Mangosteen in hindi

About Mangosteen in Hindi: फलों में प्राकृतिक रूप से विटामिन्स और खनिज पाए जाते हैं जो विभिन्न रोगों को सरलता से नष्ट करने में सक्षम होते हैं। जड़ी-बूटियों और औषधियों की अपेक्षा फल आसानी से मिल जाते हैं इसलिए अधिकांश लोग रोगों को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन अपने पसंदीदा फलों का सेवन करते हैं। यूं तो आप भी कई फल खाते होंगे लेकिन आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आपने शायद ही कभी चखा हो।

जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे हैं मैंगोस्टीन की जो सेहत को स्वस्थ रखने के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। मैंगोस्टीन का स्वाद और इसके फायदे दोनों ही लाजवाब हैं। तो चलिए आपको मैंगोस्टीन के बारे में विस्तार से जानकरी देते हैं।

 

मैंगोस्टीन क्या होता है | What is Mangosteen in Hindi

मैंगोस्टीन उष्णकटिबंधीय जलवायु वाला एक विदेशी फल है। मैंगोस्टीन का वैज्ञानिक नाम गार्सिनिया मैंगोस्टाना है एवं इसका संबंध Clusiaceae परिवार से है। मैंगोस्टीन फल का ऊपरी छिलका गहरे लाल और बैंगनी रंग का होता है और इसका अंदरूनी भाग सफेद रंग का होता है। यदि आप मैंगोस्टीन के स्वाद के बारे में नहीं जानते हैं तो बता दें कि इस गुणकारी फल का स्वाद खट्टा-मीठा होता है।

मैंगोस्टीन फल को लोग इसको बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन इस फल को सावधानी से खाना चाहिए क्योंकि इसके बीज कड़वे होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मैंगोस्टीन थाईलैंड का राष्टीय फल है एवं सम्पूर्ण भारत में इसका उत्पादन नहीं होता है।

 

मैंगोस्टीन में मौजूद पौष्टिक तत्व | Nutrients of Mangosteen in Hindi

मैंगोस्टीन स्‍वादिष्‍ट होने के साथ ही सेहत को स्वस्थ बनाने में सहायक होता क्योंकि इसमें मुख्य रूप से प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, विटामिन सी, विटामिन बी2 , थायमिन, फोलेट, वसा, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, पोटेशियम, कैलोरी सहित एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं।

 

मैंगोस्टीन के विभिन्न नाम | Some Other Names of Mangosteen

मैंगोस्टीन फल को केवल इसी नाम से नहीं जाना जाता है बल्कि भाषाई आधार पर इसको समस्त नामों से सम्बोधित किया जाता है। यदि अभी तक आप इसके अन्य नामों से अनजान हैं तो अब हम आपको मैंगोस्टीन के विभिन्न नामों से परिचित कराने वाले हैं।

हिंदी में मैंगोस्टीन का नाम – मैंगस्टन

मैंगोस्टीन का बंगाली में नाम – काओ

मैंगोस्टीन का तेलगु में नाम – इवारुमिडी

मैंगोस्टीन का कन्नड़ में नाम – मुरुगला हन्नू

मैंगोस्टीन का गुजराती में नाम – रतंबा

मैंगोस्टीन मलयालम में नाम – कट्टम्पी

 

मैंगोस्टीन के फायदे | Benefits of Mangosteen in Hindi

Magosteen ke fayde

मैंगोस्टीन वह गुणकारी फल है है जिसमें पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थ भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर को तंदुरुस्त रखने में महत्पूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आप इसके फायदों को जानना चाहते हैं तो आगे का लेख आपके लिए ही है। तो चलिए देखते हैं मैंगोस्टीन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ।

 

1. सूजन को दूर करने में मैंगोस्टीन है उपयोगी

हम सभी जानते हैं कि सूजन किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं है बल्कि किसी दूसरी समस्या या रोग की वजह से उत्पन्न होने वाली एक पीड़ादायक परेशानी है। इसके आलावा ठंडो के समय शरीर की ठीक प्रकार से देखभाल नहीं करने की वजह से हाथ पैरों या सम्पूर्ण शरीर पर सूजन आ जाती है जो शरीर की कार्यक्षमता को कम कर देती है।

कभी भी सूजन आने की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सूजन को कम करने में मैंगोस्टीन उपयोगी होता है। दरअसल मैंगोस्टीन में एंटीइंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं जो सूजन को कम करने में फायदेमंद होते हैं।

 

2. मासिक धर्म में मैंगोस्टीन है फायदेमंद

मासिक धर्म को रजोधर्म के नाम से भी जाना जाता है। मासिक धर्म का सामना प्रत्येक स्त्री को करना पड़ता है। यह एक ऐसा चक्र होता है जिसमें प्रत्येक माह स्त्रियों को अनेक समस्याओं से जूझना पड़ता है। बता दें कि कई महिलाओं को माधिक धर्म के समय इतना दर्द होता है कि वह ठीक से बैठ भी नहीं पाती हैं। इसलिए जब महिलाओं से दर्द सहन नहीं होता है तो वह दर्द निवारक दवाइयों का सहारा लेती हैं।

यदि आप इस समस्या से पीड़ित हैं तो ऐसे समय में आपके लिए मैंगोस्टीन का प्रयोग लाभकारी साबित हो सकता है। बता दें कि मैंगोस्टीन में दर्द निवारक तत्व पाए जाते हैं जो मासिक धर्म के दर्द को कम करने में प्रभावी होते हैं।

 

3. उच्‍च रक्‍तचाप को करे नियंत्रित

उच्‍च रक्‍तचाप अर्थात हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से आज पूरा विश्व परेशान है। उच्‍च रक्‍तचाप एक ऐसी परेशानी है जिसको पूर्णतः खत्म नहीं किया जा सकता है। परन्तु खान पान में बदलाव करके इस रोग को कंट्रोल अवश्य किया जा सकता है। आपको बता दें कि उच्‍च रक्‍तचाप वाले व्यक्ति यदि अधिक स्ट्रेस ले लेते हैं तो यह जानलेवा हो सकती है।

इसलिए जो लोग उच्‍च रक्‍तचाप रोग से ग्रस्त हैं उनको इस बीमारी को नियंत्रित करने के साथ ही तनाव से मुक्त रहना चाहिए। बता दें कि मैंगोस्टीन में पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंग्नीज पाया जाता है जो उच्‍च रक्‍तचाप को नियंत्रित करने में लाभकारी होता है।

 

4. वजन कम करने मैंगोस्टीन होता है फायदेमंद

शरीर स्वस्थ बना रहे तो इसके लिए शरीर का वजन संतुलित होना आवश्यक है। शरीर का कम वजन और अधिक वजन दोनों ही शरीर के लिए अनेक परेशानियां उत्पन्न करने में सहयोगी होते हैं। आज के समय में मोटापा एक आम समस्या बन गई है एवं कई लोग मोटापा कम करने के प्रति लापरवाह हैं जिसकी वजह से उनको अनेक रोगों का सामना करना पड़ता है।

इसलिए जो लोग वजन बढ़ने की समस्या से ग्रस्त हैं उनको वजन कम करना चाहिए। बता दें कि मैंगोस्टीन में फाइबर पाया जाता है जो वजन को कम करने में मददगार होता है।

 

5. शारीरिक ऊर्जा बढ़ाता है मैंगोस्टीन

दोस्तों प्रत्येक काम को करने के लिए ऊर्जा की जरुरत होती है। परन्तु व्यस्त दिनचर्या की वजह से अधिकांश लोग संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन नहीं करते हैं जिसकी वजह से दिन व दिन उनकी ऊर्जा कम होती जाती है जिसकी वजह से वह छोटे से छोटे कार्य को करने में थक जाते हैं।

बता दें कि ऊर्जा की कमी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आप मैंगोस्टीन का सेवन कर सकते हैं। दरअसल मैंगोस्टीन में प्रचुर मात्रा में कैलोरी पाई जाती है जो शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाती है।

 

6. पाचन तंत्र ठीक करने में मैंगोस्टीन निभाए साथ

पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या एक नहीं अपितु अनेक हैं जिसमें से प्रमुख्य समस्या कब्ज की है। बता दें कि जब मल का निष्कासन प्रतिदिन नहीं होता है तो कब्ज रोग उत्पन्न हो जाता है। कब्ज छोटे रूप से धीरे-धीरे बड़े रूप में प्रगट होता है जो शरीर के लिए बेहद घातक साबित होता है। कब्ज रोग होने के कई कारण होते हैं जैसे कि पानी की कमी, गरिष्ठ भोजन, अनियमित दिनचर्या, अधिक तेल मसाले युक्त भोजन का सेवन आदि।

बता दें की कब्ज कक ठीक करने के लिए फाइबर और विटामिन सी युक्त आहार लाभकारी होता है। यदि आप कब्ज या खराब पाचन तंत्र की शिकायत से जूझ रहे हैं तो आपके लिए मैंगोस्टीन फल का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल मैंगोस्टीन में फाइबर और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो पाचन तंत्र और कब्ज को ठीक करने में गुणकारी होता है।

 

7. त्वचा संबंधी विकारों को ठीक करने में है असरदार

त्वचा सम्बंधित विकारों का सामना प्रत्येक इंसान को कभी न कभी जरूर करना पड़ता है। दरअसल त्वचा रोग कई तरह के होते हैं जैसे कि घमौरी, दाद, खाज, खुजली, मुँहासे, फुंसी, रूसी, दाग धब्बे आदि। बता दें कि अधिकांश त्वचा संबधी रोग संक्रामक होते हैं जिसकी वजह से यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो जाते हैं। इसलिए सही समय पर त्वचा संबंधी विकारों को ठीक करने का प्रयत्न करना चाहिए।

यदि आप त्वचा संबंधी विकारों से पीड़ित हैं तो आपके लिए मैंगोस्टीन का उपयोग फायदेमंद साबित हो सकता है। मैंगोस्टीन में विटामिन ए, विटामिन सी सहित एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा संबंधी विकारों को ठीक करने में लाभकारी होते हैं।

 

8. बालों को स्वस्थ बनाने में मैंगोस्टीन है लाभप्रद

संतुलित आहार और पौष्टिक आहार ही हमारे शरीर के सभी भागों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। अतः बालों को मजबूत व चमकदार बनाने के लिए भी पौष्टिक तत्वों युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना जरुरी है। बता दें कि आज के समय में अधिकांश युवा अस्वस्थ बालों की परशानी का सामान कर रहे हैं।

हालाँकि बालों को स्वस्थ रखने के लिए युवा पीड़ी कई प्रकार के प्रयास भी कर रही है परन्तु फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिल रही है। यदि आप भी बालों से सम्बंधित किसी समस्या से त्रस्त हैं तो आप मैंगोस्टीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। मैंगोस्टीन में कई प्रकार के खनिज, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो बालों को स्वस्थ बनाने में लाभप्रद होते हैं।

 

मैंगोस्टीन के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Mangosteen in Hindi

benefist of Mangosteen in hindi

1. मैंगोस्टीन मधुमेह रोगियों के लिए फायेदमंद होता है। बता दें कि मैंगोस्टीन में रासायनिक योगिक एक्सथोन पाया जाता है जो शुगर स्तर को नियंत्रित करने में प्रभावी होता है।

2. इसमें कई प्रकार के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में लाभकारी होते हैं।

3. मैंगोस्टीन में विटामिन ए पाया जाता है जो आँखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

4. तनाव को कम करने में मैंगोस्टीन बड़ा असरदार माना जाता है।

5. इसमें कुछ महत्पूर्ण तत्व पाए जाते हैं जो कई तरह के कैंसर को नियंत्रित करने में लाभकारी होते हैं।

6. कोलेस्ट्रोल को कण्ट्रोल करने में मैंगोस्टीन का सेवन फायदेमंद होता है।

7. डायरिया रोग को ठीक करने में मैंगोस्टीन का इस्तेमाल करना चाहिए।

8. गठिया रोग में इसका उपयोग फायदेमंद माना जाता है।

9. आंत से जुड़े रोगों को नियंत्रित करने में मैंगोस्टीन का इस्तेमाल लाभकारी होता है।

 

मैंगोस्टीन का उपयोग | Uses of Mangosteen in Hindi

Magosteen uses in hindi

मैंगोस्टीन से जुड़ी तमाम जानकरी से रूबरू होने के बाद यकीनन आपने मैंगोस्टीन का उपयोग करने का मन बना लिया होगा। इसे कैसे कैसे आप खा सकते हैं अब इसके बारे में देख लेते हैं।

1. मैंगोस्टीन का जूस बनाकर या किसी और फल के साथ मिलकर मिक्स जूस बनाकर आप पी सकते हैं।

2. नाश्ते में आप मैंगोस्टीन फल काटकर इसमें कला नामक और चाट मसाला मिलाकर खा सकते हैं

3. इसका उपयोग जैम या जैली के रूप में किया जा सकता है।

4. सलाद के रूप में आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

5. मैंगोस्टीन फ्लेवर की आप आइसक्रीम बना सकते हैं।

6. इसका उपयोग चूर्ण के रूप में भी कर सकते हैं।

 

मैंगोस्टीन से होने वाले शारीरिक नुकसान | Side Effects of Mangosteen in Hindi

इसमें कोई दोराय नहीं है कि मैंगोस्टीन शरीर को स्वस्थ रखने में फायदेमंद होता है। लेकिन जब किसी भी लाभकारी चीज का इस्तेमाल गलत तरीके से किया जाता है तो वह शरीर के लिए हानिकारक हो जाती है। अतः मैंगोस्टीन का अधिक सेवन करने से कई तरह के शारीरिक नुकसानो का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप मैंगोस्टीन से होने वाले शारीरिक नुकसानो से परिचित नहीं है तो आइये जानते हैं इससे होने वाले दुष्यप्रभाव कौन कौनसे हैं।

1. असंतुलित मात्रा में इसका इस्तेमाल करने से दस्त की शिकायत हो सकती है।

2. मैंगोस्टीन का अधिक सेवन करने से रक्त के थक्के बनने की क्रिया की गति को कम कर देता है। रक्त को पतला करने वाले व्यक्तियों को इसका सेवन चिकत्सक का परामर्श लेकर करना चाहिए।

3. गर्भवती महिलाओं के लिए इसका सेवन हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को मैंगोस्टीन का सेवन करने से पूर्व डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए।

4. मैंगोस्टीन का सेवन गलत तरीके से करने पर एलर्जी की समस्या हो सकती है।

 

तो दोस्तों ये थी मैंगोस्‍टीन (mangosteen in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप मैंगोस्टीन के फायदे और नुकसान समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पढ़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।

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