित किया जा सकता है। यदि आप कैमोमाइल टी का इस्तेमाल करते हैं तो आप अपने ह्रदय को स्वस्थ रख सकते हैं। दरअसल कैमोमाइल टी में फैटी एसिड, फाइबर, फ्लैवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित तो करते ही हैं साथ ही रक्तचाप (blood pressure) को भी कंट्रोल में रखते हैं।
5. पेट के रोगों में है फायदेमंद
वर्तमान समय में अधिकतर लोग पेट की किसी ना किसी समस्या से पीड़ित हैं जैसे कि पेट में ऐंठन, सूजन, दर्द आदि का होना। पेट में किसी भी तरह का रोग हो वो सम्पूर्ण शरीर को नुकसान ही पहुंचाता है। इसलिए लोग इसका जल्द जल्द से इलाज खोजते हैं। यदि आप भी पेट से सम्बंधित किसी भी रोग से पीड़ित हैं तो आप chamomile tea का उपयोग कर सकते हैं। कैमोमाइल टी में फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फैटी एसिड, एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो पेट में होने वाले रोगों से निजात दिलाने में फायदेमंद होते हैं।
6. बालों को बनाए स्वस्थ
बालों को स्वस्थ बनाने के के लिए गुणकारी तत्वों की आवश्यकता होती है। चूँकि प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन f यानी फैटी एसिड बालों को स्वस्थ एवं मजबूत बनाने के लिए जरुरी होते हैं। शरीर में जब प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन f की कमी हो जाती है तो इसका सीधा प्रभाव बालों पर पड़ता है जिसकी वजह से बाल सफ़ेद होने लगे हैं, झड़ने लगते हैं, रूखे और बेजान हो जाते हैं।
यदि आप भी वालों से सम्बन्धी किसी तरह की परेशानी का सामना कर रहे हैं तो आपके लिए कैमोमाइल टी सबसे बेहतरीन विकल्प है। कैमोमाइल में बालों को स्वस्थ बनाने वाले तत्व पाए जाते हैं जो बालों को हेल्दी और मजबूत बनाने में फायदेमंद होते हैं।
7. मोटापा को करे दूर
मोटापा कम करने के लिए यदि आप किसी खास पेय पदार्थ की तलाश में है तो आपके लिए कैमोमाइल टी सबसे असरदार विकल्प है। कैमोमाइल टी गैस्ट्रिक रस को एक्टिव करती है जिसकी वजह से खाना जल्दी पचता है इसके अलावा इसमें फाइबर पाया जाता है जो पेट को भरा हुआ महसूस करवाता है जिसकी वजह से व्यक्ति को भूख नहीं लगती है एवं वजन कम होता चला जाता है।
Chamomile में मैग्निशयम और पोटैशियम भी पाया जाता है जो वजन को कम करने में सहयोगी होता है। जो लोग मोटापा से पीड़ित है उनके लिए कैमोमाइल टी का इस्तेमाल बेहद फायदेमंद साबित होगा।
8. शरीर को वायरल रोगों से बचाये
मौसम के बदलाव या एक स्थान से दूसरे स्थान के वातावरण परिवर्तन से अक्सर सर्दी जुकाम, खांसी, बुखार, आदि वायरल रोग हो जाते हैं। इन रोगों से बचाव के लिए आप प्रतिदिन कैमोमाइल टी का इस्तेमाल कर सकते हैं क्यूंकि कैमोमाइल टी में वायरल रोगों से शरीर की सुरक्षा करती है। बता दें कि कैमोमाइल टी में एंटीवायरल, एंटीऑक्ससिडेंट, एंटीइंफ्लेमटरी, एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो शरीर को वायरल रोगों से बचाने में सहायक होते हैं
कैमोमाइल टी के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Chamomile Tea in Hindi
1. मधुमेह के रोगियों के लिए कैमोमाइल का सेवन फायदेमंद होता है।
2. कैमोमाइल टी में जरुरी एन्टीऑक्सडेंट तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं।
3. पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में कैमोमाइल टी फायदेमन्द होती है।
4. झुर्रियों और झाइयों को दूर करने के लिए कैमोमाइल टी का उपयोग लाभकारी साबित होता है क्योंकि इसमें विटामिन ई और ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
5. इसमें फैटी एसिड पाया जाता है जो कोलस्ट्रोल को नियंत्रित करने में फायदेमंद होता है।
कैमोमाइल टी का उपयोग | Uses of Chamomile in Hindi
कैमोमाइल एक विदेशी हर्ब है जिसका उपयोग गार्डनों को सजाने सवारने और महकाने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग इसका चाय और तेल और पाउडर, दवाइयों के रूप में भी कैमोमाइल टी का उपयोग अधिक होने लगा है। अधिकतर लोगों को chamomile tea का इस्तेमाल करना नहीं आता है इसलिए अब हम आपको बताने वाले हैं कि इस स्वास्थवर्धक टी का उपयोग आप किस प्रकार से कर सकते हैं।
1. सुबह खाली पेट कैमोमाइल टी का उपयोग आप कर सकते हैं।
2. खाना को पचाने के लिए दोपहर में इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है।
3. इसके पैकिट में से पाउडर का पेस्ट बनाकर कैमोमाइल टी का उपयोग कर सकते हैं।
4. सुबह पेट साफ़ करने के लिए रात को खाना खाने के बाद इसका उपयोग किया जा सकता है।
5. आँखों के नीचे पड़े काले घेरों को दूर करने के लिए कैमोमाइल टी का पेस्ट बनाकर इसको आँखों पर रखकर इसका उपयोग कर सकते हैं ।
कैमोमाइल टी से होने वाले नुकसान | Side Effects of Chamomile in Hindi
यदि आप सोच रहे हैं कि कैमोमाइल एक हर्बल चाय है इसलिए शरीर को इससे किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा तो बता दें कि जहाँ एक तरफ इसके फायदे है तो दूसरी तरफ इसके नुकसान भी हैं। हालाँकि कैमोमाइल टी के फायदों कि अपेक्षा नुकसान कम ही हैं लेकिन इससे होने वाले नुकसान आखिर हैं कौनसे आइये जानते हैं।
1. कैमोमाइल ब्लड को पतला करता है इसलिए जिन लोगों का ब्लड पहले से ही पतला है उनको इसका इस्तेमाल नुकसानदायक साबित हो सकता है।
2. इसमें वजन को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं इसलिए दुबले व्यक्तियों को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
3. गर्भवती महिलाओं को इसका इस्तेमाल बेहद नुकसानदायक होता है इसलिए गर्भवती महिलाओं को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
4. किसी तरह की एलर्जी होने पर इसका इस्तेमाल नुकसानदायक हो सकता है।
तो दोस्तों ये थी कैमोमाइल (Chamomile in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप कैमोमाइल के फायदे और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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