About Mango in Hindi: ग्रीष्म ऋतू में जब प्राणी गर्मी से बेहाल होते हैं तब आम हम सभी के लिए प्रकृति की राहत भरी सौगात के रूप में उपलब्ध होता है। इसलिए भारत में राजा से लेकर रंक तक सभी आम को खाना बेहद पसंद होता है। आम का स्वाद अन्य फलों की तुलना में बेजोड़ तो होता ही है इसके साथ ही यह रोग निवारक व स्वास्थवर्धक गुणों में भी अतुलनीय होता है।
आम के स्वाद और गुणों को देखते हुए किसी ने सच ही कहा है कि जिस प्रकार स्वर्ग में अमृत है उसी प्रकार धरती पर आम (mango) है। अतः आम का सेवन करके शारीरिक रोगों को नियंत्रित करके शरीर को निरोगी बनाया जा सकता है। इसलिए आज के लेख में हम आपको आम से जुड़ी कुछ खास जानकारी देते हुए आम के फायदों से अवगत कराने वाले हैं। आम के विषय में विस्तार से जानने के लिए लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
आम कैसा फल है | What is Mango in Hindi
आम एनाकार्डियासीए (Anacardiaceae) कुल से सम्बंधित भारत का राष्ट्रीय फल है जिसका वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिका है। प्राचीन फल आम केवल भारत का ही राष्ट्रीय फल नहीं है बल्कि पाकिस्तान और फिलीपींस का भी राष्ट्रीय फल है।
खास बात यह ही कि आम की विभिन्न प्रजातियां हैं इसलिए इसके आकार, रंग व स्वाद में अंतर पाया जाता है। हालाँकि ज्यादातर आम का स्वाद मीठा और खट्टा होता है। आम का फल गूदेदार होता है एवं फल के अंदर एक गुठली पाई जाती है। यह बड़ा रसीला फल है जिसको बच्चे बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं।
कैसा होता है आम का पेड़ | How Mango Tree looks like
आम एक प्रकार का स्थलीय वृक्ष है जिसकी ऊंचाई लगभग 40 से 80 फुट तक होती है। आम के पेड़ की विशालता की वजह से कई लोग इसे कल्पवृक्ष भी कहते हैं। आम के पेड़ का तना चारों ओर फैला हुआ होता है जिसमें हरे रंग की लम्बी नुकीली पत्तियां लगी होती हैं एवं पत्तियों की लम्बाई लगभग 4 से 15 सेंटीमीटर तक व चौड़ाई 2 से 3 इंच तक होती है।
आम की चाल से लेकर इसकी उठलियों का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। खास बात यह कि आम पेड़ एक दीर्घजीव पेड़ है जिसकी उम्र लगभग 100 वर्ष तक होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आम के पेड़ को 2010 में बांग्लादेश का राष्ट्रीय वृक्ष घोषित किया गया है।
आम की विभिन्न प्रजातियां | Types of Mango in Hindi
दोस्तों विश्वभर में आम की लगभग 500 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। भारत की बात करें तो यहाँ ही आम की अनुमानित 250 से ज्यादा प्रजातियां मिल जाएंगी इसलिए आम को किंग ऑफ़ फ्रूट कहा जाता है। यदि आप आम की प्रजतियों के विषय में नहीं जानते हैं तो अब हम आपको आम की कुछ प्रजातियों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
- साधारण आम
साधारण आम दो प्रकार के आम होते हैं जिसके एक प्रकार को देशी आम व दूसरे को रानी आम के नाम से जाना जाता है। जो आम उठली द्वारा पैदा किया जाता है उसको देशी आम कहा जाता है जबकि जो स्वयं ही उग आते हैं उनको रानी आम कहा जाता है। इस प्रकार के आमों का आकार छोटा होता है एवं स्वाद खट्टा मीठा होता है।
- राजा आम
राजा आम बीज से उत्पन्न होता है जो साधारण आम से अधिक बड़ा होता है। बता दें कि साधारण आम कलमी आम की एक प्रजाति है।
- दशहरी आम
दशहरी आम मुख्य रूप से उत्तरप्रदेश के एक गांव की उपज है। दशहरी आम का नाम आम की लोकप्रिय किस्मों में सम्मलित है। आपको बता दें कि आकार में दशहरी आम लम्बा होता है वहीँ स्वाद में मीठा और रंग में हरा होता है। दशहरी आम को अधिकतर लोग चूसकर खाना ही पसंद करते हैं इसलिए इसको चूस कर खाने वाला आम भी कहा जाता है।
- हिमसागर आम
हिमसागर आम मध्यम आकार का आम होता है जिसका रंग हरा होता है। बता दें कि हिमसागर आम मूलतः पश्चिमी बंगाल की उपज है जिसका स्वाद बेहद स्वादिष्ट होता है।
- लंगड़ा आम
लंगड़ा आम का आकार अंडाकार होता है जिसकी मूलतः पैदावार उत्तरप्रदेश के वाराणसी क्षेत्र में होती है। लंगड़ा आम का रंग हरा और पीला होता है एवं स्वाद में मीठा होता है।
- बादामी आम
बादामी आम को कर्णाटक अल्फांसो आम भी कहा जाता है। बादामी आम की उपज सर्वाधिक कर्नाटक राज्य में होती है। इस आम का आकार बड़ा होता है व रंग पीला होता है। जो लोग अधिक मीठा आम खाना पसंद करते हैं उनके लिए बादामी आम लाजवाब है क्योंकि इसका स्वाद मीठा होता है।
- तोतापरी आम
तोतापरी आम मुख्य रूप से श्रीलंका देश में पाया जाता है। यदि भारत की बात की जाए तो तोतापरी आम की उपज कर्नाटक, तेलंगाना में होती है। इसका आकार तोता जैसा होता है अर्थात इसकी ऊपर और नीचे से चोंच निकली हुई होती है व रंग हरा होता है इसलिए इसको तोतापरी नाम से जाना जाता है। तोतापरी आम का स्वाद अन्य आमों की प्रजाति की तुलना कम मीठा होता है।
- सफेदा आम
सफेदा आम को बंगपाली आम के नाम से भी जाना जाता है जो आकार में अंडाकार व तिरछा होता है। सफेदा आम का उत्पादन मुख्य रूप से आंध्रप्रदेश में होता है। खास बात यह कि आम की इस प्रजाति का स्वाद खट्टा होता है।
- लक्ष्मण भोग आम
लक्ष्मण भोग आम का उत्पादन मूलतः पश्चिमी बंगाल में होता है। इस प्रकार के आम का रंग पीला व स्वाद मीठा होता है।
- नीलम आम
नीलम आम एक प्रचलित आम है जो मुख्य रूप से तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में पाया जाता है। हालाँकि अन्य आमों की अपेक्षा इसका आकार छोटा है लेकिन स्वाद में लाजवाब होता है।
- चौंसा आम
चौंसा आम मुख्य तौर से बिहार में होता है। चौंसा आम का रंग गोल्डन पीला होता है एवं इस प्रजाति के आम की अवाक ग्रीष्म ऋतू के अंत में होती है।
- केसर आम
केसर आम की पैदावार गुजरात के सौराष्ट्र में की जाती है। इस आम का रंग और खुसबू केसर की तरह होती है इसलिए आम की इस प्रजाति को केसर आम के नाम से जाना जाता है।
- मुलगोवा आम
मुलगोवा आम तमिलनाडु क्षेत्र में मुख्य रूप से पाया जाता जाता है। इस प्रकार के आम का आकार मध्यम एवं रंग हरा और पीला होता है।
आम में पाए जाने पौष्टिक तत्व | Nutrients of Mango in Hindi
फलाधिराज आम में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फास्फोरस, राइबोफ्लेविन, नियासिन, जिंक, प्रोटीन, विटामिन-बी6, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन के, विटामिन ई सहित कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
आम के विभिन्न नाम | Some Other Names of Mango
आम को भारत में भाषाई आधार पर भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है। तो आइये जानते हैं आम के विभिन्न नाम कौन कौन से हैं।
हिंदी में आम का नाम – आम्ब / आम
अंग्रेजी में आम का नाम – मैंगो
संस्कृत में आम का नाम – आम्र
गुजराती में आम का नाम – आम्बो
मराठी में आम का नाम – आम्बा
आम खाने के फायदे | Benefits of Mango in Hindi
फलों में आम की श्रेष्ठाता केवल स्वाद की वजह से ही नहीं है बल्कि आम अपने अंदर मौजूद गुणों और रोग निवारक शक्तियों को भी समेटे हुए हैं।
1. कब्ज से निजात दिलाता है आम
कब्ज एक आम समस्या है जो अनियमित दिनचर्या और गलत खाना पान की वजह से उत्पन्न होती है। यह समस्या बच्चों से लेकर बुजुर्गों में तक आसानी से देखने को मिल जाती है। यदि कब्ज लम्बे समय तक बना रहता है तो इसकी वजह से अनेक घातक बीमारियां होने की संभावना बन जाती है। आपकी बता दें कि आम में विटामिन सी और फाइबर पाया जाता है जो पाचन तंत्र को ठीक करके कब्ज से निजात दिलाता है।
2. लू से बचाता है आम
गर्मियों के मौसम में तेज धूप और गर्म हवाओं की वजह से अक्सर हम सभी लू की चपेट में आ जाते हैं। लू लगने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है जिसके कारण व्यक्ति को ज्वर या फिर सिरदर्द होता है लेकिन कभी-कभी लू मौत का कारण भी जाती है। इसलिए लू से शरीर का बचाब करना बेहद जरुरी है। अतः लू से बचने के लिए आप कच्चे आमों का उपयोग पना के रूप में कर सकते हैं।
3. आँखों को स्वस्थ रखता है आम
आँखों को स्वस्थ रखना प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है क्योंकि आँखों के माध्यम से ही हम सभी अपने क्रियाकलापों को सही तरीके से कर पाते हैं। हालाँकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ आँखों की रोशनी कम होने लगती है लेकिन यदि शरीर में विटामिन्स की भरपूर हो तो आँखों की रोशनी लम्बे समय तक बरकरार रहती है। इसलिए आपको बता दें कि आम में विटामिन ए पाया जाता है जो आँखों को स्वस्थ रखने में असरदार सिद्ध होता है।
4. त्वचा को बनाता है खूबसूरत
त्वचा को खूबसूरती प्रदान करने के लिए लोग आमतौर पर बाजार में उपलब्ध कैमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं पर ये त्वचा को खूबसूरत बनाने के बजाए त्वचा को संवेदनशील बना देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आम में विटामिन ई और विटामिन सी पाया जाता है जो त्वचा को स्वस्थ और प्राकर्तिक चमकदार बनाता है। त्वचा को खूबसूरत बनाने के लिए पका आम का उपयोग आप फैशियल के रूप में भी कर सकते हैं।
5. खून की कमी को दूर करने में आम है फायदेमंद
शरीर में खून की पर्याप्त मात्रा का होना बेहद जरुरी होता है। लेकिन असंतुलित आहार, गलत जीवनशैली, बीमारी आदि कारणों की वजह से शरीर में खून की कमी हो जाती है। खून की कमी से निजात पाने के लिए आयरन युक्त आहार का सेवन करना आवश्यक होता है। यदि आप आयरन युक्त खाद पदार्थ की खोज कर रहें हैं तो आपको बता दें कि आम में आयरन पाया जाता है जो खून की कमी को दूर करने में सहायक होता है।
6. हड्डियों को बनाता है बलशाली
कमजोर हड्डियां बुढ़ापा का संकेत देती हैं एवं हड्डियों को मजबूत उचित खान पान के द्वारा ही बनाया जा सकता है। लेकिन अधिकतर लोग हड्डियों के प्रति लापरवाह होते हैं जिसकी वजह से समय से पूर्व ही हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इससे व्यक्ति को बैठने, चलने, लेटने, उठने में परेशानी महसूस होती है। यदि आप हड्डियों को बलशाली बनाना चाहते हैं तो आप आम का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल आम में आयरन पाया जाता है जो हड्डियों को बलशाली बनाने में प्रभावी होता है।
7. बालों को बनाता है स्वस्थ
ग्रीष्म ऋतू में बाल कमजोर होने की वजह से झड़ने लगते हैं जिसकी वजह से अधिकतर लोग चिंतित हो जाते हैं कि इस समस्या से कैसे छुटकारा पाया जाए। तो दोस्तों आम की मदद से आप बालों से सम्बंधित समस्याओं से निजात पा सकते हैं। दरअसल आम में प्रोटीन, विटामिन ई, विटामिन सी सहित कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो बालों को स्वस्थ रखने में कारगर सिद्ध होते हैं।
आम के अन्य फायदे | Some Other Benefits of Mango in Hindi
1. आम में फाइबर पाया जाता है जो दिल को स्वस्थ रखने में प्रभावी तत्व है।
2. विटामिन-सी युक्त आम शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद होता है।
3. आम में पाया जाने वाला फाइबर वजन को भी नियंत्रित करता है।
4. आम में एंटीकैंसर गुण पाए जाते हैं जो कई प्रकार के कैंसर से शरीर का बचाव करते हैं।
5. आम में एंटी-अस्थमैटिक गुण पाए जाते हैं जो दमा रोगी के लिए फायदेमंद होते हैं।
6. आम में विटामिन-बी6 मौजूद होता है जो पथरी रोग से पीड़ित व्यक्ति के लिए लाभकारी है।
आम का उपयोग | Uses of Mango in Hindi
यदि आपने अभी तक आम का उपयोग केवल फल के रूप में किया है तो आज हम आपको आम के कुछ ऐसे उपयोग बताएँगे जिसके बाद आप इस फल की तरफ और भी जयादा आकर्षित होंगे लगेंगे। तो चलिए आम के विभिन्न इस्तेमाल देखते हैं।
1. आम का उपयोग आप आम पापड़ के रूप में कर सकते हैं।
2. जैम के रूप में आम का उपयोग किया जा सकता है।
3. दूध में मिलाकर आम का इस्तेमाल आमरस के रूप में कर सकते हैं।
4. आम आइसक्रीम बनाकर आम का उपयोग किया जा सकता है।
5. आम का इस्तेमाल आचार के रूप कर सकते हैं।
6. चटनी के लिए आम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
7. कच्चे आम का उपयोग सब्जी के रूप में किया जा सकता है।
8. कच्चे आम का उपयोग आप पना के रूप में भी कर सकते हैं।
9. आम का मैंगो शेक बना कर भी पिया जाता है।
10. फ्रूट सलाद में आप आम को इस्तेमाल कर सकते हैं।
आम से होने वाले नुकसान | Side Effects of Mango in Hindi
दोस्तों एक ओर जहाँ आम के फायदे हैं तो वहीं दूसरी ओर आम के नुकसान भी हैं इसलिए आम का उपयोग सावधानी पूर्वक करना चाहिए। यदि आप अभी तक आम से होने वाले नुकसानों से परिचित नहीं हैं तो अब हम आपको आम से होने वाले नुकसानों से अवगत कराएंगे।
1. पके हुए आम की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका अधिक इस्तेमाल करने से त्वचा पर फुंसियां निकल सकती हैं।
2. पक्के आम का अधिक सेवन करने से एसिडिटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
3. अधिक आम का इस्तमाल करने से दस्त लग सकते हैं।
4. आम का उपयोग ज्यादा करने से यह वजन बड़ा सकता है।
5. गठिया रोग से पीड़ित रोगी के लिए आम का उपयोग नुकसानदायक साबित हो सकता है।
6. आम के इस्तेमाल से गले में खराश व सूजन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
तो दोस्तों ये थी आम (mango in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप आम के फायदे और नुकसान समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पढ़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
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