About Quinoa in Hindi: अनाज की बात की जाए तो लोग गेहूं, चावल, मक्का, जोवार और ऐसे ही एक-दो अनाजों को और जानते हैं, साथ ही खाने के रूप में प्रतिदिन इनका ही सेवन करते हैं। बता दें की एक और खास अनाज है जो बहुत तेजी से लोगों के बीच अपनी पहचान बना रहा है। जी हाँ इस खास अनाज का नाम है क्विनोआ (Quinoa)।
क्विनोआ नाम सुन कर भुला देना वाला कोई आम अनाज नहीं है बल्कि यह अनेक गुणों से परिपूर्ण बड़ा ही चमत्कारी अनाज है। क्विनोआ में ऐसे कई पोषक तत्व है जो बड़ी-बड़ी बीमारियों से हमको बचाते हैं। स्वास्थ के लिए Quinoa कोई औषधि या जड़ी बूटी से कम नहीं है। यह पचाने में बेहद आसान है इसी लिए आज डॉक्टर भी इसे खाने की सलाह देते हैं। इतना सब जानकर अगर आपको क्विनोआ के बारे में और अधिक जानने की इच्छा जाग्रत हो रही है तो चलिए फिर आज आपको क्विनोआ की कुछ महत्पूर्ण जानकारी और इसके स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ चमत्कारी फायदों से रूबरू करवाते हैं।
क्विनोआ क्या है और कैसा दिखता है | What is Quinoa in Hindi
क्विनोआ एक बेहतरीन अनाज है जिसे सुपर ग्रेन कहा जाता है। क्विनोआ स्वास्थ के लिए अन्य अनाजों की अपेक्षा बेहद लाभकारी अनाज है इसीलिए इसके दानों के साथ-साथ इसके पत्तों का उपयोग सलाद व सब्जी के रूप में किया जाता है। गेंहू चावल, ज्वार, मक्का, रागी की तरह क्विनोआ भी पोएसी (Poaceae) परिवार का ही एक अनाज है। यह एक छोटा आम तौर पर हल्के रंग का गोल अनाज है जो कि लाल, बैंगनी और काले सहित अन्य रंगों में भी उपलब्ध है। दिखने में यह थोड़ा-थोड़ा तिल के बीज के समान दिखता है।
क्विनोआ भारतीय अनाज नहीं है बल्कि यह दक्षिण अमेरिका का अनाज है जिसको भारत में कुछ साल पहले ही लाया गया है। जैसा कि देखा गया है कि अधिकतर औषधिय पौधे पहाड़ों और जंगलों में ही लगते हैं उसी प्रकार क्विनोआ भी एक औषधीय पौधा है जिसे सबसे पहले दक्षिण अमेरिका के एंडीज नामक पर्वत पर लगाया गया था और आज भी क्विनोआ की ज्यादातर पैदावार पर्वतीय क्षेत्रों और जंगलों में ही की जाती है।
क्विनोआ का पौधा कैसा होता है | How did Quinoa plant look like
क्विनोआ एक वार्षिक पौधा है जो लगभग चार से पांच मीटर लम्बा होने के साथ चारों ओर से फूलों से लदा हुआ होता है। क्विनोआ का पौधा चौलाई परिवार से संबंधित पौधा है। क्विनोआ पौधे का तना लाल, बैंगनी या हरे रंग का होता है। खास बात यह कि क्विनोआ के पौधे में लगने वाले फूल सुगंध रहित होते हैं लेकिन देखने में बेहद आकर्षित लगते हैं। क्विनोआ का पौधा बहुत ही सवेदनशील पौधा होता है। इस पौधे में कीटों और रोगों से लड़ने की बहुत अधिक क्षमता होती है। साथ ही पाले (अत्यधिक सर्दी) और सूखे को भी सहन कर लेता है। क्विनोआ के बीज की बात करें तो इसके बीज बेहद सुन्दर होते हैं जिनका आकर ओट्स की तरह गोल और रंग गेहुआं, भूरा काला और लाल होता है। क्विनोआ के बीज ना ही अधिक छोटे होते हैं और ना ही अधिक बड़े होते हैं अर्थात क्विनोआ के बीजों का आकार मध्यम होता है।
क्विनोआ कितने प्रकार के होते हैं | Types of Quinoa in Hindi
क्विनोआ के प्रकारों की बात की जाये तो इनके बीज कई किस्म के होते हैं किन्तु क्विनोआ के प्रचलित तीन प्रकार ही हैं। तो आइये क्विनोआ के इन तीन प्रकार के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. लाल क्विनोआ | Red Quinoa
लाल क्विनोआ की फसल कम होती है। इसलिए यह कुछ विशेष दुकानों या बाज़ारों में ही उपलब्ध रहता है। इस बीज का रंग गहरा लाल होता है इसलिए इसको लाल क्विनोआ कहा जाता है। इस को पकाने के बाद इसके रंग में किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं होता है। अधिकतर लाल क्विनोआ का उपयोग सलाद के तौर पर किया जाता है।
2. सफेद क्विनोआ | White Quinoa
सफ़ेद क्विनोआ विश्व में सबसे अधिक प्रचलित है। सफ़ेद क्विनोआ को हाथी दाँत और आइवरी क्विनोआ के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार के क्विनोआ का सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह खाने में स्वादिष्ट होता है। खाने में इसका उपयोग तरह-तरह के व्यंजन के रूप में किया जाता है जैसे पोहा, इडली, डोसा, स्प्राउट सलाद आदि। सफेद क्विनोआ बाजार में आसानी से मिल जाता है।
3. काला क्विनोआ | Black Quinoa
काला क्विनोआ की फसल लाल और सफ़ेद क्विनोआ की अपेक्षा कम होती है। इसलिए इसका उपयोग भी अन्य दोनों प्रकार के क्विनोआ की अपक्षा कम होता है। इस क्विनोआ के दानों का रंग हल्का काला होता है जो पकने के बाद भी वैसा ही रहता है। खाने में इसका स्वाद मीठा होता है। बाकी क्विनोआ के प्रकारों की तुलना में इसे पकने में सबसे ज्यादा समय लगता है।
क्विनोआ का सर्वाधिक उत्पादन कहाँ होता है | Where did Quinoa found
क्विनोआ का विश्व में सबसे अधिक उत्पादन पेरू में होता है। इस देश के अलावा बोलीविया, इक्वाडोर, अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, आस्टेलिया, चाइना आदि देशों में भी क्विनोआ का खूब उत्पादन होता है। भारत के कर्नाटक, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात में क्विनोआ की अच्छी पैदावार होती है।
क्विनोआ में पाए जाने वाले पोषक तत्व | Nutrients of Quinoa in Hindi
दोस्तों आपको बता दें की क्विनोआ अपने पोषक तत्वों (nutrients) के कारण ही विश्व में प्रसिद्ध हुआ है। इसमें एक नहीं बल्कि कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए कई देशों में क्विनोआ का उपयोग खाद्य पदार्थों के साथ-साथ दवाइयों को बनाने में भी किया जाने लगा है। तो आइये क्विनोआ में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में जानते हैं।
क्विनोआ में नौ प्रकार के अमीनो एसिड पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त और भी कई पोषक तत्व हैं जो काफी मात्रा में पाए जाते हैं जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, ओमेगा 3, ओमेगा 6, पॉलीअनसैचुरेटेड कैलोरी, विटामिन ई, आयरन आदि। इन सभी पोषक तत्वों के साथ-साथ क्विनोआ में एन्टी-एजिंग, एन्टी-कैंसर और एंटीऑक्सीडेंट तत्व भी पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। आपको बता दें की क्विनोआ में ग्लूटोन नहीं होता है, यह ग्लूटेन फ्री होता है। इसलिए ग्लूटन सेंसिटिविटी वाले लोगों के लिए क्विनोआ भोजन में इस्तेमाल किया जाने वाला अच्छा अनाज है।
क्विनोआ के विभिन्न नाम | Some other names of Quinoa
क्विनोआ का वैज्ञानिक नाम चिनोपोडियम किनोवा (Chenopodium quinoa) है। यह अमरंथ (amaranth) परिवार का एक हिस्सा है। भारत में क्विनोआ को किनवा, किनोवा, बधुआ, मध्ये, केनवा आदि नामों से जाना जाता है। इसके गुणकारी तत्वों की वजह से ही क्विनोआ को सुपरफूड के नाम से भी जाना जाता है।
क्विनोआ के चमत्कारी फायदे | | Benefits of Quinoa in Hindi
क्विनोआ के छोटे-छोटे दानों में बड़े से बड़े रोंगो को ठीक करने की क्षमता होती है इसलिए आइये क्विनोआ के फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. वजन और चर्बी कम करने में है फायदेमंद
क्विनोआ में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है जो वजन कम करने में अहम भूमिका निभाता है। आम तौर पर लोग वजन कम करने के लिए कई तरह के उपाय अपनाते हैं। जैसे रोज कठिन से कठिन व्यायाम करते हैं तो कभी भूखा रहकर वजन को करने की कोशिश करते हैं तो कभी सख्त डाइट अपनाते हैं। लेकिन इन तरीकों से वजन को कम करना शरीर के लिए नुकसान दायक हो सकता है। कभी कभी ऐसा करने से वजन तो कम नहीं होता है वल्कि दूसरे कई रोग शरीर में लग जाते हैं। अतः शरीर को स्वस्थ बनाये रखने के लिए पौष्टिक भोजन का सेवन करना जरुरी होता है। बता दें कि क्विनोआ में फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है जिससे इसके थोड़े सेवन से ही पेट भरा हुआ लगता है और भूख भी नहीं लगती है अतः ऐसा करने से वजन जल्दी ही कम हो जाता है। इसके अतरिक्त क्विनोआ में प्रोटीन भी पाया जाता है जो कि शरीर को मजबूत बनाता है।
2. कोलेस्ट्रोल को कम करने में है फायदेमंद
मानव शरीर में कोलेस्ट्रोल का सही स्तर 200 मिलीग्राम होता है। यदि 200 मिलीग्राम से अत्यधिक कोलेस्ट्रोल किसी के शरीर में पाया जाता है तो इसको अतरिक्त बड़ा हुआ कोलेस्ट्रोल कहा जाता है। कोलेस्ट्रोल का शरीर में सही मात्रा में होना बहुत जरुरी होता है क्योंकि कोलेस्ट्रोल कोशिकाओं के निर्माण को बनाये रखता है साथ ही सूर्य से प्राप्त ऊर्जा को विटामिन डी में परिवर्तित करता है। लेकिन शरीर में कोलस्ट्रोल के बढ़ने के कारण कई गंभीर रोग उत्पन्न हो जाते हैं जिनकी रोकथाम करना अति आवश्यक है। तो बता दें कि क्विनोआ में फाइबर और प्रोटीन जैसे तत्व पाये जाते हैं जो कोलस्ट्रोल को नियंत्रित करते हैं। प्रोटीन से लिपोप्रोटीन बनाता है जो वसा को खून में मिलने से रोकता है। यदि आप घरेलु उपचार से कोलस्ट्रोल को कम करना चाहते हैं तो क्विनोआ को अपने नियमित आहार में शामिल कीजिये क्योंकि क्विनोआ कोलेस्ट्रॉल को काम करने का बेहतर विकल्प है।
3. हड्डियों को मजबूत बनाने में है गुणकारी
हड्डियों का स्वस्थ रहना शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि हड्डियों और मांसपेशियों से ही हमारा शरीर कठोर परिश्रम कर पाता है। हड्डियों को मजबूत बनाये रखने (strong bones) के लिए उच्च गुणवत्ता वाले आहारों का सेवन करना चाहिए। बता दें की हड्डियों को स्वस्थ बनाये रखने में कैल्शियम की अहम भूमिका होती है। कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और कमजोर हड्डियां जरा सी चोट लगने पर जल्दी टूटने लगती हैं। अतः कमजोर हड्डियाँ हमारे काम में तो बाधा डालती ही हैं अपितु शरीर को भी कमजोर बना देती हैं।
दोस्तों क्विनोआ में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। बता दें कि अंकुरित क्विनोआ के दानों में अत्यधिक प्रोटीन और कैल्शियम होता है। यदि आप अपनी हड्डियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तो रोज सुबह अंकुरित क्विनोआ के दानों का नियमित सेवन कीजिये।
4. डायबिटीज में है फायदेमंद
डायबिटीज को संतुलित रखने के लिए शरीर में शुगर का स्तर सही रखना जरुरी होता है। शरीर में शुगर का स्तर बढ़ जाने के कारण रक्त का स्त्राव तेज गति से होने लगता है जो डायबिटीज का अहम कारण बनता है। डायबिटीज एक खतरनाक रोग है जिसको नियंत्रित रखना बहुत जरुरी होता है। क्विनोआ में प्रोटीन, अमीनो एसिड, फाइबर के गुण पाए जाते हैं जो रक्त में शुगर के बहाव को कम करते हैं। डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए आप सुबह के नास्ते में क्विनोआ के दानों का या उससे बने हुए अन्य भोज्य पदार्थों का उपयोग कीजिये। निश्चित ही आपको लाभ मिलेगा।
5. खून बढ़ाने में है मददगार
बच्चों, महिलाओं और बूढ़े व्यक्तियों में खून की कमी अधिक देखने में आती है। पोषक तत्वों की कमी से, आयरन की कमी से, विटामिन बी-12 की कमी से और फॉलिक एसिड की कमी से शरीर में खून की कमी हो जाती है। खून की कमी को एनीमिया रोग कहा जाता है जो शरीर में कई तरह के बदलाब लाता है जैसे शरीर में अत्यधिक थकान होना, कमजोरी होना, तनाव होना तथा चक्कर आने जैसे समस्याएँ होती है। अतः शरीर में खून की पर्याप्त मात्रा का होना बहुत जरुरी है। क्विनोआ में आयरन मुख्य रूप से पाया जाता है जो शरीर में खून के स्तर को बढ़ाता है। आयरन के आलावा क्विनोआ में और भी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो खून बढ़ाने में मदद करते हैं।
यह भी पढ़िए: Oats क्या है? जानिए ओट्स खाने के बेहतरीन फायदे
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में है लाभकारी
कुछ रोग ऐसे होते हैं जिनसे हमारा शरीर स्वयं ही सामना कर लेता है अतः छोटे मोटे रोगों को ठीक करने के लिए हमें डॉक्टरी ईलाज या दवाइयाँ खाने की जरुरत नहीं पड़ती है। क्योंकि हम कुछ घरेलु उपचार से ही अच्छे हो जाते हैं लेकिन रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने पर बीमारियों का असर शरीर पर जल्दी होने लगता है। अक्सर मौसम के बदलाव के कारण कई लोग जल्दी बीमार हो जाते हैं लेकिन कुछ लोगों पर बदलते मौसम का कुछ असर नहीं होता है। अतः जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है वह लोग जल्दी बीमार नहीं होते हैं। इसलिए जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है उन लोगों को अपनी प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बढ़ाना जरुरी होता है। तो बता दें कि क्विनोआ में एंटी ऑक्सीडेंट, डायटरी फाइबर, आयरन, जिंक, मैग्नीशियम, विटामिन ई, पोटेशियम, विटामिन बी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
7. पाचन तंत्र को बनाये मजबूत
पाचन तंत्र शरीर का एक अहम हिस्सा होता है। मानव अपने आहार में जो भी सेवन करता है उसको पचाने का कार्य पाचन तंत्र करता है अतः पाचन तंत्र शरीर की एक मुख्य क्रिया होता है। जिसमें भोजन से प्राप्त पोषक तत्वों को पचाने के बाद ही शरीर को ऊर्जा की प्राप्ति होती है। खराब या कमजोर पाचन तंत्र भोजन को ठीक से नहीं पचाता है जिसकी वजह से शरीर में कई रोग उत्पन होते हैं। इसलिए पाचन तंत्र को ठीक रखना बेहद जरुरी होता है। इस कार्य को करने में क्विनोआ बड़ा सहयोगी है। क्विनोआ में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कि पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
यह भी पढ़िए: जानिए ज्वार के हैरान कर देने वाले फायदे
8. क्विनोआ रखे ह्रदय को स्वस्थ
क्विनोआ ह्रदय को स्वस्थ बनाये रखने के लिए गुणकारी अनाज है। आमतौर पर ह्रदय से सम्बंधित रोग दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं इसलिए ह्रदय का विशेष रूप से ध्यान रखना जरुरी हो गया है। क्विनोआ में फैटी एसिड, ओलिक एसिड और फाइबर पाया जाता है जो ह्रदय को स्वस्थ बनाते हैं। यदि आप अपने भोजन में क्विनोआ को शामिल करते हैं तो आपको ह्रदय रोग से सम्बंधित परेशानियों का खतरा कम होगा।
9. बालों को स्वस्थ बनाने में है मददगार
बढ़ते प्रदूषण और भागदौड़ वाली जीवनशैली की वजह से बालों का कमजोर होना आम बात हो गई है। इसके अतिरिक्त जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलते तो भी बालों से सम्बंधित कई समस्याएँ होती हैं जैसे बालों का टूटना, झड़ना, रूखे होना आदि। ऐसी किसी भी समस्या के लिए क्विनोआ एक बहुत ही अच्छा भोज्य पदार्थ है क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो बालों को स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है। यदि आप अपने रोजाना के आहार में क्विनोआ का सेवन करते हैं तो आपको बालों से सम्बंधित किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
क्विनोआ के अन्य लाभ | Some Other Benefits of Quinoa in Hindi
1. क्विनोआ में विटामिन ई पाया जाता है जो आँखों को स्वस्थ बनाये रखता है।
2. क्विनोआ में पोषक तत्वों की भरमार होती है ये शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ाते हैं।
3. क्विनोआ में एन्टी-एजिंग और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो त्वचा को स्वस्थ बनाये रखने में बेहद जरुरी होते हैं।
4. क्विनोआ एक बेहतरीन अनाज है जिसमें एन्टी-कैंसर तत्व पाए जाते हैं जो कई प्रकार के कैंसरों की रोकथाम करते हैं।
क्विनोआ के नुकसान | Side Effects of Quinoa in Hindi
क्विनोआ के गुणों को देखा जाये तो इसके नुकसान एकदम नगण्य हैं क्योंकि क्विनोआ के वैसे तो कोई नुकसान नहीं है लेकिन यदि इसका उपयोग असावधानी पूर्वक गलत तरीके से किया जाये या आवश्यकता से अधिक किया जाये तभी इसके विपरीत प्रभाव देखने को मिलते हैं।
1. क्विनोआ में ऑक्सेलिक एसिड की मात्रा पाई जाती है जो गुर्दे की पथरी वाले रोगियों को नुकसान पहुँचा सकता है। इसके आलावा क्विनोआ का अत्यधिक सेवन करने से पथरी बनने की समस्या भी हो सकती है।
2. क्विनोआ का गलत तरीके से सेवन करने से पेट में दर्द और उल्टी- दस्त लग सकते हैं।
3. क्विनोआ के अधिक सेवन से किसी-किसी को अपच की समस्या भी हो सकती है।
यह भी पढ़िए:
तो दोस्तों ये थी क्विनोआ (Quinoa in hindi) से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं की आप क्विनोआ के समस्त फायदे और नुकसानों से परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें।
हमसे जुड़े रहने के लिए पास में दिए घंटी के बटन को दबा कर ऊपर आये नोटिफिकेशन पर Allow का बटन दबा दें जिससे की आप अन्य खबरों का लुफ्त भी उठा पाएं।
Best view i have ever seen !