About Cabbage in Hindi: विश्वभर में कई तरह की पत्तेदार सब्जियों का सेवन किया जाता है। चूँकि हरे पत्तेदार सब्जियां खाने में जितनी स्वादिष्ट लगती हैं उससे कहीं अधिक स्वास्थवर्धक होती हैं इसलिए आयुर्वेद में भी हरी पत्तेदार सब्जियों का उपयोग औषधि अथवा जड़ी बूटियों के रूप में किया जाता है। ऐसे में आपके स्वास्थ को बेहतर बनाने के लिए आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के फायदों से रूबरू कराने वाले हैं जिसका इस्तेमाल आपने कई प्रकार के लजीज व्यंजनों में किया होगा।

जी हां दोस्तों रबी मौसम में उगाई जाने वाली पत्ता गोभी से आप सभी परिचित होंगे। लेकिन पत्तागोभी (Cabbage) सेहत के लिए कितनी गुणकारी है इससे अधिकतर लोग अभी तक अछूते होंगे। तो आज हम आपको पत्तागोभी से होने वाले सेहतमन्द फायदों की जानकारी देने वाले हैं जिनको जानने के बाद यकीनन आप पत्तागोभी का इस्तेमाल करना नहीं भूलेंगे। तो चलिए पत्ता गोभी की विस्तृत जानकारी के साथ जानते हैं इससे होने वाले लाभ कौन-कौनसे हैं।

 

क्या है पत्ता गोभी | What is Cabbage in Hindi

जैसा कि इसके नाम से ही विदित है की यह एक पत्तेदार सब्जी है जिसका वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका ओलेरेसिया है। पौष्टिक गुणों से युक्त पत्ता गोभी हरे पत्तों के आवरण से ढकी हुई गोलाकार होती है जिसको बंद गोभी के नाम से भी जाना जाता है।

माना जाता है कि पत्तागोभी की उत्पत्ति भूमध्यसागरीय क्षेत्र में हुई थी एवं भारत में इसको पुतर्गालियों द्वारा लाया गया था। आपको बता दें कि पत्तागोभी की पुष्पगोभी, पत्रगोभी, गांठगोभी तीन प्रजातियां होती हैं जिनका उपयोग आयुर्वेद में गुणधर्म के अनुसार किया जाता है।

 

पत्ता गोभी की किस्में | Varieties of Cabbage in Hindi

cabbage varities in hindi

दोस्तों पत्तागोभी की किस्मों को रंग, रूप एवं आकार के आधार पर तीन भागों में बाँटा गया है। जिसमें पत्तागोभी की पहेली किस्म को अगेती किस्म कहा जाता है व दूसरी किस्म को मध्यम किस्म कहा जाता है और तीसरी किस्म को पिछेती किस्म कहा जाता है। बता दें कि पत्तागोभी की तीनों किस्मों के भी कई रूप होते हैं जिनके नाम हम आपको बताने वाले हैं।

 

1. अगेती किस्में

अगेती किस्मों में प्राइड आफ इंडिया, गोल्डेन एकर, पूसा मुक्ता आदि प्रमुख किस्में होती हैं।

2. मध्यम किस्में

मध्यम किस्मों में अर्ली ड्रमहेड, पूसा मुक्त आदि प्रमुख किस्में होती हैं।

3. पछेती किस्में

पछेती किस्मों में हरी रानी गोल, पूसा गणेश गोल, लेट ड्रमहेड, पूसा ड्रमहेड आदि प्रमुख किस्में होती हैं।

 

पत्तागोभी में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व | Nutrients of Cabbage in Hindi

सेहतमंद पत्तागोभी पौष्टिक तत्वों का खजाना है। इसलिए आपको बता दें कि पत्तागोभी में कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, जिंक, कॉपर, विटामिन-सी, विटामिन ई, विटामिन-के, विटामिन ए, विटामिन-बी6 सहित फोलेट एसिड, सेलेनियम, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

 

पत्ता गोभी के विभिन्न नाम | Some Other Names of Cabbage

दोस्तों जिस प्रकार से भारत के प्रत्येक प्रांत का नाम अलग है उसी प्रकार से पत्तागोभी का नाम भी कई राज्यों में भिन्न है। अतः यही वजह है कि राज्यों के भाषाई आधार पर पत्तागोभी को विभिन्न प्रकार के नामों से जाना जाता है।

हिंदी में पत्तागोभी का नाम – बंदगोभी, पत्तागोभी

संस्कृत में पत्तागोभी का नाम – दलमालिनी

अंग्रेजी में पत्तागोभी का नाम – कैबेज

तमिल में पत्तागोभी का नाम – मुट्टाइ कौस

तेलगु में पत्तागोभी का नाम – गोस

गुजराती में पत्तागोभी का नाम – कोबिया

मराठी में पत्तागोभी का नाम – कोबी

बंगाली में पत्तागोभी का नाम – कोपि

कन्नड़ में पत्तागोभी का नाम – येलेकोसु

 

पत्ता गोभी के फायदे | Benefits of Cabbage in Hindi

cabbage in hindi

पत्ता गोभी एक ऐसी सब्जी है जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में प्राचीन काल से किया जा रहा है। इसका उपयोग कई लोग स्वास्थ को बेहतर बनाने के लिए करते हैं, तो कई लोग केवल स्वाद के लिए करते हैं। यदि आप पत्ता गोभी का उपयोग केवल इक्क्षानुसार करते हैं तो आज इसके फायदों को जानने के पश्चात आप इसका उपयोग एक औषधि के रूप में भी करने लगेगें। तो चलिए जानते हैं इसके लाभ।

 

1. पेप्टिक अल्सर के लक्षणों को करे नियंत्रित

पेप्टिक अल्सर को गैस्ट्रिक अल्सर के नाम से भी जाना जाता है। यह पेट में होने वाला अल्सर होता है जो शरीर के लिए काफी तकलीफदायक होता है। आपको बता दें कि पेप्टिक अल्सर आमाशय या छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में होता है जिसके कारण खाना खाने के पश्चात पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होने लगता है, सीने में जलन, पेट में सूजन, गैस की समस्या होना, मल में खून आना, भूख न लगना आदि परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं।

दोस्तों अल्सर के लक्षणों का आभास होने के उपरांत इसके इसको खत्म करना बेहद आवश्यक है अन्यथा यह एक खतरनाक रोग होता है जो आंतों में कैंसर भी पैदा कर सकता है। आपको बता दें कि पत्ता गोभी में ग्लूटामिन नामक पदार्थ व एंटीपेप्टिक अल्सर गुण पाए जाते हैं जो पेप्टिक अल्सर के लक्षणों को नियंत्रित करने में प्रभावी होते हैं। पेप्टिक अल्सर के लक्षणों को नियंत्रित करने में पत्तागोभी का रस का सेवन करना फायदेमंद होता है।

 

2. मांसपेशियों को मजबूत बनाने में पत्तागोभी है असरदार

शरीर के लिए मजबूत मांसपेशियां कितनी अहम होती हैं इस बात से हम सभी भलीभांति परिचित हैं। लेकिन जब मांसपेशियों को आवश्यक खनिज व विटामिन्स प्रयाप्त मात्रा में प्राप्त नहीं होते हैं तो मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। इस वजह से शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे व्यक्ति को दैनिक कार्य करने में भी दिक्क्त होती है।

मांसपेशियों को प्रोटीन, कैल्शियम, लैक्टिक एसिड, विटामिन के आदि तत्वों की आवश्यकता होती है क्योंकि इन्ही तत्वों की मदद से मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। दरअसल पत्तागोभी में कैल्शियम, लैक्टिक एसिड, विटामिन के एवं प्रोटीन पाया जाता है जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है।

 

3. मोतियाबिंद से आँखों को बचाए पत्ता गोभी

मोतियाबिंद आँखों की रोशनी से सम्बंधित एक गंभीर रोग है जिसका समय पर इलाज न करने से आँखों की रोशनी चली जाती है। आँखों के प्रति लापरवाही करने वाले लोगों की वजह से भारत देश में प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख लोग मोतियाबिंद का शिकार होते हैं एवं इसमें से कई लोग अपनी आँखों की रोशनी हमेशा के लिए खो देते हैं।

यदि आप इस रोग से अपनी आँखों का बचाव करना चाहते हैं तो आप पत्तागोभी का उपयोग कर सकते हैं। आपको बता दें कि पत्तागोभी में विटामिन ए, विटामिन ई और बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो आँखों की रोशनी बढ़ाने के साथ मोतियाबिंद रोग से आँखों की रक्षा करता है।

 

4. कब्ज को दूर करने में पत्ता गोभी है प्रभावी

कब्ज एक ऐसी समस्या है जिसको अनेक बिमारियों का जन्मदाता कहा जाता है। दोस्तों कई लोगों का कब्ज इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि वह कब्ज के लक्षणों को नहीं पहचान पाते हैं। इसलिए आपको बता दें कि कब्ज की शिकायत होने पर मुँह का स्वाद कड़वा हो जाता है, ह्रदय की धड़कन बढ़ने लगती है, भूख में कमी आती है, मल का सही प्रकार से निस्तारण नहीं होता आदि कब्ज के लक्षण होते हैं। याद रखें कब्ज के लक्षणों को पहचानकर आप कब्ज को नियंत्रित कर सकते हैं। दरअसल पत्तागोभी में फाइबर और विटामिन सी पाया जाता है जो कब्ज को दूर करने में प्रभावी होता है।

 

5. डायबिटीज रोग में लाभकारी है पत्ता गोभी

वर्तमान समय में डायबिटीज यानी कि मधुमेह एक जाना पहचाना रोग बन गया है क्योंकि मधुमेह रोग दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। मधुमेह से बचाव करने के लिए इसके लक्षणों पर काबू करना आवश्यक होता है। यदि एक बार यह रोग किसी व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है तो उसका पीछा जीवन भर नहीं छोड़ता है। इसलिए आपको बता दें कि आप पत्तगोभी के उपयोग से मधुमेह रोग से अपना बचाव कर सकते सकते हैं। दरअसल पत्तागोभी में कुछ ऐसे यौगिक पाए जाते हैं जो मधुमेह को नियंत्रित करने में लाभकारी होते हैं।

 

6. पत्तागोभी का सेवन गठिया रोग में माना जाता है अच्छा

रोग बिन बुलाए मेहमान होते हैं जिनका शरीर में आगमन किसी भी समय हो सकता है इसलिए जरुरी है कि रोगों की रोकधाम के लिए शरीर को स्वस्थ बनाने वाले पदार्थों का सेवन किया जाए। आज के समय में गलत खान पान की वजह से अनेक प्रकार के रोग पनप रहे हैं इन्ही में से एक है गठिया जिसको संधिवात, आमवात भी कहा जाता है। दरअसल गठिया रोग पीड़ादायक रोग होता है जिसमें शरीर के समस्त जोड़ों में असहनीय दर्द होता है, सूजन आ जाती है व जोड़ों में जकड़न होती है।

यदि आप इस रोग शरीर का बचाव करना चाहते हैं तो आप पत्तागोभी का उपयोग कर सकते हैं। पत्तागोभी में विटामिन के, कैल्शियम, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो गठिया रोग से शरीर का बचाव तो करते ही हैं साथ ही गठिया रोग से पीड़ित व्यक्ति के लिए दर्द में भी राहत पहुंचाने में मददगार होते हैं।

 

7. पत्तागोभी गर्भवती महिलाओं के लिए है फायदेमंद औषधि

गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, फोलिक एसिड, विटामिन्स आदि तत्वों की आवश्यकता होती हैं। यदि गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त मात्रा सभी पौष्टिक तत्व नहीं मिलते हैं तो इसका सीधा प्रभाव गर्भवती महिला व गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर पड़ता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पत्तागोभी में फोलिक एसिड के साथ-साथ कई प्रकार के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो महिलाओं के लिए किसी औषधि से कम नहीं हैं। अतः पत्तागोभी का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

 

8. वजन को कम करने में है असरकारक

वजन को कम करने वाले लोगों के लिए पत्तागोभी लाभकारी सब्जी है। पत्तागोभी में बेहद कम कैरोली पाई जाती है साथ ही इसमें फाइबर पाया जाता है जो वजन को कम करने में मददगार होता है। इसलिए जो लोग वजन को कम करना चाहते हैं उनको पत्तागोभी को अपनी डाइट में शामिल करना असरकारक साबित हो सकता है।

 

पत्तागोभी के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Cabbage in Hindi

Cabbage ke fayde

1. पत्तागोभी का उपयोग त्वचा रोगों में फायदेमंद होता है। दरअसल पत्तागोभी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा रोगों को ठीक करने में असरदार होते हैं।

2. पत्तगोभी में विटामिन सी और फाइबर पाया जाता है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में प्रभावी होता है।

3. पत्तागोभी में सल्फोराफेन, सिनीग्रीन, इंडोल, कर्बिनो पाया जाता है जो कैंसर कोशिकाओं को विकसित होने से रोकते हैं।

4. पत्तागोभी में फोलिक एसिड और आयरन पाया जाता है जो एनीमिया रोग में फायदेमंद होता है।

5. पत्तगोभी में विटामिन के और कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को बलशाली बनाने में लाभकारी तत्व हैं।

6. पत्तागोभी में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं।

 

पत्ता गोभी का उपयोग | Uses of Cabbage in Hindi

cabbage uses in hindi

पत्तागोभी के फायदों को जानने के बाद यदि आप आप सोच रहे हैं कि आखिर इस सब्जी का उपयोग किन किन प्रकारों से किया जाता है। तो चलिए देर किए बगैर जानते हैं पत्तागोभी को इस्तेमाल करने के तमाम तरीके।

1. व्यायाम के पश्चात जूस के रूप में आप पत्तगोभी का उपयोग कर सकते हैं।

2. सलाद के रूप में आप कच्ची पत्तागोभी का उपयोग कर सकते हैं।

3. काढ़े के रूप पत्तागोभी के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं।

4. पत्तागोभी के पत्तों का लेप बनाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

5. मटर, आलू आदि सब्जी में मिलकर पत्तागोभी का उपयोग कर सकते हैं।

6. पकौड़े के रूप में पत्तागोभी का उपयोग किया जा सकता है।

7. पराठों के रूप में पत्तागोभी का उपयोग होता हैं।

8. सूप के रूप में पत्तगोभी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

9. नूडल्स व कई प्रकर के चाइनीज पकवानों में पत्तगोभी का उपयोग कर सकते हैं।

10. कोफ्ता के रूप में पत्तगोभी का इस्तेमाल किया जा सकता है

 

पत्ता गोभी से होने वाले नुकसान | Side Effects of Cabbage in Hindi

दोस्तों पत्तागोभी एक लाभप्रद सब्जी है लेकिन गलत तरीके से सेवन करने की वजह से कई बार इसके दुष्यपरिणाम भी देखने को मिलते हैं। इसलिए अब हम आपको पत्ता गोभी से होने वाले नुकसानों से अवगत कराने वाले हैं।

1. थायरॉयड से पीड़ित रोगियों के लिए इसका उपयोग नुकसानदायक साबित हो सकता है इसलिए थायरॉयड रोग से पीड़ित रोगियों को चिकत्सक का परमर्श लेकर ही पत्तागोभी का सेवन करना चाहिए।

2. जिन लोगों के शरीर में ग्लूकोज का स्तर कम होता है उनके लिए पत्तागोभी का उपयोग हानिकारक हो सकता है।

3. पत्तगोभी का अधिक सेवन करने से दस्त लग सकते हैं।

4. पत्तगोभी के ज्यादा सेवन से गैस की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

5. पत्तागोभी का गलत तरीके से उपयोग करने पर पेट फूल सकता है व सूजन आ सकती है।

6. जिन लोगों को ब्रैसिकेसी कुल की सब्जियों से एलर्जी है ऐसे लोगों के लिए पत्तगोभी का सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है।

 

तो दोस्तों ये थी पत्तागोभी (Cabbage in Hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप पत्तागोभी के फायदे और नुकसान समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पढ़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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